Best Psychology Books in Hindi | साइकोलॉजी बुक्स इन हिंदी

Best Psychology Books in Hindi: मनोविज्ञान हमेशा से युवाओं के लिए बेहद रूचि का विषय रहा है। यही वजह है कि इस विषय के साथ कई बार ऐसे भी लोग जुड़ जाते हैं, जिन्‍हें केवल ये जानना होता है कि कैसे किसी इंसान के हाव भाव को देखकर उसके मन में चल रही बातों को समझा जाता है। क्‍योंकि मनोविज्ञान पूरी तरह से तर्कों पर बात करता है।

इसलिए यदि आप भी Best Psychology Books in Hindi के बारे में जानना चाहते हैं तो हमारी इस पोस्‍ट को अंत तक पढि़ए। अपनी इस पोस्‍ट में हम आपको साइकोलॉाजी बुक्‍स के बारे में जानकारी देंगे। जिन्‍हें पढ़कर आप अपनी साइकोलॉजी के प्रति और ज्‍यादा समझ को बढ़ा सकते हैं। साथ ही यदि आप कॉलेज या प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो वहां आप अच्‍छे नंबर ले सकते हैं।

साइकोलॉजी क्‍या होती है?

Best Psychology Books in Hindi के बारे में हम आपको जानकारी दें इससे पहले आइए एक बार हम आपको जानकारी देते हैं कि साइकोलॉजी विषय क्‍या होता है। तो हम आपको बता दें यह एक मनोविज्ञान से जुड़ा विषय है। इसके अंदर आपको मानव के हाव भाव को देखकर उसके अंदर चल रही तमाम चीजों को समझने का तरीका बताया जाता है।

आज के समय में साक्षात्‍कार के दौरान साइकोलॉजी का बेहद ही महत्‍वपूर्ण योगदान है। साइकोलॉजी की खास बात ये है कि इसके अंदर आप किसी इंसान से बिना ज्‍यादा सवाल पूछे, उसके बारे में लगभग अनुमान लगा सकते हैं। हालांकि, कई बार साइकोलॉजी के द्वारा लगाए गए अनुमान गलत भी साबित हो जाते हैं। लेकिन आज साइकोलॉजी बुक्‍स का महत्‍व बेहद ही अधिक हो गया है।

साइकोलॉजी बुक्स

Best Psychology Books in Hindi

आइए अब हम आपको साइकोलॉजी बुक्स के बारे में जानकारी देते हैं। किताबों के नाम बताने से पहले आपको हम एक और जानकारी दे दें कि आप हमारे द्वारा बताई गई इन किताबों को दसवीं बारहंवी से लेकर बीए एमए तक के छात्र पढ़ सकते हैं। इनमें हर किसी के काम की जानकारी दी गई होगी।

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आलस का मनोविज्ञान

Best Psychology Books in Hindi में हम आपको सबसे पहले जिस किताब के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। उसका नाम है ‘आलस का मनोविज्ञान’। इसे ‘मोहम्‍मद शकील’ के द्वारा लिखा गया है। इसे हम आपको साइकोलॉजी बुक्स के अंदर इसलिए बता रहे हैं क्‍योंकि आलस मनुष्‍य की सबसे बड़ी समस्‍या होती है। जिससे हर कोई निजात पाना चाहता है।

इसलिए इस किताब को स्‍कूल कॉलेज के छात्र तो पढ़ ही सकते हैं। साथ ही इसे हर वो आदमी भी पढ़ सकता है जो कि आलस से परेशान है। इसके अंदर आपको जानकारी दी गई है कि मुनष्‍य आलस क्यों करता है? उसके आलस का क्‍या कारण होता है? मुनष्‍य अपने आलस को कैसे दूर कर सकता है? इसलिए यदि आप इन चीजों के बारे में समझना चाहते हैं तो आप साइकोलॉजी की इस किताब को आराम से पढ़ सकते हैं।

व्‍यवहारिक मनोविज्ञान

साइकोलॉजी बुक्स के अंदर आपको हम जिस किताब के बारे में आगे जानकारी देने जा रहे हैं। उसका नाम है ‘व्‍यवहारिक मनोविज्ञान’ इसे ‘डा. अशोक प्रताप’ ने लिखा है। इसके अंदर आपको हमारे दिन प्रतिदिन के दौरान आने वाले मनोविज्ञान के बारे में जानकारी दी गई है। जो कि हम लोग अपने घर या दफ्तर में देखते और सुनते हैं।

इसके अंदर आपकी मानसिक समस्‍याओं और सामाजिक समस्‍याओं जैसे विषयों को शामिल किया गया है। इसे कुल 7 भागों में बांटकर इस किताब को लिखा गया है। इसलिए यदि आप मानव के व्‍यवहार में आने वाले तमाम चीजों को मनोविज्ञान के नजरिए से समझना चाहते हों। तो इस किताब के साथ जा सकते हैं। ये किताब साइकोलॉजी बुक्स सबसे शानदार किताबों में से एक है। इसलिए इसे आप अपने आसपास किताब की दुकान से खरीद लें या ऑनलाइन मंगवा लें।

बाल मनोविज्ञान

बाल मनोविज्ञान हमेशा से ज्‍यादातर लोगों के समझ से परे रहा है। क्‍योंकि बाल मन हमेशा अपना स्‍वरूप बदलता रहता है। इसलिए जब तक हम पुराने स्‍वरूप को समझते हैं तब तक बालक का नया स्‍वरूप देखने को मिल जाता है।

लेकिन इस किताब के अंदर बाल मनोविज्ञान के बारे में विस्‍तार से चर्चा की गई है। इस किताब को कोई स्‍कूल जाने वाला छात्र, कॉलेज में पढ़ने वाला युवा या अध्‍यापक की तैयारी कर रहे युवा भी पढ़ सकते हैं। इससे उन्‍हें परीक्षा में तो मदद मिलेगी ही, साथ ही आने वाले समय में जब आप माता पिता बनेंगे तो अपने बच्‍चे के स्‍वभाव को देखकर बाल मनोविज्ञान की चीजों को भी आसानी से समझ सकते हैं। क्‍योंकि आजकल बच्‍चों की सबसे बड़ी समस्‍या यही रहती है उनके माता पिता उनकी भावनाओं को नहीं समझ पाते हैं।

विकासात्‍मक एंव समाज मनोविज्ञान

Best Psychology Books in Hindi में अब हम आपको जो अगली किताब बताने जा रहे हैं उसका नाम है विकासात्‍मक मनोविज्ञान। इस किताब के लेखक कृष्‍ण कुमार जमुआर हैं। जो कि मनोविज्ञान के क्षेत्र में काफी समय से सक्रिय हैं। इसलिए इनकी ये किताब इनके अनुभवों का एक तरह से संग्रह है।

इसके किताब के अंदर आपको मानव के विकास और समाज की विकास की भावना को समझने का मौका‍ मिलता है। इसलिए साइकोलॉजी बुक्स के अंदर हम आपको इस किताब को पढ़ने की सलाह दे रहे हैं। इस किताब को पढ़कर आप मानव विकास और उससे जुड़ी समाज की धारणाएं बताई गई हैं। इस किताब को पढ़कर आप समझ सकते हैं कि मानव का विकास कब और कैसे होता है। मनोविज्ञान में वो कौन से संकेत होते हैं। जिससे आप समाज के विकास को समझ सकते हैं।

स्‍मार्ट बनिए

इस किताब को लिखने वाले लेखक हैं ‘ब्रायन ट्रेसी’। इसके अंदर इन्‍होंने बताया है कि कैसे आप जीवन में स्‍मार्ट बन सकते हैं। Best Psychology Books in Hindi में हमने इस किताब को इसीलिए लिया है क्‍योंकि आज हर आदमी स्‍मार्ट बनना चाहता है। वह चाहता है हर कोई उसके काम की तारीफ करे। इसलिए आप यदि इस किताब को पढ़ते हैं तो समझ सकते हैं कि सही मायने में स्‍मार्ट इंसान कौन हो सकता है।

इसके अंदर इंसान के दिमाग के बारे में जानकारी साझा की गई है। लेखक ने दिमाग के तमाम उन तरीकों के बारे में जानकारी साझा की है। जिनसे आप वाकई एक स्‍मार्ट इंसान बन सकते हैं। इस लिए स्‍मार्ट बनिए पुस्‍तक हर उस इंसान को अवश्‍य पढ़नी चाहिए जो सही मायने में अपने जीवन में स्‍मार्ट बनना चाहता है।

मनोविज्ञान

Best Psychology Books in Hindi में अब हम आपको जो अगली किताब बताने जा रहे हैं। वो एक सदाबहार किताब है। क्‍योंकि इस किताब के अंदर BA/ MA या अन्‍य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र आसानी से पढ़ सकते हैं। यहां तक कि यदि कोई केवल मनोविज्ञान में रूचि मात्र रखता है तो भी इस किताब को पढ़ सकता है।

क्‍योंकि इस किताब के अंदर हर विषय को काफी अच्‍छे से और पाठयक्रम के हिसाब से लिखा गया है। जिससे आप उस टॉपिक के ऊपर अपनी अच्‍छी समझ बनाने के साथ पाठ्यक्रम को भी तैयार कर सकते हैं। साइकोलॉजी बुक्स के अंदर आप इस किताब को पढ़कर आसानी से अपनी परीक्षाओं में अच्‍छे नंबर ला सकते हैं। इसलिए इस किताब को या तो आप ऑफलाइन या ऑनलाइन मंगा लें।

बॉडी लैंग्‍वेज

बॉडी लैग्वेज किताब हर उस इंसान के‍ लिए जरूरी है जो कि किसी भी तरह से लोगों से मिलना जुलना पसंद करता है। इस किताब के लेखक ‘एलन पीज’ हैं। इस किताब के अंदर बताया गया है कि कैसे कोई इंसान किसी दूसरे इंसान के हाव भाव को देखकर ही उसके मन में आपके प्रति चल रही बातों को आसानी से समझ सकता है।

इसलिए इस किताब को स्‍कूल या कॉलेज जाने वाले छात्र भी पढ़ सकते हैं। जबकि किसी शहर के नुक्‍कड़ पर छोटी सी दुकाने चलाने से लेकर अपना करोड़ों का कारोबार करने वाला आदमी भी इस किताब को आसानी से पढ़ सकता है। जिससे उसका बिजनेस तेजी पकड़ सकता है।

इस किताब को लिखने के लिए लेखक ने पूरे 10 साल का अध्‍यन्‍न किया हुआ है। ताकि इस किताब को हर किसी के लिए उपयोगी बनाया जा सके। इस किताब को आप ऑफलाइन बाजार से भी और ऑनलाइन वेबसाइट से भी खरीद सकते हैं। आपको जो सही लगे आप वहां से खरीद कर इस किताब को पढ़ सकते हैं।

धन संपत्ति का मनोविज्ञान

धन के गणित के बारे में आपने जरूर सुना होगा। जिसके अंदर धन का पूरा लेखा जोखा रखा जाता है। लेकिन ‘धन संपत्ति का मनोविज्ञान’ किताब के अंदर आप धन के प्रति क्‍या सोचते हें इसके बारे में जानकारी दी जाएगी। इसमें बताया जाएगा कि कैसे लोगों के पास जब धन आ जाता है तो उनकी सोच बदलती जाती है। जबकि जब लोग गरीब होते हैं तो कैसे उनकी सोच लगातार बदलती रहती है।

साइकोलॉजी बुक्‍स के अंदर इस बुक का उन लोगों के लिए खास महत्‍व है जो कि हर समय पैसों के बारे में ही सोचते रहते हैं। लेकिन वो कभी अमीर नहीं बन पाते हैं। इसलिए धन संपत्ति का मनोविज्ञान पढ़ने के बाद वो अपने इस सोच को बदल सकते हैं कि कैसे कोई इंसान मनोविज्ञान का सहारा लेकर पैसों के प्रति अपनी सोच को बदल सकता है।

सपनों का मनोविज्ञान

Best Psychology Books in Hindi में अब हम आपको जो अगली किताब बताने जा रहे हैं वो हम सभी के लिए बेहद ही खास है। क्‍योंकि सपने हम सभी देखते हैं। लेकिन सपनों का मतलब हम लोग कभी समझ नहीं पाते हैं। इसलिए यदि आप मनोविज्ञान के नजरिए से समझना चाहते हैं कि सपनों का क्‍या मतलब होता है तो आपको चाहिए कि आप इस किताब को अवश्‍य पढ़ें।

इस किताब के लेखक ‘सिगमंड फ्रायड’ हैं। इन्‍होंने इस किताब के अंदर पूरे विस्‍तार से जानकारी दी है कि इंसान को सपने क्‍यों आते हैं। उनके पीछे क्‍या मकसद होता है। क्‍या सपने सही मायने में कभी हकीकत का रूप ले सकते हैं? यदि ले सकते हैं तो क्‍यों? इन सब चीजों को समझने के लिए आपको ‘सपनों का मनोविज्ञान’ किताब अवश्‍य पढ़नी चाहिए। जिससे आप सही मायने में समझ सकें कि सपने क्‍यों आते हैं।

संक्षानात्‍मक मनोविज्ञान

साइकोलॉजी बुक्स के अंदर आपको हम अब जो किताब बताने जा रहे हैं। उसे आप हर कॉलेज और विश्‍वविधालय में पढ़ने वाले छात्र भी पढ़ सकते हैं। क्‍योंकि संक्षानात्‍मक मनोविज्ञान काफी गहरा टॉपिक है। संक्षानात्‍मक के बारे में यदि आप नहीं जानते हैं तो आपको हम बता दें कि एक ऐसा मनोविज्ञान है। जिसके अंदर आपको बताया जाता है कि मानव कैसे अपने मन में सोचता विचारता है।

मानव कब क्‍या सोचता है। इस बारे में हम कैसे समझ सकते हैं। इसके अंदर आप मानव की इंद्रियों के बारे में भी जान सकते हैं कि जब मानव किसी चीज के बारे में सोचता है, तो उसके अंदर किस तरह से इंद्रियों में परिवर्तन आता है। खास बात ये है कि इसके अंत में वस्‍तुनिष्‍ठ प्रश्‍न भी दिए गए हैं। जो कि किसी छात्र को सेलेब्‍स और परीक्षा को कवर करने में काफी मदद कर सकते हैं। इसलिए छात्रों के लिए ये किताब काफी महत्‍वपूर्ण है।

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साइकोलॉजी बुक्‍स को पढ़ना क्‍यों जरूरी है?

मनोविज्ञान को समझने के लिए साइकोलॉजी को पढ़ना बेहद ही जरूरी है। क्‍योंकि कभी भी मनोविज्ञान को केवल देख या सुनकर नहीं समझा सकता है।

साइकोलॉजी बुक्‍स को किस भाषा में पढ़ना सही रहता है?

साइकोलॉजी बुक्‍स को आप जिस भाषा में पढ़ना चाहें उसी भाषा में पढ़ सकते हैं। बस आपको उस भाषा की अच्‍छी समझ होनी चाहिए।

साइकोलॉजी बुक्‍स की कीमत क्‍या होती है?

साइकोलॉजी बुक्‍स आपको 300 से लेकर 1 हजार रूपए तक की मिल सकती हैं। इनकी कीमत इनके लेखक और कंटेंट के ऊपर निर्भर करती है।

Conclusion

आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि Best Psychology Books in Hindi कौन कौन सी हैं। इन साइकोलॉजी बुक्स को जानने के बाद आप इन किताबों में से जो भी आपको पसंद आए आप उसे ऑनलाइन या ऑफलाइन खरीद सकते हैं। बस ध्‍यान इस बात का रखें कि केवल किसी किताब को खरीद लेने मात्र से उसका ज्ञान नहीं हासिल होता है। उसके लिए उसे पूरा पढ़ना होता है। इसलिए कोशिश हमेशा यही करें कि आपने जिस भी किताब को खरीदा है, उसे जबतक पढ़ ना लें तबतक दूसरी किताब ना खरीदें।

नमस्कार दोस्तों, मैं रवि "आल इन हिन्दी" का Founder हूँ. मैं एक Economics Graduate हूँ। कहते है ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता कुछ इसी सोच के साथ मै अपना सारा ज्ञान "आल इन हिन्दी" द्वारा आपके साथ बाँट रहा हूँ। और कोशिश कर रहा हूँ कि आपको भी इससे सही और सटीक ज्ञान प्राप्त हो सकें।

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