डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें?

Distance learning se graduation kaise karen: चाहे हमें कोई डिग्री प्राप्त करनी हो, कोई नया कौशल सीखना हो, या अपने ज्ञान का विस्तार ही करना हो; हर एक चीज़ में डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से कहीं पर भी रहते हुए ऐसा करना मुमकिन है। डिस्टेंस लर्निंग को हम ऑनलाइन एजुकेशन या इ-लर्निंग के नाम से भी जानते हैं।

टेक्नोलॉजी और इंटरनेट के आविष्कार की मदद से, डिस्टेंस लर्निंग सभी के लिए एक सुविधाजनक चीज़ बन गयी है। पिछले कुछ सालों से डिस्टेंस लर्निंग पारंपिक कक्षा-आधारित शिक्षा के एक विकल्प के रूप में लोकप्रियता हासिल कर रहा है। क्यूंकि इसमें हमे किसी भी कक्षा में बैठ कर पढ़ने की ज़रूरत नहीं पड़ती, तथा हम इस दुनिया के किसी भी कोने में बैठ कर अच्छी शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं।

आज के इस लेख में हम – डिस्टेंस लर्निंग क्या है?, डिस्टेंस लर्निंग के क्या फायदे है?, डिस्टेंस लर्निंग कितने प्रकार के होते हैं?, डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें, तथा, डिस्टेंस लर्निंग के लिए हम कैसे अप्लाई कर सकते हैं?; जैसे विषयों पर हम विस्तार से चर्चा करेंगे, तथा डिस्टेंस लर्निंग से जुड़े हर एक तथ्यों को विस्तार में समझने का पूरा प्रयत्न करेंगे, चलिए अब हम अपने इस लेख को आगे बढ़ाते है।

डिस्टेंस लर्निंग क्या है?

यह समझने से पहले चलिए यह जान लेते है कि डिस्टेंस लर्निंग क्या है? डिस्टेंस लर्निंग शिक्षा को ग्रहण करने का एक तरीका है जो आज काफी चर्चे में है, जिसमें विद्यार्थी किसी कक्षा में नहीं जाते, तथा अपने घर में रहते हुए मोबाइल या कंप्यूटर की सहायता से शिक्षा ग्रहण करते हैं। डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से आप इस दुनिया के किसी भी कोने में बैठ कर अच्छी से अच्छी शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं, बस इतना ही नहीं आपकी यहाँ पर लगने वाली फीस भी क्लास में पढ़ने वाले बच्चों की तुलना में काफी कम होती है।

हम आपको यह बता दें कि डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से आप अच्छे से अच्छे कॉलेज या यूनिवर्सिटी से अपने विषय में अच्छी शिक्षा ग्रहण करके अपने जीवन तथा अपने करियर में आगे बढ़ सकते हैं। तथा आपको यहाँ पर कोर्स के पूरा होने पर प्रमाण पत्र या सर्टिफिकेट भी दिया जाता है जो इस बात की पुष्टि करता है की आप उस विषय में अच्छी जानकारी रखते है तथा आपने उसके लिए एक अच्छी संस्थान से कोर्स भी किया है।

अगर अब आप भी डिस्टेंस लर्निंग करना चाहते है, तो आपके लिए इससे जुड़े फायदों के बारे में जानना भी बेहद आवश्यक हो जाता है, तथा इसके बाद ही आप यह निर्णय ले सकते हैं की डिस्टेंस लर्निंग आपके लिए किसी भी डिग्री कोर्स को करने या कौशल को सीखने के लिए अच्छा विकल्प साबित होगा या नहीं। चलिए अब हम डिस्टेंस लर्निंग से होने वाले फायदों के बारे में जानने का प्रयास करते हैं।

Distance learning se graduation kaise karen

डिस्टेंस लर्निंग के फायदे

जैसा हमने आपको इस लेख को शुरुआत में ही बताया था की डिस्टेंस लर्निंग को हम ऑनलाइन शिक्षा या इ-लर्निंग के नाम से भी जानते हैं। बीते कुछ वर्षों में डिस्टेंस लर्निंग अपने अनगिनत फायदों की वजह से सभी के बीच काफी ज्यादा चर्चे में चल रहा है। चलिए अब हम डिस्टेंस लर्निंग से जुड़े उन फायदों को समझने का प्रयत्न करते हैं जिनकी वजह से डिस्टेंस लर्निंग चर्चा का विषय बना हुआ है  तथा हम पूरी कोशिश करेंगे की आपके मन में डिस्टेंस लर्निंग से सम्बंधित जितने भी प्रश्न हैं हम उन सभी का उत्तर दे सके –

सुविधा – डिस्टेंस लर्निंग के फायदों में जो सबसे अच्छा फायदा है, वह है इसमें मिलने वाली सुविधा। विद्यार्थी के पास जब तक इंटरनेट है वह कहीं भी रह के किसी भी समय डिस्टेंस लर्निंग की सहायता से अपने विषय के बारे में पढ़ सकता है। एक और सबसे अच्छी सुविधा जो आपको डिस्टेंस लर्निंग में मिलती है वह ये है की।

आपको किसी भी वास्तविक कक्षा में बैठ कर न तो पढ़ाई करने की है और न तो आपको किसी शेड्यूल में बंध कर रहने की ज़रूरत है। समय में न बांधने वाली चीज़े उन लोगो के लिए काफी ज्यादा महत्वपूर्ण बन जाती हैं, जो कही पर काम करते हैं या विद्यार्थी हैं तथा वो जिनके ऊपर परिवार के खर्चो की भी ज़िम्मेदारी होती है।

कॉस्ट-इफेक्टिव – पारंपिक कक्षा में बैठ के पढ़ने वाले कोर्स की तुलना में डिस्टेंस लर्निंग काफी ज्यादा किफायती हैं, तथा इसके साथ ही विद्यार्थी यातायात, घर का किराया, जैसे कई खर्चों की बचत कर सकते हैं, क्यूंकि डिस्टेंस लर्निंग में आप अपने घर पर ही रह के अपने विषय की शिक्षा ग्रहण करते हैं। इसके अतिरिक्त बहुत से ऐसे भी यूनिवर्सिटी या कॉलेज होते हैं, जहाँ आपको आपके पिछले मार्क्स के आधार पर आर्थिक सहायता भी छात्रवृत्ति के रूप में दी जाती है।

हर विषय के कोर्स तक की पहुँच – डिस्टेंस लर्निंग विद्यार्थियों को दुनिया भर के सभी अच्छे कॉलेज तथा यूनिवर्सिटी में उपलब्ध कोर्स तथा, जो कोर्स आप करना चाहते हैं  उसके लिए आपको अपने अनुकूल कॉलेज या यूनिवर्सिटी का चयन करने की सुविधा भी प्रदान करता है। इसका अर्थ यह है की एक विद्यार्थी अपने विषय के सबसे अच्छे कोर्स को घर पर बैठे-बैठे ही बिना किसी अधिक मेहनत के कर सकता है, साथ ही डिस्टेंस लर्निंग सभी विद्यार्थियों को इस दुनिया के सबसे अच्छे प्रोफेसर्स से पढ़ने का मौका भी देता है।

खुद के अनुसार शिक्षा ग्रहण करना – जैसा अब आपने समझ ही लिया है की डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से हम अपने घर पर बैठे-बैठे ही अपने विषय की शिक्षा ले सकते हैं, इसके साथ ही मिलने वाली बेहतरीन सुविधाओं में से एक यह है की, आप एक टॉपिक के लेक्चर को बार-बार तब तक देख सकते हैं, जब तक आपको वह टॉपिक समझ न आए। लेकिन वास्तविक कक्षा में यह सुविधा मुमकिन नहीं हो पाती है। यह सुविधा उनके लिए सबसे ज्यादा अच्छी होती है जो एक ही टॉपिक को बार-बार पढ़ के उसकी  समझ लेना चाहते हैं।

टेक्नोलॉजिकल स्किल्स – ऑनलाइन पढ़ाई में हम अपने कोर्स का अध्ययन किसी मोबाइल या लैपटॉप पर इंटरनेट की सहायता से करते है, इसके लिए हमें कंप्यूटर से जुड़े कुछ ऐसे चीज़ों का इस्तेमाल भी करना पड़ता है जिनमे टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है, जो आपको भविष्य  बहुत काम आते हैं, जैसे की वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग, ऑनलाइन डाउट क्लासेज, इत्यादि; इन चीज़ो का इस्तेमाल करने से छात्र के टेक्निकल ज्ञान में भी वृद्धि होती है, जो आज के समय में नौकरी पाने के लिए काफी ज्यादा उपयोगी है।

करियर में प्रगति – डिस्टेंस लर्निंग के दौरान छात्र अपने पढाई के साथ साथ अपने काम को भी बिना किसी बाधा के कर सकते हैं। इसका मतलब यह है की छात्र अपने अर्जित किये हुए ज्ञान का इस्तेमाल अपनी वर्तमान नौकरी में कर सकते हैं, जो उनके लिए करियर में आगे बढ़ने के कई रास्तों को खोल देतीं है।

इसके अतिरिक्त बहुत सी कंपनी डिस्टेंस लर्नर्स को काफी ज्यादा महत्व देती हैं, क्यूंकि डिस्टेंस लर्निंग को पूर्ण  करके प्रमाण पत्र लेना कैंडिडेट में  मौजूद आत्म अनुशासन, समय को मैनेज करने का गुण, तथा ज्ञान अर्जित करने की जिज्ञासा को दर्शाता है। जो किसी भी अच्छी कंपनी में नौकरी पाने के लिए काफी अच्छा माना जाता है।

बस इतना ही नहीं, अगर आप डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करना चाहते हैं तथा आपके मन में यह प्रश्न है की डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें?  तो दोस्तों हम आगे आपको इसके बारे में भी विस्तार से बताएँगे।

अब आप इतना तो समझ ही गए होंगे की डिस्टेंस लर्निंग लोगो के बीच इतना चर्चे में क्यों है। इसके इतने फायदों को देखने के बाद अब आपके मन में भी यह प्रश्न आ रहा होगा, की डिस्टेंस लर्निंग कितने प्रकार के होते हैं?, तथा इनमें एडमिशन या कैसे लेते हैं?, चलिए अब हम एक एक करके  इन दोनों बातों को समझने का प्रयत्न करते हैं।

डिस्टेंस लर्निंग के प्रकार

डिस्टेंस लर्निंग के कई प्रकार हैं, प्रत्येक की अपनी अनूठी विशेषताएं और फायदे हैं। डिस्टेंस लर्निंग के कुछ सबसे सामान्य प्रकार निम्नलिखित हैं जो लोगों के बीच हमेशा से चर्चा का विषय रह चुके हैं –

Hybrid or Blended Learning – हाइब्रिड या ब्लेंडेड लर्निंग ऑनलाइन पढाई को पारंपरिक फेस-टू-फेस इंटरेक्शन को साथ मिला कर पढाई को और मज़ेदार बनता है, यहाँ विद्यार्थी व्यक्तिगत तरीके से अपने शिक्षक से अपने प्रश्नों को पूछ सकते हैं, तथा शिक्षक द्वारा दिए गए कोर्स वर्क को पूरा भी कर सकते हैं।

इस प्रकार के डिस्टेंस लर्निंग का उद्देश्य ऑनलइन शिक्षण और in-person प्रशिक्षण का मिश्रण प्रदान करता है, जो वास्तविक कक्षा के लाभ को खोये बिना अपनी शिक्षा को ग्रहण करने में मददगार साबित होता है, तथा हमे यह बिल्कुल भी महसूस नहीं होता की हम उस कक्षा का अंग नहीं हैं।

Synchronous Distance Learning – इस प्रकार की डिस्टेंस लर्निंग वास्तविक समय में होती है, जहाँ शिक्षक और छात्र दोनों वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, लाइव चैट या वेबिनार जैसी तकनीक के माध्यम से एक दूसरे जुड़े रहते हैं, तथा छात्र अपने प्रश्नों का उतार शिक्षक से उसी समय प्राप्त कर सकते हैं। यह हमें डिस्टेंस लर्निंग के उस प्रकार को प्रदान करता है, जो एक संरचित वातावरण को बनाने में मदद करता है, जहाँ छात्रों को शैक्षिक चर्चाओं में शामिल होने की सुविधा प्रदान करता है, जहाँ पर विद्यार्थी अपने प्रश्नों शिक्षक से को पूछ कर तुरंत अपने प्रश्न का उत्तर प्राप्त कर सकतें है।

Asynchronous Distance Learning – यह डिस्टेंस लर्निंग आपकी खुद की गति पर चलती है, मतलब आप किस रफ़्तार से अपने कॉर्सेको करेंगे यह पूर्णतः आप पर निर्भर करेगा। तथा आप अपने कोर्स सामग्री का इस्तेमाल सकते हैं जो आपके कोर्स को पढ़ने में आपकी सहायता करता है, इतना ही नहीं।

आप अपने समय की अनुकूलता के अनुसार कभी भी अपने कोर्स से सम्बंधित असाइनमेंट को पूरा कर सकते हैं। यहाँ पर संचार ईमेल, विवाद फोरम या अन्य ऑनलाइन सहयोग उपकरणों के माध्यम से किया जाता है। इस प्रकार की डिस्टेंस लर्निंग उन लोगों के लिए उपयुक्त है, जो अपने समय अनुसार तथा अपनी गति से अपने कोर्स को पूरा करना चाहते हैं।

Self-paced Online Learning – इस प्रकार की डिस्टेंस लर्निंग स्व-निर्देशित होती है, जहाँ छात्र अपने स्वयं की गति से अपने कोर्स को पूरा कर सकते हैं, यह कुछ हद तक ऊपर बताये गए डिस्टेंस लर्निंग के जैसा ही होता है, लेकिन यहाँ पर आपको अपने शिक्षकों द्वारा रिकॉर्ड किए हुए लेक्चर मिलते हैं, और आप अपने असाइनमेंट को अपनी अनुकूलता तथा समय के अनुसार पूरा कर सकते हैं। इस प्रकार में अध्यापक या अन्य छात्रों के साथ आपका संचार अक्सर सीमित होता है या उपलब्ध ही नहीं होता। इस प्रकार की डिस्टेंस लर्निंग उन लोगों के लिए काफी उपयुक्त है, जो स्वतंत्र रूप से अपना काम करना करने के साथ साथ पढाई करना चाहते हैं।

MOOCs (Massive Open Online Courses) – ये ऐसे ऑनलाइन कोर्स होते हैं जिन्हें कोई भी व्यक्ति जिसके पास इंटरनेट की सुविधा है वो इन्हे प्राप्त कर सकता है। ये विभिन्न क्षेत्रों से विभिन्न कोर्स की विस्तृत श्रृंखला को प्रदान करता हैं, और अक्सर ऐसे कोर्स मुफ्त होते हैं तथा कोर्स के सम्पूर्णता का आपको प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जाता है। यह डिस्टेंस लर्निंग उन लोगों के लिए उपयुक्त है, जो विभिन्न विषयों का अध्ययन करना चाहते हैं, और अपनी गति से बिना किसी समय बाधा के साथ मुफ्त के कोर्स का अध्ययन करना पसंद करते हैं।

Microlearning – इस तरीके में आपको किसी भी टॉपिक के ऊपर एक छोटा, और फोकस्ड लर्निंग एक्सपीरियंस मिलता है। माइक्रो टीचिंग के अधिकांश सेशन फ़ोन से आप तक पहुचाये जाते हैं, यहाँ पर हर एक सेशन की समय अवधि 5 मिनट या उससे कम होती है, जिसमे किसी एक टॉपिक या स्किल को सीखाने पर ध्यान दिया होता है। इस प्रकार की डिस्टेंस लर्निंग उन लोगो के लिए काफी अच्छी साबित हो सकती है जो काफी व्यस्त रहते हैं, तथा कम समय में ही किसी चीज़ को समझना या सीखना चाहते हैं।

अब अगर आपके मन में यह प्रश्न उठ रहा है की आप – डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें?- तो दोस्तों, हमने आपको डिस्टेंस लर्निंग के कुछ बता दिए हैं, तथा आप अपने अनुसार इनमे से किसी भी प्रकार के डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम में भाग लेकर अपने ज्ञान की वृद्धि कर सकते हैं, तथा उसकी मदद से आप अपने करियर को एक अच्छी दिशा भी दे सकते हैं। चलिए अब हम आपको यह बताते हैं की आप किसी भी डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम के लिए कैसे अप्लाई कर सकते हैं। बस इतना ही नहीं अगर आप यहाँ से ग्रेजुएशन करना चाहते हैं तो आप वो भी कर सकते हैं।

डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें?

चलिए अब विस्तार से जानते है कि डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें?

रिसर्च करें – किसी भी डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम में भाग लेने के लिए आपको सबसे पहले अपने कोर्स के अनुसार एक अच्छी यूनिवर्सिटी का चयन कर लेना आपको किसी भी तरह की परेशानी न हो।

अप्लाई करने के लिए अवश्‍यकताओं को देखें – अपने कोर्स और यूनिवर्सिटी का चयन कर लेने के बाद आपको एडमिशन लेने के लिए किन चीज़ो की ज़रूरत पड़ेगी, कोर्स की फीस क्या है?, इत्यादि; के बारे में पता करना चाहिए। कोर्स तथा प्रोग्राम के आधार पर आपको प्रतिलेख, अपनी मार्कशीट, निबंध, और/या सिफारिश पत्र जमा करने की आवश्यकता हो सकती है।

अप्लाई करें – आप जिस भी कोर्स का हिस्सा बनना चाहते है उसके फॉर्म को भरे, एप्लीकेशन फॉर्म में आपसे आपकी निजी जानकारी, पहले की एजुकेशनल हिस्ट्री तथा आपके प्रोफेशनल हिस्ट्री के बारे में पूछा जा सकता है। कुछ प्रोग्राम के एप्लीकेशन फॉर्म को भरने के लिए आपको एप्लीकेशन फीस भी देनी पड़ सकती है।

सम्बंधित डाक्यूमेंट्स को जमा करे –  अपने एप्लीकेशन फॉर्म के साथ आप अपने सारे सम्बंधित डॉउसमेंट्स जो एडमिशन लेने के लिए अनिवार्य है उन्हें जमा करें।

जवाब की प्रतीक्षा करें – फॉर्म जमा करने के बाद आपको थोड़ा इंतज़ार करना पड़ सकता है, क्यूंकि आपके एप्लीकेशन को एडमिशन कमिटी के सदस्‍यों द्वारा मंज़ूरी मिलने पर ही आगे बढ़ाया जाता है।  कुछ कोर्सेज में आपका इंटरव्यू भी लिया जा सकता है।

FAQ

क्या डिस्टेंस लर्निंग से मिले हुए सर्टिफिकेट की वही वैल्यू होती है जो कक्षा में पढ़े हुए छात्रों के सर्टिफिकेट की होती है?

जी हाँ दोस्तों दोनों ही सर्टिफिकेट की सेम वैल्यू होती है, लेकिन कई कम्पनिया डिस्टेंस लर्निंग से कोर्स पूरा किये हुए छात्रों को थोड़ा अधिक पसंद करते हैं।

क्या डिस्टेंस लर्निंग की फीस भी क्लास में पढ़ने वाले बच्चो के जितनी ही होती है?

नहीं ऐसा बिल्कुल नहीं है, डिस्टेंस लर्निंग  कोर्स की कीमत कम होती है।

क्या डिस्टेंस लर्निंग से पढाई थोड़ी मुश्किल होती है?

ये आप पर निर्भर करता है की आप अपने पाठ्यक्रम को समय पर पूरा कर रहे है या नहीं, वरना आप बाकियों के मुकाबले पीछे रह जायेंगे।

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Conclusion

आशा है अब आप समझ चुकें होंगे कि डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें? अगर आप भी अपने घर पर बैठे हुए, या अपने काम को करते हुए, किसी भी विषय में पढाई करना चाहते हैं तो आप डिस्टेंस लर्निंग की सहायता से कर सकते हैं, तथा बहुत से लोग डिस्टेंस लर्निंग से पढ़ के आज काफी अच्छी नौकरी कर रहे हैं और अच्छे पैसे कमा रहे हैं।

उम्र में युवा और तजुर्बे में वरिष्ठ रोहित यादव हरियाणा के रहने वाले हैं। पत्रकारिता में डिग्री रखने के साथ इन्होंने अपनी सेवाएं कई मीडिया संस्थानों को दी हैं। फिलहाल ये पिछले लंबे समय से अपनी सेवाएं 'All in Hindi' को दे रहे हैं।

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