गणतंत्र दिवस से जुड़े रोचक तथ्‍य | Facts about Republic Day in Hindi

गणतंत्र दिवस से जुड़े रोचक तथ्‍य

Facts about Republic Day in Hindi- 26 जनवरी हमेशा से भारत के लिए खास रहा है। क्योंकि इस दिन को पूरे देश में गणतंत्र दिवस के रूप में जाना जाता है। इस दिन पूरे देश में विभिन्‍न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। साथ ही इस दिवस को हर कोई अलग अलग ढंग से मनाता है।

लेकिन बहुत से लोग आज भी देश के गणतंत्र दिवस के बारे में अच्‍छे से जानकारी नहीं रखते। ऐसे में आइए आज हम आपको अपनी इस पोस्‍ट में गणतंत्र दिवस के बारे में कुछ रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारी प्रदान करते हैं। जिससे आपको गणतंत्र दिवस के बारे में अच्‍छे से जानकारी मिल सके।

गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को ही क्‍यों मनाया जाता हैं

तमाम रोचक जानकारियों की शुरूआत करें इससे पहले आइए हम आपको बताते हैं कि आखिर 26 जनवरी को ही क्यों हर साल गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। इस दिन से जुड़ी जानकारी ये है कि 26 जनवरी 1930 को राष्‍ट्रीय कांग्रेस के द्वारा भारत में पूरी तरह से आजादी यानि पूर्ण स्वराज की घोषणा की गई थी।

इस दिन से जुड़ी इसी बात को ध्‍यान में रखते हुए ही ये निर्णय लिया गया था कि संविधान को इसी दिन लागू किया जाए और इसे ही गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाए।

26 जनवरी – गणतंत्र दिवस से जुड़े रोचक तथ्‍य (1 to 5)

  • 26 जनवरी 1950 को सुबह 10 बजकर 18 मिनट पर भारत का संविधान लागू हुआ था। तब से लेकर आजतक हर साल इस दिन को देशवासी पूरे उत्‍साह और जोश के साथ इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं।
  • 26 जनवरी को जब संविधान लागू हुआ था तो उस दौरान तेज बारिश हो रही थी, जिसे इस पावन घड़ी के दौरान एक शुभ संकेत माना जाता है।
  • हर साल 26 जनवरी को सुबह परेड दिल्ली के राजपथ से शुरू होती है और लाल किले पर जाकर समाप्‍त होती है। इस दौरान तीनों सेनाएं अपनी ताकत का प्रदर्शन करती हैं और विभिन्‍न राज्‍यों के कलाकार अपनी कला से देश को परिचित कराते हैं। इस दौरान पूरी दिल्‍ली में कड़ी सुरक्षा व्‍यवस्‍था रहती है।
  • संविधान को तैयार करने में डॉ अम्‍बेडकर और उनकी पूरी टीम ठीक को दो साल 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था। संविधान सभा में कुल 389 सदस्‍य थे जो कि अलग अलग प्रांतों का प्रतिनिधित्‍व कर रहे थे।
  • साल 2021 में गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाली परेड की आगुवाई पहली बार महिला ने की थी। जो कि महिला शक्ति को आगे लाने के लिए किया गया था।

गणतंत्र दिवस से जुड़े रोचक तथ्‍य (6 to 10)

  • भारत के संविधान लागू होने के बाद से अबतक इसमें सौ से भी अधिक बार संशोधन किए जा चुके हैं। जिसे हम आम भाषा में बदलाव के नाम से जानते हैं।
  • भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा और हाथ से लिखा गया संविधान है। जिसमें कुल 22 लेख में 12 अनुसूची दी गई हैं और कुल 444 आर्टिकल दिए गए हैं। संविधान की मूल प्रति आज भी संसद की लाइब्रेरी में सुरक्षित रखी गई है।
  • संविधान बनाने के दौरान इसे दो भाषाओं में लिखा गया था। एक हिंदी और दूसरा अंग्रेजी में। इन दोनों की प्रति को आज भी संसद के अंदर सुरक्षित रखा गया है।
  • भारत 1947 में ही आजाद हो गया था ऐसे में संविधान के ना लागू होने तक भारत में ब्रिटिश सरकार के भारत सरकार अधिनियम 1935 का पालन किया गया था।
  • आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत के संविधान में ज्‍यादातर चीजें दूसरे देशों के संविधान के उठाई गई हैं। जैसे कि किसी देश के संविधान में से किसी अंश को उठा लिया गया और किसी देश के संविधान से किसी अंश को।

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गणतंत्र दिवस से जुड़े रोचक तथ्‍य (11 to 15)

  • भारत के पहले गणतंत्र दिवस के मेहमान इंडोनेशिया के तत्‍कालीन राष्‍ट्रपति सुकर्णो बतौर मुख्‍य अतिथि आए थे। अच्‍छी बात ये है कि तब से लेकर आज तक भारत और इंडोनेशिया के रिश्‍ते अच्‍छे बने हुए हैं।
  • भारत में हर साल झंडा फहराने की रस्‍म के दौरान राष्‍ट्रपति को भारतीय सेना 21 तोपों की सलामी देती है। ये सलामी राष्‍ट्रगान प्रारंभ होने से शुरू होती है और राष्‍ट्रगान के खत्‍म होने तक जारी रहती है।
  • हर साल गणतंत्र दिवस परेड के दौरान एक ईसाई भजन ‘एबाइड विद मी’ बजाया जाता है, क्‍योंकि ये भजन महात्‍मा गांधी का पंसदीदा भजन था इसलिए इसे हर साल परेड के दौरान बजाया जाता है।
  • गणतंत्र दिवस के शुरूआती सालों में साल 1950 से लेकर 1954 तक इस दिन आयोजित होने वाले कार्यक्रम को ‘इरविन स्टेडियम’ में आयोजित किया जाता था। जिसे अब ‘नेशनल स्‍टे‍डियम’ के नाम से जाना जाता है।
  • आपको जानकर हैरानी होगी कि साल 1955 के दौरान गणतंत्र दिवस की परेड के मुख्‍यअतिथि कोई और नहीं बाल्कि पड़ोसी देश पाकिस्‍तान के पहले गवर्नर जनरल मलिक गुलाम मोहम्‍मद थे। क्‍योंकि उस दौरान दोनों देशों के रिश्‍ते काफी मधुर बने हुए थे।

गणतंत्र दिवस से जुड़े रोचक तथ्‍य (16 to 20)

  • जन गण मन’ को भारत की संविधान सभा ने 24 जनवरी 1950 को अपनाया था। जिसे रवीन्‍द्र नाथ टैगोर ने लिखा था।
  • संविधान लागू होने के साथ ही भारत के प्रथम राष्‍ट्रपति डॉ राजेन्‍द्र प्रसाद ने 10 बजकर 24 मिनट पर राष्‍ट्रपति पद की शपथ ली थी। जो कि उस दौरान सर्वसम्‍मति के आधार पर लिया गया फैसला था।
  • भारत के विकास के लिए बनाई गई पंचवर्षीय योजनाओं का मॉडल रूस के संविधान से लिया गया था। जिसे अब बंद कर दिया गया है।
  • गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्‍या पर हर साल राष्‍ट्रपति पूरे देश को संबोधित करते हैं। जिसमें देश के इतिहास और भविष्‍य की बातें की जाती हैं।
  • गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्‍या पर हर साल देश के चुने गए लोगों को कीर्ति चक्र, पद्म पुरस्‍कार और भारत रत्‍न पाने वालों के नाम सार्वजनिक किए जाते हैं। जिसके बाद अगले दिन 26 जनवरी को इन्हें राष्‍ट्रपति सम्‍मानित करते हैं। ये पुरस्‍कार हर साल दिए जाते हैं।

गणतंत्र दिवस से जुड़े रोचक तथ्‍य (21 to 26)

  • साल 1953 से हर साल गणतंत्र दिवस की परेड में लोक नृत्‍य और अतिशबाजी को शामिल किया गया था। जिसे आज भी हर साल परेड के दौरान राजपथ पर किया गया था और देशभर के लोग इसे टेलीविजन पर देखते हैं।
  • गणतंत्र दिवस की पहली परेड ‘मेजर ध्‍यानचंद्र स्टेडियम’ में आयोजित की गई थी, जिसे देशभर से 15 हजार लोग देखने पहुंचे थे।
  • साल 1955 में पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड राजपथ पर आयोजित की गई थी।
  • 26 जनवरी 1965 को मांग के बाद हिेंदी को देश की राष्‍ट्र भाषा का दर्जा दिया गया था।
  • भारतीय संविधान इतना बड़ा है कि यदि इसे आप पढ़ने बैठे तो एक दिन में किसी भी तरह से पूरा नहीं पढ़ सकते हैं। क्‍योंकि ये बहुत बड़ा है।
  • कोराना महामारी के चलते गणतंत्र दिवस पर साल 2021 और 2022 के दौरान कोई भी मुख्‍य अतिथि नहीं शामिल होगा। ऐसा देश के इतिहास में पहली बार होगा। साथ की कोरोना महामारी के चलते अब दो सालों से राजपथ पर दर्शकों को भी शमिल होने की इजाजत नहीं है।

अंतिम शब्द

आज अपने जाना गणतंत्र दिवस से जुड़े रोचक तथ्‍य | Facts about Republic Day in Hindi के बारे में, क्या आपको इन तथ्यों के बारे में जानकारी थी? हा और ना में हमें कमेंट करके बता सकते है।

नमस्कार दोस्तों, मैं रवि "आल इन हिन्दी" का Founder हूँ. मैं एक Economics Graduate हूँ। कहते है ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता कुछ इसी सोच के साथ मै अपना सारा ज्ञान "आल इन हिन्दी" द्वारा आपके साथ बाँट रहा हूँ। और कोशिश कर रहा हूँ कि आपको भी इससे सही और सटीक ज्ञान प्राप्त हो सकें।

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