आर्किटेक्ट क्या है? | Architect kaise bane

Architect kaise bane: घर बनवाते समय आपको आर्किटेक्ट की जरूरत हमेशा पड़ी होगी। किसी भी शानदार घर के पीछे आर्किटेक्ट की भूमिका सबसे अहम होती है। ऐसे में ये बात समझना कोई मुश्किल काम नहीं है कि आर्किटेक्ट को काफी ज्‍यादा पैसा मिलता होगा। क्‍योंकि उसके बिना कोई घर कभी शानदार नहीं बन सकता है। यही वजह है हमारे देश के बहुत से युवा आगे चलकर एक आर्किटेक्ट बनना चाहते हैं।

ऐेसे में यदि आप भी जानना चाहते हैं कि Architect kaise bane तो हमारे इस लेख को अंत तक पढि़ए। अपने इस लेख में हम आपको जानकारी देंगे आर्किटेक्ट क्‍या होता है। आप आर्किटेक्ट कैसे बन सकते हैं। आर्किटेक्ट का कोर्स करने के  बाद आपके सामने रोजगार की कितनी संभावनाएं होंगी। तो चलिए जानते हैं Architect kaise bane

Architect Kya hota hai

इससे पहले कि आपको जानकारी दें  कि आप Architect kaise bane आइए एक बार हम आपको बताते है कि आर्किटेक्ट होता क्‍या है। दरअसल, यह एक तरह का डिजाइनर होता है। जो कि लोगों के घरों का नक्‍शा बनाने का काम करता है। इसके अलावा भी ये कई चीजों नक्‍शा बनाने का काम करता है।

जब भी आप कोई घर बनाने का काम करते हैं तो सबसे पहले आपको आर्किटेक्ट (Architect) की जरूरत पड़ती है। ये आपकी जगह को देखता है और उसके हिसाब से एक नक्‍शा तैयार करता है। जिसके अंदर कमरे, रसोई, बाथरूम आदि सबकुछ होता है। आपको वो नक्‍शा दिखाता है। उसके हिसाब से उसमें कुछ बदलाव भी करता है। जैसे कि आपको उसका बनाया कोई नक्‍शा पसंद आता है। तो आप उसी तरह का घर बनवाकर खड़ा करवा देते हैं। आज के समय में तकनीक की मदद से आपको 3D नक्‍शा बनाने की सुविधा भी मिल जाती है।

आर्किटेक्ट क्या है

आर्किटेक्ट के प्रमुख काम

  • किसी भी आर्किटेक्ट का पहला काम तो ये होता है कि वो आपकी जगह के हिसाब से आपको घर का नक्‍शा बनाकर दे। जो कि बेहद शानदार हो।
  • किसी भी आर्किटेक्ट काम होता है कि वो एक ऐसा नक्‍शा बनाकर दे। जो कि आंधी, पानी और बरसात के साथ भूकंप आने पर भी सुरक्षित रहे। क्‍योंकि मजबूती के साथ डिजाइन की भी इसमें अहम भूमिका होती है।
  • आर्किटेक्ट का काम नक्‍शा बनाते समय आपके राज्‍य का हिसाब किताब भी देखना होता है। जिसमें आपको वैसा ही नक्‍शा बनाकर देता है। जो कि घर उस समय चलन में हो।
  • यदि आप चाहते हैं तो आर्किटेक्ट आपके घर का नक्‍शा बनाने के साथ हर आपका घर बनने तक कंन्‍स्‍ट्रकशन साइट पर खड़ा भी रहेगा। ताकि आपका घर बिल्‍कुल नक्‍शे के मुताबिक ही बनें।
  • कई बड़े स्‍तर के आर्किटेक्ट घर के साथ सरकारी भवन और रोड़, हाइवे और फ्लाइओवर जैसी चीजों का नक्‍शा भी बनाकर तैयार करते हैं।

Architect kaise bane

आइए अब हम आपको जानकारी देते हैं यदि आप Architect kaise bane इसके लिए आपको कौन सा कोर्स करना होगा। साथ ही कितने साल की पढ़ाई करनी होगी। उसके बाद आपके लिए रोजगार के कितने अवसर उपलब्‍ध होंगे।

10 वीं के बाद आर्किटेक्ट कैसे बनें?

यदि आप केवल दसवीं पास हैं और आर्किटेक्ट बनना चाहते हैं तो आप महज दसवीं पढ़कर भी एक आर्किटेक्ट (Architect) बन सकते हैं। इसके लिए आपको कई तरह के डिप्‍लोमा कोर्स होते हैं आपको वो करने होंगे। उनकी अवधि एक साल से लेकर तीन साल तक ही होती है।

आपको उनमें से जो भी पसंद आए या आपके आसपास जो भी कॉलेज हो। आप उसे आसानी से कर सकते हैं। यदि हम इन कोर्स की फीस की बात करें तो इनकी सालाना फीस 1 लाख तक हो सकती है। खास बात ये है कि ये कोर्स आपको ज्‍यादातर समय प्राइवेट कॉलेज में ही देखने को मिलेंगे। लेकिन यदि आपके पास पूरा समय है तो आप हमेशा डिग्री कोर्स के साथ ही जाएं। जिसकी जानकारी हम आपको आगे देंगे। आइए आपको आर्किटेक्ट से जुड़े कुछ डिप्‍लोमा कोर्स की जानकारी दे देते हैं।

कुछ डिप्‍लोमा कोर्स

  • Diploma in Architectural Assistantship
  • Diploma in Architectural Assistantship
  • Diploma in Architectural Assistantship
  • Diploma in Construction Management

12 वीं के बाद आर्किटेक्ट कैसे बनें?

यदि आप बारहंवी पास हैं या करने वाले हैं तो आपके सामने आर्किटेक्ट बनने के लिए एक खुला आकाश है। बस शर्त ये है कि आपके पास बारहंवी में गणित विषय अवश्‍य रूप से हो। यदि आपके पास PCM (Physics, Chemistry, Biology) है तो सोने पर सुहागा है। इसके बिना आप आगे दाखिला नहीं ले सकते हैं। यदि आपके पास ये विषय है तो आप बैचलर ऑफ आर्किटेक्ट (Bachelor of Architecture) का कोर्स कर सकते हैं। जो कि कुल पांच साल का होता है।

यह एक डिग्री कोर्स होता है। जिसे करने के बाद आप आगे की पढ़ाई भी कर सकते हैं। लेकिन यदि आप ये कोर्स नहीं करना चाहते हैं तो भी आपके पास कुछ अन्‍य विकल्‍प हैं। आइए आपको कुछ अन्‍य कोर्स के नाम भी बताते हैं। जिन्‍हें आप बारहंवी के बाद आसानी से कर सकते हैं।

कुछ अन्य कोर्स

  • Bachelor of Architecture (B.Arch)
  • Bachelor’s in Engineering and Architectural Design
  • Bachelor of Engineering in Landscape Architecture
  • BSc/ BA in Architecture Technology & Construction Management
  • BA (Hons) in Interior Architecture & Design

पोस्‍ट ग्रेजुएट आर्किटेक्ट कोर्स

  • MTech in Construction Engineering and Management
  • M.Tech in Building Energy Performance
  • M.Des in Interior Architecture
  • M.Arch in Conservation and Restoration
  • M.Arch in Architectural History and Theory
  • M.Arch in Landscape Design
  • Masters in Urban Planning

ऑनलाइन आर्किटेक्ट कोर्स

  • Coursera Roman Architecture by Yale University
  • Architectural design and fundamentals Udemy
  • Coursera Autodesk Certified Professional: Revit for Architectural design Exam by Autodesk
  • Udemy Architectural Post Production in Photoshop by DATEC studios
  • edX The Architectural Imagination by Harvard University
  • EDX Realistic Architectural 3D Modeling

इसे भी पढ़ें: फैशन डिजाइनर कैसे बने?

दाखिला प्रक्रिया

यदि हम दाखिला प्रक्रिया की बात करें यह दो प्रकार से पूरी की जाती है। इसके अंदर पहला तरीका तो ये है कि आपको मेरिट के आधार पर दाखिला दे दिया जाए। इसके अदंर आपको केवल बारहंवी के नंबरों को आधार बनाकर दाखिला दिया जाता है। इसलिए इसमें सबसे जरूरी है कि आपके बारहंवी में सबसे ज्‍यादा नंबर हों। इसे हम लोग मेरिट बेस (Merit Base) पर दाखिला कहते हैं।

जबकि दूसरा तरीका ये है कि जिसमें आपको एट्रेंस टेस्‍ट (Entrance Exam) के माध्‍यम से दाखिला मिलता है। इसके अंदर आपसे पहले एक टेस्‍ट लिया जाता है। फिर उस टेस्‍ट के अंकों के आधार पर दाखिला दिया जाता है। इसका फायदा उन छात्रों को मिलता है। जिनके किसी कारणवंश बारहंवी में अच्‍छे अंक नहीं आ पाए पर वो टेस्‍ट में अच्‍छे अंक ला सकते हैं। इस टेस्‍ट को देने के लिए आपके बारहंवी में कम से कम 50 प्रतिशत अंक जरूर होने चाहिए।

Architecture Entrance Exam

  • National Aptitude Test In Architecture (NATA)
  • Hindustan Institute Of Technology And Science Engineering Entrance Exam (HITSEE)
  • Common Entrance Examination for Design
    (Post Graduation in Design) (CEED)
  • Gitam Admission Test (GAT)
  • Aligarh Muslim University Bachelor of Architecture (AMU)

आर्किटेक्ट से जुड़े प्रमुख संस्‍थान

आइए अब हम आपको आर्किटेक्ट का कोर्स करवाने वाले प्रमुख संस्‍थान के बारे में जानकारी देते हैं। ये कुछ देश के नामी संस्‍थान होते हैं। इनकी रैकिंग (Ranking) हर साल देश के टॉप संस्‍थानों में रहती है। लेकिन यदि आपको इन संस्‍थानों में से आपको किसी में दाखिला नहीं मिलता है। तो भी आपको घबराने की जरूरत नहीं है। बस आपके अंदर मेहतन करने का जुनून हो।

प्रमुख संस्‍थान

  • School Of Planning And Architecture
  • Indian Institute Of Technology Kharagpur
  • Indian Institute Of Technology Roorkee
  • Chandigarh University
  • Sir Jj College Of Architecture
  • Nit Trichy
  • Jadavpur University
  • Bits Pilani
  • Lovely Professional University
  • Punjab University
  • Bit Mesra
  • Jamia Milia Islamia University
  • National Institute Of Technology Calicut
  • Rizvi College Of Architecture
  • Anna University
  • Manit Bhopal

कोर्स की फीस

यदि हम आर्किटेक्ट कोर्स की फीस की बात करें तो यह पूरी तरह से उस संस्‍थान पर निर्भर करती है। जिसके अंदर आप दाखिला लेने जा रहे हैं। और यदि वो प्राइवेट संस्‍थान है तब तो उसकी फीस का अंदाजा लगा पाना बेहद कठिन काम है।

लेकिन यदि हम एक अंदाजा फीस की बात करें तो यदि आप किसी भी डिग्री कोर्स में दाखिला लेते हैं तो आपको हर साल की फीस 1 लाख के आसपास चुकानी होगी। यदि आपका कॉलेज सरकारी है तो वहां आपको कई तरह की छात्रवृति भी दी जाती है। जो कि आपको महंगी फीस से एक तरह से राहत दे सकती है।

जबकि यदि आप किसी प्राइवेट संस्‍थान में दाखिला लेते हैं तो उसकी फीस पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करती है कि उसकी रैकिंग क्‍या है। यदि आप देश में नामी आर्किटेक्ट कॉलेज में दाखिला लेते हैं तो वहां पर आपको एक साल की 3 लाख तक ही फीस चुकानी पड़ सकती है। इसलिए कोशिश करें कि आपको हमेशा सरकारी संस्‍थान में ही दाखिला मिल जाए। क्‍योंकि यहां से आपको अच्‍छी प्‍लेसमेंट भी दी जाती है।

काउंसिल ऑफ़ आर्किटेक्चर में रजिस्‍टर करें

जैसे ही आपको आर्किटेक्ट का कोर्स पूरा हो जाता है तो आपके लिए सबसे जरूरी है कि आप काउंसिल ऑफ़ आर्किटेक्चर  में अपना पंजीकरण करवा लें। यहां पर यदि आप पंजीकरण करवा लेते हैं। तो एक तरह से आप मान्‍यता प्राप्‍त आर्किटेक्ट बन जाते हैं। इसके बाद आप चाहे कोई अपना बिजनेस शुरू करें या किसी कंपनी में नौकरी शुरू कर सकते हैं। क्‍योंकि आप एक तरह से पंजीकृत हो जाते हैं।

काउंसिल ऑफ़ आर्किटेक्चर में पंजीकरण करवाने का तरीका आप इनकी वेबसाइट की मदद से जान सकते हैं। लेकिन यदि आप अपना काम शुरू करना चाहते हैं तो इसमें आप अवश्‍य अपना पंजीकरण करवाएं। इसके बिना आप अपना काम किसी भी तरह से शुरू नहीं कर सकते हैं।

सरकारी आर्किटेक्ट कैसे बनें?

आज के समय में सरकार की बहुत सी इजारतें बनती रहती हैं। इसके अदंर हमेशा सरकारी आर्किटेक्ट काम करते हैं। ऐसे में यदि आप एक सरकारी आर्किटेक्ट बनना चाहते हैं तो आपके लिए जरूरी है कि आप उनमें निकलने वाली भर्ती को देखते रहें। जैसे ही कोई सरकारी एजेंसी भर्ती निकालती है। आप उसमें अपना आवेदन कर दें। जिसकी प्रक्रिया यदि आप पूरी कर लेते हैं तो आप एक सरकारी आर्किटेक्ट बन जाते हैं। हालांकि कई प्राइवेट एजेंसी भी ऐसी होती हैं। जो कि आपको सरकारी एजेंसी के बराबर पैसा दे देती हैं।

रोजगार की संभावनाएं

आइए आपको कुछ ऐेसे पद के नाम बताते हैं। जो कि आर्किटेक्ट के क्षेत्र में रोजगार के प्रमुख तौर पर होते हैं। आप कोर्स के बाद इनमें से कोई भी पद चुन सकते हैं। लेकिन काम के हिसाब से इसके अलावा भी कई पद होते हैं।

  • लाइटिंग आर्किटेक्ट
  • रिसर्च आर्किटेक्ट
  • रिस्टोरेशन आर्किटेक्ट
  • लैंडस्केप आर्किटेक्ट
  • प्रोजेक्‍ट आर्कि‍टेक्‍चर
  • इंटिरियर डिजाइनर

शुरूआती सैलरी

यदि हम आपके कोर्स के बाद शुरू सैलरी की बात करें तो यह पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करती है कि आपने कोर्स कहां से किया है। और आपको काम के बारे में कितनी जानकारी है। लेकिन यदि आपको ठीक ठाक जानकारी है तो आप किसी भी कंपनी से जुड़ते हैं तो आपको कम से कम 35 से 40 हजार रूपए सैलरी अवश्‍य दी जाएगी।

इसके अलावा यदि आप सही काम करते हैं तो आपको जिस तरह से अनुभव होता जाएगा आपकी सैलरी भी उसी तरह से बढ़ती जाएगी। इसलिए हमेशा आप काम के दौरान कुछ ना कुछ नया सीखते रहें। ताकि आपका वेतन जल्‍दी से जल्‍दी बढ़ सके। यदि आप अपना काम शुरू करते हैं तो पैसा कमाने के साथ आप कुछ लोगों को अपने साथ रोजगार भी दे सकते हैं।

कुछ जरूरी बातें

  • आर्किटेक्ट का कोर्स एक प्रोफैशनल कोर्स होता है। इसलिए इस कोर्स को किसी की देखा देखी ना करें। यदि आपके मन से आर्किटेक्ट बनने की आवाज आ रही हो तभी इस कोर्स की तरफ जाएं।
  • आर्किटेक्‍चर के अंदर आपको फील्‍ड के साथ कई राज्‍यों में जाकर काम करना पड़ सकता है। इसलिए यदि आप ऑफिस वर्क (Office Work) का काम करना पसंद करते हैं। तो इस कोर्स के साथ ना जाएं।
  • यदि आपको लगता है कि आपका कॉलेज उस तरह का नहीं है। जैसी आपने कल्‍पना की थी। तो हमेशा कोशिश करें कि आप उससे आगे एक दूसरे कॉलेज से एक और बड़ी डिग्री कर लें। ताकि आप अच्‍छे से सीख सकें।
  • यदि आपके कोर्स या संस्‍थान की तरफ से कहीं आपके लिए ट्रेनिंग की व्‍यवस्‍था की जाती है। तो इस मौके को कभी ना गंवाएं। भले ही आपको इसमें कुछ परेशानी क्‍यों ना उठानी पड़े।
  • यदि आपके कॉलेज की फीस ज्‍यादा है। पर उसका प्‍लेसमेंट (Placement) रिकार्ड सही है। तो आप वहां पढ़ने के लिए बैंक से लोन भी ले सकते हैं। जिसे नौकरी लगने के बाद चुका सकते हैं।
  • आज के समय में तकनीक हर जगह हावी हो चुकी है। इसलिए जब आप कोर्स करें तो कोशिश करें कि आपको नई तकनीकों के साथ आर्किटेक्ट का काम करने की जानकारी हो। जिससे कम समय में आप बेहतर नक्‍शा बना सकें।
  • एक आर्किटेक्‍चर बनने के लिए जरूरी है कि आपको कई भाषाओं का ज्ञान हो। यदि ऐसा संभव नहीं है तो अंग्रेजी और हिन्‍दी भाषा का ज्ञान अवश्‍य हो।
  • यदि आपको कोर्स के तुरंत बाद अच्‍छे मौके नहीं मिलते हैं। तो आपको घबराने की जरूरत कतई नहीं है। बस आप अनुभव लेने के साथ नए मौकों की तलाश करते रहें।
  • आर्किटेक्‍चर का काम सबसे ज्‍यादा महानगरों में विस्‍तार हो रहा है। इसलिए काम की तलाश छोटे शहरों की बजाय महानगरों में आपको ज्‍यादा फायदेमंद हो सकती है।

इसे भी पढ़ें: DCA कोर्स क्या है?

Conclusion

आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि Architect kaise bane इसे समझने के बाद आप आसानी आर्किटेक्ट का कोर्स कर सकते हैं और आगे चलकर इस प्रोफेशन में आ सकते हैं। बस हमारा यही सुझाव रहेगा कि किसी कोर्स को कर लेने भर से आप उस क्षेत्र में पारंगत नहीं हो जाते हैं। उसके लिए आपको हर दिन कुछ नया सीखना पड़ता है। इसलिए डिग्री के साथ अपने पास काम का कौशल भी रखें। यदि आपको हमारा ये लेख पसंद आया है तो इसे अपने दोस्‍तों के साथ भी शेयर करें। साथ ही इस लेख से जुड़ा आपको कोई सवाल है तो नीचे कमेंट करें। हम आपके उज्‍ज्‍वल भविष्‍य की कामना करते हैं।

नमस्कार दोस्तों, मैं रवि "आल इन हिन्दी" का Founder हूँ. मैं एक Economics Graduate हूँ। कहते है ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता कुछ इसी सोच के साथ मै अपना सारा ज्ञान "आल इन हिन्दी" द्वारा आपके साथ बाँट रहा हूँ। और कोशिश कर रहा हूँ कि आपको भी इससे सही और सटीक ज्ञान प्राप्त हो सकें।

Leave a Comment