डॉक्टर बनने में कितना खर्च आता है?

Doctor banne ke liye kitna paisa lagta hai: हमारे देश में यदि किसी भी बच्‍चे से यदि आप सवाल पूछें कि वो बड़ा होकर क्‍या बनना चाहता है तो वो ‘डॉक्‍टर’ सबसे पहले नंबर पर कहेगा। क्‍योंकि डॉक्‍टर बनना आज भी हमारे समाज और देश में बहुत ही गर्व की बात है। इसलिए हर कोई डॉक्‍टर बनना चाहता है।

लेकिन हम में से बहुत से लोग ये नहीं जानते हैं कि डॉक्टर बनने में कितना खर्च आता है। लिहाजा या तो वो कई बार गलत फैसला ले लेते हैं या फीस के डर से डॉक्‍टर की पढ़ाई ही नहीं करते हैं। इसलिए यदि आप भी जानना चाहते हैं कि डॉक्टर की पढ़ाई का खर्चा कितना होता है। तो हमारे इस लेख को अंत तक पढि़ए।

डॉक्‍टर कौन होता है?

डॉक्टर की पढ़ाई का खर्चा कितना होता है इसके बारे में हम आपको जानकारी दें इससे पहले आइए एक बार हम आपको जानकारी देते हैं कि डॉक्‍टर कौन होता है। क्‍योंकि हम लोग कई बार केवल उसी इंसान को डॉक्‍टर मानते हैं जो कि अस्‍पताल में मरीजों का इलाज करता है। लेकिन डॉक्‍टर का पेशा काफी विस्‍तृत होता है।

इसलिए हम आपको कहना चाहते हैं कि अस्‍पताल में डॉक्‍टर तो डॉक्‍टर होता ही है। लेकिन उसके साथ काम करने वाले बहुत से लोग जो डायरेक्‍ट मरीज का इलाज नहीं करते हैं, वो भी डॉक्‍टर की ही भूमिका में होते हैं। बस फर्क ये होता है कि उन्‍होंने डॉक्‍टर बनने से छोटा कोर्स किया होता है। इसलिए वो केवल सहायक की भूमिका में होते हैं।

डॉक्टर की पढ़ाई का खर्चा

डॉक्‍टर बनने का खर्च कैसे तय होता है?

  • डॉक्‍टर बनने की पढ़ाई का खर्च सबसे पहले इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस तरह के डॉक्‍टर बनना चाहते हैं। यानि आप जितने बड़े डॉक्‍टर बनना चाहते हैं उतना ही ज्‍यादा आपकी पढ़ाई में खर्च आएगा।
  • डॉक्‍टर बनने की पढ़ाई का खर्च आपके संस्‍थान पर भी काफी हद तक निर्भर करता है। क्‍योंकि हर संस्‍थान में कोर्स और उनकी फीस काफी अलग अलग होती है।
  • यदि आप किसी सरकारी या प्राइवेट संस्‍थान से कोर्स करते हैं तो डॉक्टर की पढ़ाई का खर्चा उससे भी काफी प्रभावित होता है। सरकारी संस्‍थान में आमतौर पर फीस काफी कम होती है।
  • डॉक्टर की पढ़ाई का खर्चा इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप सामान्‍य श्रेणी से आते हैं या आरक्षित श्रेणी से आते हैं। आरक्षित श्रेणी वाले छात्रों के लिए कई तरह की छात्रवृति की सुविधा भी होती है।
  • डॉक्‍टर बनने के लिए यदि आप अपने घर के आसपास के संस्‍थान का चुनाव करते हैं तो खर्चा कम होता है। लेकिन दूर के संस्‍थान में आपका रहने और खाने का खर्च काफी बढ़ जाता है।

डॉक्टर बनने में कितना खर्च आता है?

आइए अब हम आपको जानकारी देते हैं कि डॉक्‍टर बनने की पढ़ाई का सही मायने में कितना खर्च आता है। क्‍योंकि डॉक्‍टर की पढ़ाई भी कई तरह की होती है। इसलिए खर्च इस बात पर तय होता है कि आपकी पढ़ाई कौन सी है। साथ ही संस्‍थान कौन सा है।

डिप्‍लोमा कोर्स का खर्च

डॉक्‍टर बनने की पढ़ाई में यदि आप सबसे छोटे स्‍तर पर कोर्स करना चाहते हैं तो उसे हम लोग डिप्‍लोमा कोर्स कहते हैं। यह आमतौर पर एक से लेकर दो साल तक का होता है। इसके बाद आपको ट्रेनिंग करने का मौका दिया जाता है। जिस दौरान आपको पैसा भी मिलता है।

यदि आप डिप्‍लोमा कोर्स करना चाहते हैं तो इसमें सबसे कम खर्च होता है। क्‍योंकि पहली बात तो ये कि हर तरह का डिप्‍लोमा बारहंवी के बाद ही हो जाता है। जबकि दूसरी बात यह केवल एक से दो साल का होता है। इसलिए यदि हम डिप्‍लोमा के पूरे खर्च की बात करें तो यह एक से दो लाख के बीच में पूरा हो जाता है। लेकिन यदि आप किसी सरकारी संस्‍थान से डिप्‍लोमा करते हैं तो आपका यह खर्च और भी कम हो जाएगा।

डिग्री कोर्स करने का खर्च

यदि आप डॉक्‍टर से जुड़ा कोई डिग्री कोर्स करना चाहते हैं तो यह आमतौर पर तीन साल का होता है। लेकिन कई बार यह पांच साल का भी हो जाता है। इसलिए यहां हम आपको तीन साल के कोर्स की फीस की जानकारी देने जा रहे हैं।

यदि आप डॉक्‍टर बनने से जुड़ी कोई तीन साल की डिग्री करना चाहते हैं तो आपको उसके लिए कम से कम सालाना 1 एक लाख रूपए खर्च करने होंगे। कोर्स के हिसाब से यह सालाना 50 हजार भी हो सकता है और सालाना डेढ़ लाख तक भी जा सकता है।

इसके अलावा यदि आप अपनी डिग्री किसी सरकारी संस्‍थान से पूरा करना चाहते हैं तो आपको नाममात्र फीस ही देनी पड़ सकती है। क्‍योंकि वहां आपको कई तरह की छात्रवृति भी दी जाती है। इसके अलावा यदि आप डॉक्‍टर की पढ़ाई किसी मेडिकल कॉलेज की बजाय सामान्‍य कॉलेज से करते हैं तो उसकी फीस भी मेडिकल कॉलेज के मुकाबले काफी कम रहती है।

डिग्री के अलावा अन्‍य कोर्स का खर्च

यदि आप डॉक्‍टर के क्षेत्र में सबसे उच्‍च स्‍तर की डिग्री लेना चाहते हैं तो आपको उसके लिए काफी ज्‍यादा पैसा खर्च करना होगा। क्‍योंकि आप इस बात को तो जानते ही हैं कि डॉक्‍टर और इंजीनियर की पढ़ाई हमारे देश में काफी महंगी होती है।

इसलिए यदि आपका सपना बड़ा है तो उसके लिए जरूरी है कि आपके पास खर्च करने के लिए 8 से 10 लाख रूपए कम से कम हों। हालांकि, कई बार इस तरह की पढ़ाई में सरकारी मदद या अन्‍य किसी तरह की सहायता मिल जाती है। जिससे हमारा वो खर्च काफी कम हो जाता है। इस तरह की पढ़ाई में MBBS, MD और अन्‍य बड़े कोर्स शामिल होते हैं।

सरकारी संस्‍थान में पढ़ने का खर्च

यदि हम डॉक्टर की पढ़ाई का खर्चा में केवल सरकारी संस्‍थान को देखें तो इसका खर्चा काफी कम रहता है। फिर चाहे वो देश के किसी भी हिस्‍से का कोई भी सरकारी संस्‍थान क्‍यों ना हो। खास बात ये है कि सरकारी संस्थान में डिप्‍लोमा और डिग्री जैसे सारे कोर्स आसानी से मिल जाते हैं।

इसलिए हम कह सकते हैं कि यदि आप कम पैसों में डॉक्‍टर बनना चाहते हैं तो आपके लिए सरकारी संस्‍थान पहला और अंतिम विकल्‍प होना चाहिए। बस आपके अंदर डॉक्‍टर बनने का जुनून होना चाहिए।

प्राइवेट संस्‍थान में पढ़ने का खर्च

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि प्राइवेट संस्‍थान को किसी तरह की सरकारी मदद नहीं मिलती है। इसलिए उनकी फीस सरकारी संस्‍थान से लगभग दोगुनी होती है। इसलिए गरीब छात्र यहां बहुत कम संख्‍या में मिलेंगे। यदि आप किसी प्राइवेट संस्‍थान से पढ़कर डॉक्‍टर बनना चाहते हैं तो आपको चाहिए कि आपके पास कई लाख रूपए हों।

लेकिन यदि आपके पास इतने पैसे नहीं हैं तो आप प्राइवेट संस्‍थान से कोई छोटी डिग्री पूरी करके डॉक्‍टर बनने का अपना सपना पूरा कर सकते हैं। इसके बाद आप आगे की पढ़ाई के लिए दोबारा से सरकारी संस्‍थान में जा सकते हैं। लेकिन ये कहना कि आप गरीब होते हुए भी प्राइवेट संस्‍थान से पढ़कर बड़े डॉक्‍टर बन सकते हैं। ये आपके साथ धोखा होगा।

विदेश में पढ़ने का खर्च

आपने देखा होगा कि हमारे देश के काफी सारे लोग डॉक्‍टर की पढ़ाई करने के लिए चीन, रूस, यूक्रेन और अमेरिका भी चले जाते हैं। वहां दाखिला लेना भी आसान होता है और माना जाता है वहां नौकरी भी आराम से मिल जाती है। यही वजह है वहां भारत के काफी सारे छात्र चले जाते हैं।

इसलिए यदि आप किसी दूसरे देश में डॉक्‍टर बनने से जुड़ी कोई पढ़ाई करना चाहते हैं तो आपको चाहिए कि आपके पास कम से कम 40 से 50 लाख रूपए अवश्‍य हों। क्‍योंकि वहां की फीस भी काफी ज्‍यादा होती है। साथ ही आपको किसी तरह की अन्‍य सहायता भी नहीं दी जाती है। यही वजह है कि हमारे देश के महज कुछ लोग ही विदेश में जाकर पढ़ाई पूरी कर पाते हैं।

गरीब छात्र डॉक्‍टर की पढ़ाई कैसे करें?

डॉक्टर की पढ़ाई का खर्चा जानकर सबसे ज्‍यादा परेशानी उन छात्रों के लिए होती है जो गरीब होते हैं। उनके लिए हमारा सुझाव यही रहेगा कि आप सबसे पहले किसी सरकारी संस्‍थान को चुनें। उसमें यदि आपका दाखिला पहली बार में ना हो तो आप अगले साल तक के लिए इंतजार भी कर सकते हैं।

इसके बाद कोशिश करें कि आप पहले कोई छोटा कोर्स करें। उसे पूरा कर लेने के बाद आप किसी तरह की नौकरी भी साथ साथ कर सकते हैं और अपनी आगे की पढ़ाई भी पूरी कर सकते हैं। गरीब छात्रों को कभी भी प्राइवेट संस्‍थान की तरफ नहीं जाना चाहिए। क्‍योंकि कई बार वहां सुनने को मिलता है कि वहां ज्‍यादा फीस भी ली जाती है और कोर्स करने के बाद प्‍लेसमेंट (Placement) भी नहीं दी जाती है। इसलिए इससे आप मानसिक तौर पर तनाव में भी जा सकते हैं।

FAQ

डॉक्‍टर बनने का सबसे कम खर्च कहां आता है?

डॉक्‍टर बनने का सबसे कम खर्च सरकारी संस्थान में पढ़ाई करने पर आता है। साथ ही उसमें भी डिप्‍लोमा कोर्स करने पर आता है।

डॉक्‍टर बनने का सबसे ज्‍यादा खर्च किसमें आता है?

डॉक्‍टर बनने का सबसे ज्‍यादा खर्च कोई बड़ी डिग्री विदेश या प्राइवेट संस्‍थान से करने पर आता है। यह खर्च कई बार तो 50 से 60 लाख रूपए तक चला जाता है।

कम पैसों में डॉक्‍टर कैसे बन सकते हैं?

गरीब छात्र कम पैसों में सरकारी संस्‍थान में पढ़कर आसानी से डॉक्‍टर बन सकते हैं। क्‍योंकि वहां फीस कम होने के साथ कई तरह की छात्रवृति की सुविधा भी दी जाती है।

सरकारी अस्‍पताल में डॉक्‍टर बनने का खर्च कितना आता है?

किसी भी सरकारी अस्‍पताल में डॉक्‍टर बनने के लिए आपको उसकी परीक्षा और अन्‍य तरह की निर्धारित योग्यता को पूरा करना चाहिए। इसलिए आप चाहे कहीं से भी पढ़ें हों आसानी से सरकारी डॉक्‍टर बन सकते हैं।

इसे भी पढ़ें:

Conclusion

आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि डॉक्टर बनने में कितना खर्च आता है। इसे जानने के बाद आप आसानी से तय कर सकते हैं कि आपके पास कितने पैसे हैं और आप उसमें किस तरह की पढ़ाई पूरी कर सकते हैं। क्‍योंकि डॉक्टर की पढ़ाई का खर्चा हर कोर्स का अलग अलग होता है। इसलिए इसे और बारीकी से समझने के लिए आपको अपना कोर्स और संस्‍थान तय करना होगा। ताकि आपको उसकी हर साल की फीस का अंदाजा हो सके। अगर आपका अब भी डॉक्टर की पढ़ाई का खर्चा से जुड़ा कोई सवाल है तो हमें नीचे कमेंट करें।

उम्र में युवा और तजुर्बे में वरिष्ठ रोहित यादव हरियाणा के रहने वाले हैं। पत्रकारिता में डिग्री रखने के साथ इन्होंने अपनी सेवाएं कई मीडिया संस्थानों को दी हैं। फिलहाल ये पिछले लंबे समय से अपनी सेवाएं 'All in Hindi' को दे रहे हैं।

Leave a Comment