बरगद का पेड़ की हिन्दू धर्म में 15 मान्यताएं, लाभ और नुकसान

बरगद का पेड़

बरगद का पेड़: बरगद का पेड़ आप सभी ने बहुत बार देखा होगा। इस पेड़ की विशेष पहचान ये होती है। कि ये आकार में बेहद ही बड़ा होता है। ये अकेला ही कई पेडों की जगह घेर लेता है। लेकिन यदि आप किसी ग्रामीण इलाके से हैं, तो आपने बरगद के पेड़ से जुड़ी बहुत सारी मान्‍यताएं भी जरूर सुनी होगीं। शयद आपके जहन में कभी ये सवाल भी आया हो कि क्‍या ये मान्‍यताएं वाकई सच भी होती हैं। इस सवाल तो जवाब बस इतना है कि मान लो पत्‍थर और मान तो उसी में भगवान।

अगर आप भी इन सवालों के जवाब जानना चाहते हैं तो हमारी इस पोस्‍ट को अंत तक पढि़ए। अपनी इस पोस्‍ट में हम आपको बताएंगे कि बरगद के पेड़ के क्‍या लाभ होते हैं और इसके क्‍या नुकसान होते हैं। साथ ही हिंदू धर्म में बरगद के पेड़ से जुड़ी कौन सी मान्‍यताएं अभी तक प्र‍चलित हैं। जिन्‍हें अब भी हिंदू धर्म के लोग मानते हैं।

बरगद के पेड़ से जुड़ी हिंदू मान्यताएं

अब हम आपको हमारे देश में बरदग के पेड़ से जुड़ी कुछ ऐसी मान्‍यताओं के बारे में बताने जा रहे हैं। माना जाता है कि इनसे लाभ होता है। लेकिन हम यहां एक बात स्‍पष्‍ट कर दें कि इससे हमारा मकसद अंधविश्‍वास को बढ़ावा देना नहीं है और ना ही हम इन मान्‍यताओं से होने वाले लाभ की यहां पुष्टि करते हैं। हमारा मकसद आपको सिर्फ जानकारी देना है।

बरगद

  1. माना जाता है कि बरगद के पेड़ पर भगवान शिव का वास होता है। ऐसे में यदि त्रयोदशी के दिन बरगद के पेड़ की पूजा की जाए तो भगवान शिव आपकी हर मुराद पूरी करते हैं। इसीलिए बरगद का पेड़ कई मंदिरों के बाहर लगा होता है।
  2. यदि आप शनिवार के दिन बरगद के पेड़ पर हल्‍दी और केसर चढ़ाते हैं तो इससे आपको बिजनेस में फायदा होगा। साथ ही बिजनेस में आपकी तरक्‍की के योग बनेंगे। इसलिए इसे आप अपना सकते हैं।
  3. यदि आपको लगता है कि आपके घर के ऊपर किसी भूत परेत या आत्‍मा का साया मंडरा रहा है तो आपको चाहिए कि आप अमावस्‍या के दिन एक नारियल लें और उसे एक कपड़े में लपेट लें। ये कपड़ा कैसा भी हो सकता है। इसके बाद आप पूरे घर में घूमते हुए जाकर उसे किसी बरगद के पेड़ पर टांग दें। इससे आपके घर पर मौजूद भूत परेत का साया समाप्‍त हो जाएगा और आपका जीवन सुखी हो जाएगा।
  4. जीवन में तमाम समस्‍याओं से परेशान लोगों को चाहिए कि वो हर शाम बरगद के पेड़ के नीचे एक दीपक जला दें और वहीं बैठकर भगवान विष्‍णु का ध्‍यान करें। इससे उनकी समस्‍या का समाधान हो जाएगा। इसे आप चाहें तो रोज कर सकते हैं।
  5. सप्‍ताह के किसी मंगलवार को आप अपने आसपास के किसी बरगद के पेड़ से 11 पत्‍ते तोड़ लें और इसे घर ले आएं। अब उन पत्‍तों पर केसर से श्रीराम लिखकर उनकी एक माला बना लें। इसके बाद उस माला को किसी भी हनुमान मंदिर में चढ़ा दें। इससे आपकी मांगी हर मनोकामना पूरी होगी। इसे आप कितनी भी बार कर सकते हैं।
  6. यदि आप किसी भी बरगद या पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा का जाप करते हैं तो इससे आपको कष्‍टों से मुक्ति मिलेगी। आप चाहें तो हनुमान चालीसा का जाप अपने मन मन में भी कर सकते हैं या बोल कर भी कर सकते हैं।
  7. आप या आपके परिवार में यदि कोई सदस्‍य लंबे समय से बीमार है तो आप सोते समय उसकी तकिया के नीचे एक छोटी सी बरगद की जड़ रख दें। इससे उसकी सेहत में सुधार देखने को मिलेगा। ये जड़ आप एक दिन ले आएं और उसे ही रोजाना रख सकते हैं।
  8. यदि आपको कारोबार में लाभ नहीं हो रहा है तो आप शनिवार के दिन किसी भी बरगद के पेड़ के नीचे एक पान और एक सुपरी और उसके साथ कोई भी एक सिक्‍का रख दें। इससे आपको अपने काम में तेजी देखने को मिलेगी। साथ ही आपका मन भी प्रसन्‍न रहेगा।
  9. घर या दफ्तर में यदि आपको किसी तरह की समस्‍या लग रही है तो आप अपने घर या दफ्तर में बरगद के पेड़ की एक टहनी काटकर रख सकते हैं। इससे आपको घर या दफ्तर में सकारात्‍मक ऊर्जा का अहसास होगा। ये आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा।
  10. किसी भी शनिवार के दिन बरगद के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से आपकी मांगी हुई इच्‍छा की पूर्ति होती है। ये दीपक आप किसी भी बरगद के पेड़ के नीचे जला सकते हैं।
  11. घर पर पैसों की तंगी से परेशान लोगों को चाहिए कि आप किसी भी बरगद के पेड़ पर 11 बार सफेद धागा बांधें और फिर इस पर जल अर्पण करें। इससे आपके घर की गरीबी दूर होगी और घर में खुशहाली आएगी।
  12. जीवन में सुख की कमी से गुजर रहे लोगों को चाहिए कि वो किसी भी बरगद के पेड़ के नीचे एक शिवलिंग रख दें और इस पर रोजाना जल अर्पित करें। इससे आपके जीवन में सुखों का आभास होता दिखाई देगा। आप चाहें तो किसी ऐसे मंदिर में भी जा सकते हैं जहां पहले से शिवलिंग रखा हो।
  13. ऐसा माना जाता है कि यदि किसी के घर या उसकी छत पर बरगद का पेड़ उग जाता है तो यह उस घर के लिए शुभ नहीं होता है। इसके लिए आपको च‍ाहिए कि आप बदगद के पेड़ को वहां से उखाड़ कर किसी अच्‍छी जगह पर लगा दें। इससे आपको कोई नुकसान नहीं होगा। इसके लिए आप किसी जंगल या नहर आदि के किनारे की जगह को चुन सकते हैं।
  14. हमारे शास्‍त्रों में बताया गया है कि जिस घर में बरगद का पेड़ होता है। वहां कभी भी शांति नहीं होती है। हर समय घर में कलेश ही बना रहता है। इसलिए यदि आप बरगद का पेड़ लगाना चाहते हैं तो अपने घर की चारदीवारी से दूर लगाएं।
  15. यदि बदगद का पेड़ घर के आंगन में है तो इससे आपकी संतान को कष्‍ट हो सकता है। आपके बच्‍चे हमेशा बीमार रह सकते हैं। इसलिए इसे आंगन में ना तो कभी लगाएं ना ही उगने दें। अन्‍यथा आपको संतान से जुड़ी परेशानी उठानी पड़ सकती है।

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बरगद के पेड़ के वैज्ञानिक लाभ

प्रकृति ने हमें जो भी चीज दी है उसके अनेकों लाभ हैं। बस जरूरत है हमें उसे समझने की और उसे अपनाने की। आइए अब हम आपको बरगद के पेड़ के कुछ महत्‍वपूर्ण लाभ बताते हैं। जो कि आप बरगद के पेड़ से ले सकते हैं।

Bargad ka ped

दांत और मसूड़ों के लिए बरगद का पेड़ लाभकारी

जिन लोगों के दांतों में अक्‍सर किसी तरह की समस्‍या रहती है और इसका समाधान जानना चाहते हैं। उनके लिए बरगद का पेड़ बेहद लाभकारी होता है। ऐसे लोगों को चाहिए कि वो रोजाना सुबह बरगद की जड़ को ब्रुश की तरह प्रयोग करें। इससे उन्हें दांत की समस्‍या में लाभ मिलेगा। यदि ऐसा वो एक महीने तक करते हैं तो उन्‍हें लाभ दिखाई देने लगेगा। साथ ही इसे कोई भी कर सकता है।

रोग प्ररिोधक क्षमता बढ़ाने में बरगद का पेड़ लाभकारी

जिन लोगों के शरीर की रोग प्रतिरोधकता क्षमता बेहद कमजोर होती है और वो हर बार बीमार होते हैं। उन्‍हें बरगद के पेड़ की पत्‍ती का सेवन करना चाहिए। क्‍योंकि बरगद के पेड़ की पत्‍ती में हेक्‍सन, ब्‍यूटेनॉल, क्‍लोरोफॉर्म और पानी भारी मात्रा में मौजूद रहता है। जिसके सेवन से आपके शरीर की रोग प्रतिरोधकता क्षमता काफी मात्रा में बढ़ती है। इसका सेवन आप किसी भी तरह से कर सकते हैं। साथ ही इसका सेवन कोई भी किसी भी समय कर सकता है।

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बवासीर में राहत

बरगद के पेड़ में बवासीर जैसी गंभीर बीमारी में राहत दिलाने की ताकत मौजूद होती है। इसलिए यदि आप इसके दूध का सेवन किसी भी तरह से करते हैं तो आपको इससे बवासीर में राहत मिलती है। क्‍यों‍कि बरगद के पेड़ से निकलने वाले दूध में रेजिन, एल्ब्‍यूमिन, सोरेन, शुगर और मैलिक एसिड जैसे तत्‍व पाए जाते हैं। जिससे आपको बवासीर में राहत मिलती है। इसलिए इसके दूध का सेवन आपको कुछ दिनों के अंतराल पर जरूर करना चाहिए।

डायबिटीज में राहत दिलाता है बरगद का पेड़

डायबिटीज की समस्‍या के गुजर रहे लोगों को हमेशा बदगद के पेड़ की जड़ का आर्क पीने की सलाह दी जाती है। क्‍योंकि बदगद के पेड़ के शुगर को कम करने वाला तत्‍व पाया जाता है। जिससे शुगर के रोगों में राहत मिलती है। इसलिए यदि आप भी शुगर के मरीज हैं तो इसका प्रयोग जरूर करें।

खुजली से राहत

खुजली की समस्‍या में भी बरगद का पेड़ बेहद लाभकारी होता है। इसके लिए चाहिए कि आपके जिस स्‍थान पर खुजली हो रही है। उस जगह पर आप बरगद के पेड़ की छाल या पत्‍ते का लेप लगा लें। इसके लिए आप इसे मिक्‍सी में पीस कर उसमें थोड़ा पानी मिला लें। इसके बाद इसे धो लें। यदि आप ऐसा कुछ दिनों तक लगातार करते हैं तो आपको खुजली से राहत मिलेगी। साथ ही यदि आपको त्‍वचा से जुड़ी कोई समस्‍या है तो भी आप इसका लेप लगा सकते हैं। वहां भी आपको इससे राहत देखने को मिलेगी। खुजली से राहत दिलाने में ये तरीका बेहद कारगर है।

बालों के लिए लाभकारी

बालों का झड़ना आज बेहद आम बात हो गई है। लेकिन यदि आप इसे रोकना चाहते हैं तो आप इसमें भी बरगद के पेड़ का प्रयोग कर सकते हैं। इसके लिए आपको चाहिए कि आप बरगद के पेड़ के पत्‍तों को पीस कर उसका लेप लगा लें। एक दो घंटे तक इसे ऐसे ही रहने दें। इसके बाद आप अपने सिर को धो लें। इससे आपके बाल झड़ने की समस्‍या समाप्‍त हो जाएगी। हालांकि, हम आपको बात दें कि अभी तक इस पर पूरी तरह से पुष्टि नहीं हुई है। इसलिए यदि आपको इससे नुकसान होता है तो इसका प्रयोग ना करें।

मन को शांत करने में

माना जाता है कि बरगद का पेड़ इतना भारी भरकम होता है। इसका प्रभाव हमारे शरीर और मन पर भी पड़ता है। इसलिए यदि आप कहीं धूप से परेशान होकर आ र‍हे हैं और आपको कोई बरगद का पेड़ दिखाई देता तो आप थोड़ी देर उस बरगद के पेड़ के नीचे जरूर बैठ जाएं। इसकी छाया दूसरे पेड़ों के मुकाबले हमारे मन को ज्‍यादा शातिं देने का काम करती है। इसलिए यदि आपके घर के आसपास कहीं खाली जगह है तो आप वहां बरगद का पेड़ जरूर लगाएं।

अकाल में भी हरा भरा रहता है बरगद का पेड़

बरगद का पेड़ आपने सूखा हुआ शायद ही कभी देखा होगा। क्‍योंकि इसमें एक खूबी होती है कि यह अकाल के दौरान भी पूरी तरह से हरा भरा रहता है। ऐसे में यदि आप किसी जगह एक बरगद का पेड़ लगाते हैं तो आपको इसकी छाया तो हमेशा मिलती ही रहेगी। साथ ही यदि कभी अकाल जैसी समस्‍या आती है तो भी इससे आप पशुओं का चारा भी ले सकते हैं। इसलिए आप बरगद का पेड़ जरूर लगाएं ताकि जब कभी पृथ्‍वी पर संकट आए तो बरगद का पेड़ हमें मददगार सिद्ध हो सके।

ऑक्सीजन का कारखाना है बरगद का पेड़

ऑक्‍सीजन को प्राणवायु भी कहा जाता है। इसलिए यदि आप चाहते हैं कि ऑक्‍सीजन की कभी कमी ना हो तो आप बरगद का पेड़ जरूर लगाएं। इस पेड़ की खूबी ये है कि इसमें आपको 24 घंटे में से 20 घंटे तक ऑक्‍सीजन मिल सकती है। रात के दौरान ये लगभग 4 घंटे तक ऑक्‍सीजन नहीं देता है बस। साथ ही ये पेड़ बिना किसी देखभाल के भी कई दशकों तक आसानी से जीवित रह सकता है। इस‍ी खूबी के चलते बरगद के एक पेड़ की तुलना घने जंगल से की जाती है।

सांप के काट लेने पर आराम

बरगद का पेड़ आपको सांप काट लेने पर भी फायदा दिला सकता है। इसके लिए आपको बरगद के पेड़ की जड़ लेनी चाहिए और इसका पेस्‍ट बना लेना चाहिए। इसके बाद आपको जिस जगह पर सांप ने काटा है उस जगह पर लगा लेनी चाहिए। इससे आपको तुरंत तो आराम मिलेगा ही, साथ ही सांप के जहर को शरीर में फैलने से भी रोकेगा। लेकिन आप आप केवल इसी के भरोसे ना रहें। इसके बाद आपको तुरंत डॉक्‍टर से भी संपर्क करना चाहिए।

बरगद के पेड़ के नुकसान

हर चीज के अपने लाभ अपने नुकसान होते हैं। ऐसे में बरगद के पेड़ के भी कुछ नुकसान हैं। आइए आपको उनसे भी परिचित करवाते हैं। ताकि आप उसके प्रति हमेशा जागरूक रहें।

  • अगर आप मौजूदा समय पर किसी दवा का सेवन कर रहे हैं तो आपको बरगद को किसी भी तरह से प्रयोग करने से बचना च‍ाहिए। या आपको इसके लिए एक बार अपने डॉक्‍टर से सलाह ले लेनी चाहिए।
  • बरगद का पेड़ हर किसी पर अलग तरह का प्रभाव दिखा सकता है। इसलिए यदि आप इसका दो तीन दिन सेवन करते हैं और आपको इससे लाभ होता नहीं दिखाई देता है। तो आप इसका प्रयोग तुरंत बंद कर दें। साथ ही यदि आपको इससे एलर्जी है तो आप इसका सेवन कभी भी ना करें।

Conclusion

आज अपने जाना कि बरगद के पेड़ के लिन्दु धर्म में मान्यताएं क्या है, बरगद के पेड़ के लाभ और नुकसान बारे में। इस लेख से सम्बंधित आपके क्या विचार हैं हमें कमेंट में जरूर बताएं।

नमस्कार दोस्तों, मैं रवि "आल इन हिन्दी" का Founder हूँ. मैं एक Economics Graduate हूँ। कहते है ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता कुछ इसी सोच के साथ मै अपना सारा ज्ञान "आल इन हिन्दी" द्वारा आपके साथ बाँट रहा हूँ। और कोशिश कर रहा हूँ कि आपको भी इससे सही और सटीक ज्ञान प्राप्त हो सकें।

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