चप्पल बनाने वाली मशीन की कीमत और चप्पल बनाने का बिज़नेस की जानकारी।

चप्‍पल बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें?

चप्पल बनाने वाली मशीन; चप्‍पल का उपयोग हमारे देश में सभी लोग करते हैं। चाहे कोई गरीब आदमी हो या अमीर आदमी, चप्‍पल के बिना किसी का भी काम नहीं चलता है। यही वजह है कि चप्‍पल बनाने का एक ऐसा बिजनेस है जो कि हर मौसम में और हर जगह आसानी से चल सकता है। लेकिन आज भी इस आसान से बिजनेस के बारे में लोगों को ज्‍यादा जानकारी नहीं है। यही वजह है कि चप्पल बनाने वाली मशीन की कीमत और चप्पल बनाने का बिज़नेस की जानकारी हर कोई लेना चाहता है।

यदि आप भी जानना चाहते हैं कि स्लीपर चप्पल बनाने की मशीन कौन सी होती है। chappal banane wali machine ki keemat क्‍या होती है। तो हमारे इस लेख को अंत तक पढि़ए।

चप्‍पल बनाने वाली मशीन क्‍या होती है?

चप्पल बनाने वाली मशीन की कीमत और चप्पल बनाने का बिज़नेस की जानकारी हम आपको दें इससे पहले आइए आपको एक बार हम बताते हैं कि चप्‍पल बनाने वाली मशीन क्‍या होती है। यह एक ऐसी मशीन होती है जो कि हमारी चप्‍पल बनाने का काम करती है। इस मशीन की मदद से हम किसी भी तरह की छोटी बड़ी चप्‍पल आसानी से बना सकते हैं। इस मशीन की खास बात ये है कि ये मशीन बिजली से चलने वाली भी मिलती है। साथ ही यदि आप चाहें तो हाथ से चलने वाली मशीन भी खरीद सकते हैं। आगे हम दोनों की मशीन के बारे में आपको विस्‍तार से जानकारी देंगे।

chappal banane wali machine ki keemat

चप्‍पल बनाने वाली मशीन कहां से खरीदें?

यदि आप चप्‍पल बनाने वाली मशीन को खरीदना चाहते हैं। तो इसके लिए आप ऑनलाइन वेबसाइट की मदद भी ले सकते हैं। यदि आप ऑनलाइन नहीं मंगाना चाहते हैं। तो बेहतर होगा कि आप अपने आसपास जो बाजार है वहां चले जाइए। वहां आपको दुकान पर इस तरह की तमाम मशीनें रखी दिखाई दे जाएंगीं। जो कि तमाम तरह की होंगी। दुकानदार आपको इनके बारे में अच्‍छे से जानकारी दे देंगे। इसके बाद आप अपने बजट के अनुसार कोई भी मशीन खरीद सकते हैं।

खास बात ये है कि कुछ मशीनें आज के समय में आधुनिक तरीके की आ चु‍की हैं। जिनमें कई तरह की सुविधाएं दी गई होती हैं। इनकी कीमत एक लाख रूपए तक होती है। इस मशीन के अलावा आपको ड्रिल मशीन, स्‍ट्रैप मशीन, ग्राइडंर, डाई की मशीन भी खरीदने की जरूरत पड़ेगी। इन छोटी मशीनों की कीमत आपको 8 से 10 हजार के बीच में मिलेगी।

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मशीन कहां लगाएं?

यदि आप इन मशीनों को खरीद लेते हैं तो सवाल ये उठता है कि इन्‍हें कहां लगाया जाए। इसके लिए आपको चाहिए कि आपके पास जहां खुली जगह हो आप इसे वहीं लगा दीजिए। बस ध्‍यान इस बात का रखिए कि वहां बिजली और आपके साथ काम कर रहे लोगों को आने जाने की समस्‍या ना हो।

इस बात के संशय में ना रहें कि आपको अपनी मशीन किसी बड़े बाजार में ही लगानी पड़ेगी। आप इसे चाहें तो अपने घर में भी लगा सकते हैं। क्‍योंकि ये मशीनें बहुत ज्‍यादा आवाज नहीं करती हैं। साथ ही ये जगह भी थोड़ी घेरती हैं।

चप्‍पल बनाने की विधि

  • सबसे पहले आपके पास रबड़ का एक बोर्ड नुमा बड़े आकार का कच्‍चा माल होता है। जिसे सोल कहते हैं। चप्‍पल बनाने वाली मशीन उसमें से आपको जिस आकार की चप्‍पल चाहिए। उसी आकार की रबड़ काट देती है। आकार आपको पहले मशीन में सेट करना पड़ता है। साथ ही यदि आपके पास मंहगी वाली मशीन है तो उसी समय वो फीटे डालने वाली जगह पर छेद भी कर देगी।
  • चप्‍पल बनने के बाद आपको अपनी चप्‍पल प्रिंट करनी होती है। जिससे कि चप्‍पल का रंग और डिजाइन सेट होता है।
  • प्रिंट करने के बाद आपको चप्‍पल को कुछ समय के लिए धूप में रख देना होता है। ताकि वो पूरी तरह से सूख जाए।
  • अब आपको चप्‍पल के चारों तरफ ग्राइडिंग मशीन से बराबर करना होता है। ताकि किसी भी जगह खुरदुरा ना रह जाए।
  • इसके बाद आपको हाथ वाली मशीन की मदद से चप्‍पल के अंदर फीते डालने होते हैं। जो कि आप बाजार से खरीद सकते हैं।
  • इसके बाद आपको हर चप्‍पल को बारीकी से देखना होता है। यदि उसके अंदर कोई भी कमी नहीं है। तो आपको उसकी पैकिंग करनी होती है। पैकिंग किसी तरह आप करोगे ये आपके ऊपर निर्भर करता है।
  • अंत में आपको पैकिंग के बाद इसे बाजार में भेज देना होता है। जिससे आपकी चप्‍पल की बिक्री हो सके। बिक्री बढ़ाने से जुड़े कुछ तरीके हम आपको अंत में बताएंगे।

चप्‍पल बनाने के बिजनेस का लाइसेंस

यदि आप अपने बिजनेस को केवल छोटे पैमाने पर रखना चाहते हैं। तो इसके लिए आपको सबसे पहले भारत सरकार के MSME के अंतर्गत रजिस्‍टर करवाना होगा। लेकिन यदि आप अपने आपको एक ब्रांड के तौर पर उभारना चाहते हैं तो इसके लिए आपको ISI के अंतर्गत करवाना होगा। बड़े व्‍यापार के लिए आपको तमाम तरह की नियम व शर्ते भी होती हैं। जिन्‍हें आपको पूरा करना होगा।

लेकिन हमारा सुझाव रहेगा कि आप खुद को बिना रजिस्‍टर किए कभी काम ना शुरू करें। क्‍योंकि रजिस्‍टर करने के बाद आपको आसानी से लोन और सरकारी मदद भी मिल सकती है। जो कि आपके काम को और आगे ले जाने में मददगार सिद्ध होगी।

चप्‍पल का बिजनेस शुरू करने की लागत?

यदि आपने अभी सोचा है कि आप केवल छोटे पैमाने पर ही अपना काम शुरू करेंगे। साथ ही इसके लिए आपके पास खुद की जमीन भी है। तो आपकी कुल लागत दो लाख रूपए तक लग सकती है। जिसमें आपके काम की सभी जरूरी मशीनें आसानी से आ जाएंगी। जिससे आप अपना काम शुरू कर सकते हैं।

लेकिन यदि आप इसे बड़े पैमाने पर शुरू करना चाहते हैं। तो कम से कम दस लाख रूपए की लागत आपको जरूर लगानी पड़ेगी। इससे ऊपर आपकी इच्‍छा पर निर्भर करता है कि आप कितना बड़ा काम शुरू करना चाहते हैं।

लाभ कितना होगा?

यदि हम लाभ की बात करें तो यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप एक दिन में कितना काम करते हैं। साथ ही आपकी चप्‍पलों की बाजार में बिक्री कितनी होती है। लेकिन अंदाजा देखें तो यदि आप छोटी मशीन से छोटे स्‍तर पर काम करते हैं। तो एक चप्‍पल बनाने की लागत आपको लगभग 30 से 40 रूपए पड़ेगी। जबकि यही चप्‍पल आपकी बाजार में 100 से 120 रूपए में बिकेगी। जबकि कई चप्‍पल इससे भी महंगी बिकती हैं।

इस तरह से यदि आप एक दिन में 200 चप्‍पल भी बना लेते हैं। तो इससे महीने भर में आपकी अच्‍छी कमाही हो जाएगी। जो कि लगातार बढ़ती ही रहेगी। साथ ही आप चाहें तो आगे चलकर अपनी मशीनें भी और बढ़ा सकते हैं।

मार्केटिंग कैसे करें?

इसके लिए आप सबसे पहले अपने आसपास के दुकानदारों से संपर्क कर लीजिए। उन्‍हें आप बताइए कि आप चप्‍पल बनाने का काम करते हैं। साथ ही आप उन्‍हें कितने रूपए में कौन सी चप्‍पल देंगे। इसके बाद जैसे ही वो तैयार होते हैं। आप उनकी दुकान पर अपनी चप्‍पल पहुंचा दीजिए। इसी तरह से आप अपने पूरे जिले के आसपास के सभी बाजारों में चप्‍पल पहुंचा दीजिए।

इसके अलावा यदि आप पैसा खर्च कर सकते हैं। तो अपने शहर के अखबारों में विज्ञापन और पोस्‍टर बैनर भी लगवा दीजिए। इसके अलावा ज्‍यादा कमाही के लिए आप बाजार में अपनी खुद की दुकान भी खोल सकते हैं।

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कुछ ध्‍यान रखने योग्‍य बातें

  • जब आप काम की शुरूआत करें तो सीधा लाभ पर विचार ना कर। पहले अपने काम को गति दें। इसके लिए आप उन दुकानदारों को ज्‍यादा कमीशन या कुछ चप्‍पल मुफ्त भी दे सकते हैं। जो कि आपकी चप्‍पल बेचने का काम करेंगे।
  • कभी भी ज्‍यादा लाभ कमाने के चक्‍कर में चप्‍पल की गुणवत्‍ता से समझौता ना करें। यह आपकी छवि खराब कर सकता है। क्‍योंकि बिजनेस कभी एक दिन के लिए नहीं किया जाता है।
  • फायदे और नुकसान से ज्यादा कोशिश ये करें कि बाजार के दुकानदारों से आपके संबध काफी अच्‍छे रहें। ताकि ग्राहकों को वो आपकी चप्‍पल सबसे पहले दिखाएं।
  • कोशिश करें कि आपकी हर चप्‍पल डिजाइनदार और अच्‍छी पैकिंग में हो। जिससे ग्राहक देखते ही आकर्षित हो जाए। इससे आपको अच्‍छा दाम भी मिल जाएगा।
  • कभी भी केवल एक वर्ग के लिए चप्‍पल ना बनाएं। बच्‍चे, बूढें, महिलांए और महंगी सस्‍ती हर तरह की चप्‍पल आप बनाने की कोशिश करें। इससे आपके साथ ग्राहक का हर वर्ग जुड़ सकेगा।
  • लगातार दुकानदारों से फीडबैक भी लेते रहें। इससे आपको अपने काम में सुधार करने में काफी मदद मिलेगी।
  • यदि आपको कुछ समय तक लाभ होता दिखाई नहीं देता है। तो कभी निराश ना हों। बिजनेस में वही कामयाब होता है। जिसके अंदर जोखिम लेने की क्षमता होती है।

Conclusion

आशा है कि आप समझ गए होंगे कि चप्पल बनाने वाली मशीन की कीमत और चप्पल बनाने का बिज़नेस की जानकारी क्‍या है। इसे जानने के बाद आप आसानी से अपने घर या बाहर अपना चप्‍पल बनाने का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। साथ ही हर महीने इससे लाखों रूपए भी कमा सकते हैं। यदि आपको हमारा ये लेख पसंद आया है तो इसे आप अपने दोस्‍तों के साथ भी अवश्‍य शेयर करें। साथ ही कमेंट बॉक्‍स में अपनी राय भी जरूर साझा करें।

नमस्कार दोस्तों, मैं रवि "आल इन हिन्दी" का Founder हूँ. मैं एक Economics Graduate हूँ। कहते है ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता कुछ इसी सोच के साथ मै अपना सारा ज्ञान "आल इन हिन्दी" द्वारा आपके साथ बाँट रहा हूँ। और कोशिश कर रहा हूँ कि आपको भी इससे सही और सटीक ज्ञान प्राप्त हो सकें।

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