ग्राम पंचायत के कार्य
भारत एक ग्रामीण प्रधान देश है। जिसकी आज भी एक बड़ी आबादी गांवों में निवास करती है। साथ ही आज भी देश की अर्थव्यवस्था में गांवों का सबसे ज्यादा योगदान है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए भारत में पंचायती राज व्यवस्था को अपनाया गया था। ताकि गांव के लोगों और उनके विकास को कभी भी अनदेखा ना किया जा सके।
जिसमें गांवों के विकास की जिम्मेदारी गांव के प्रधान के ऊपर दी गई और ग्राम पंचायत के कार्य भी निर्धारित किये गए है। ग्राम प्रधान गांवों की समस्याओं को समझते और उन्हें सरकार तक पहुंचाने का काम करते और फिर लोगों की परेशनियों का समाधान करते।
सरपंच के कार्य की लिस्ट
अक्सर देखा जाता हैं कि गांव के लोगों को पता ही नहीं होता कि आखिर ग्राम पंचायत के कार्य क्या होते हैं। सरपंच के कार्य की लिस्ट या ग्राम प्रधान के कार्य की लिस्ट क्या है। सरपंच गांव की किन समस्याओं का समाधान वो खुद कर सकता है।
ऐसे में यदि आप भी गांव से हैं और आपको नहीं पता कि ग्राम प्रधान के कार्य की लिस्ट क्या है और ग्राम प्रधान के पास किन कामों को कराने की जिम्मेदारी होती है तो हमारी ये पोस्ट अंत तक पढि़ए। यहां हम आपको सरपंच के कार्य की लिस्ट बताने जा रहे हैं।
ग्राम पंचायत के कार्य की लिस्ट
नीचे हमने ग्राम पंचायत के कार्य की लिस्ट के बारे में विस्तार में समझाया है ताकि आपको समझने में आसानी हो-
ग्राम पंचायत के प्रधान का काम गांव की सड़कों का निर्माण करवाना होता है। साथ ही उनकी देखभाल और रखरखाव करना होता है। इसी के साथ गांव में सड़क किनारे पानी निकासी के लिए बनी नाली की देखभाल करना होता है। यदि गांव में किसी हिस्से में पानी की निकासी के लिए उचित व्यवस्था नहीं है तो वहां पानी निकासी के लिए नाली बनवाना ग्राम पंचायत के कार्य होता है।
पशुओं के पानी पीने के लिए उचित व्यवस्था करना
गांवों में लगभग हर घर में पशु होना आम बात है। ऐसे में सार्वजनिक जगहों पर उनके पानी पीने की व्यवस्था करवाना ग्राम पंचायत के कार्य होता है। ताकि जब भी पशु बाहर खुले में जाएं तो उन्हें पानी पीने की समस्या ना हो। क्योंकि गांव में अक्सर लोग शाम के समय अपने पशुओं को बाहर घास चराने और नहलाने के लिए ले जाया करते हैं। तो इस दौरान गांव के तालाब आदि का होना बेहद जरूरी होता है।
पशु पालन और डेयरी को बढ़ावा देना
ग्राम पंचायत के कार्य गांव के अंदर लोगों को पशुपालन और डेयरी जैसे कामों के लिए प्रोत्साहित करना होता है। साथ ही गांव के अंदर दूध बिक्री केंद्र की स्थापना करवाना होता है। ताकि जो लोग इस काम से जुड़ना चाहे उन्हें काम करने में आसानी रहे।
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खेतों में सिंचाई की उचित व्यवस्था करवाना
गांवों के अंदर खेतों की सिंचाई के लिए नहरों का पानी होता है। जिसमें से तमाम नालियां निकली होती हैं। उन नालियों के माध्यम से खेतों में पानी पहुंचाया जाता है। ऐसे में ग्राम प्रधान की जिम्मेदारी होती है कि उन नालियों को बनवाना और उनकी देखभाल करवाना। साथ ही जिन खेतों में पानी पहुचाने के लिए अभी तक नालियां नहीं बनी हैं वहां भी नालियां बनवाना ताकि सभी खेतों तक आसानी से नहर का पानी पहुंच सके।
गांव में स्वच्छता का ध्यान रखना
देश में इन दिनो ‘स्वच्छ भारत अभियान’ चल रहा है। जिसके तहत सार्वजनिक स्थानों की साफ सफाई रखना होता है। ऐसे में इस अभियान को सफल बनाने के लिए ग्राम प्रधान की जिम्मेदारी होती है कि वो लोगों को साफ सफाई के प्रति जागरूक करे। साथ ही गांव के चौक चौराहों पर कूडा दान रखवाए, ताकि लोग गंदगी को इधर उधर ना फैंके। संभव हो तो गांव के अंदर कूडा निपटान की व्यवस्था भी करवाए।
दाह संस्कार और कब्रिस्तान की सही व्यवस्था करवाना
मृत्यु हम सभी के जाीवन का एक कड़वा सच है। ऐसे में हर धर्म की मृत्यु के बाद एक अंतिम क्रिया होती है। जिससे हमारा शरीर पंचतत्व में विलीन हो जाता है। ऐसे में ग्राम प्रधान की जिम्मेदारी होती है कि गांव के अंदर एक शमशान और एक कब्रिस्तान होना चाहिए। ताकि मृत्यु को प्राप्त किसी भी व्यक्ति की अंतिम क्रिया विधि विधान के साथ संपन्न की जा सके।
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शिक्षा के लिए विधालय और इलाज के लिए अस्पताल खुलवाना
ग्राम प्रधान की जिम्मेदारी होती है कि वो अपने गांव में बच्चों की शिक्षा के लिए सरकारी स्कूल खुलवाए और ग्रामीणों के इलाज के लिए अस्पताल खुलवाए। ताकि गांव के किसी भी व्यक्ति को इन सुविधाओं के लिए परेशान ना होना पड़े। यदि ऐसा संभव ना हो तो वो इसकी मांग सरकार तक भेजे।
गांव में रहने वाले युवा सुबह सुबह दौड़ के लिए मैदान में जाते हैं। साथ ही वो दूसरे खेल भी खेलते हैं। ऐसे में ग्राम पंचायत के कार्य होता है कि यदि उसके गांव में खेल का मैदान नहीं है तो वो सरकार से इसकी मांग करे साथ ही गांव के युवाओं को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करे। ताकि अधिक से अधिक युवा खेलों में रूचि लें।
साथ ही यदि गांव का कोई युवा कोई मेडल आदि जीत कर लाता है तो उसका सम्मान करे और सरकारी मदद दिलवाने का प्रयास करे।
गांव में हरियाली को बढ़ावा दे
ग्राम प्रधान की जिम्मेदारी होती है कि वो गांव के अंदर सड़कों के किनारे खाली पड़ी जगहों पर पेड़ पौधे लगवाए। साथ ही गांव के अंदर जो जगह काफी समय से खाली पड़ी है उसमें भी पेड़ पौधे लगवाए। साथ ही इन पौधों की देखभाल भी करे। जिससे गांव में हरियाली को बढावा मिल सके। इससे हमार पर्यावरण भी साफ सुथरा रहेगा।
सरकार के अभियान को लोगों तक पहुंचाए
केंद्र और राज्य सरकार समय समय पर तमाम अभियान चलाती रहती हैं। ताकि लोगों में उन चीजों के बारे में जागरूकता बन सके। ग्राम प्रधान की जिम्मेदारी होती है कि वो इन अभियानों को लोगों तक पहुंचाए और उन्हें सार्थक बनाए। इन अभियानों में प्रमुख तौर पर जल बचाओ, बेटी बचाओ, रक्तदान, वृक्ष लगाओ आदि शामिल होते हैं।
गांव में भाई चारे और एकता के माहौल को बनाए रखना
गांवों में कई बार लोग कम शिक्षा के चलते किसी के बहकावे में या अफवाह में आ जाते हैं। जिससे गांव में भाई चारा खराब हो जाता है। ऐसे में गांव के प्रधान की जिम्मेदारी होती है कि वो गांव के लोगों को इन सब चीजों से दूर रखे और गांव के लोगों में प्यार और सद्भाव का माहौल कायम रखने में सकारात्मक भूमिका निभाए।
सरकारी फंड को सही जगह खर्च करना
गांवों के विकास के लिए हर साल सरकार ग्राम प्रधानों को फंड देती है। ये फंड गांव के क्षेत्रफल और आबादी के हिसाब से तय होता है। ऐसे में ग्राम प्रधान की जिम्मेदारी होती है कि वो इस फंड को सही जगह खर्च करेगा। ग्राम पंचायत के कार्य है कि वो इस फंड को गांव में विकास के उन कामों में खर्च करे जिससे लोगों को ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंच सके।
सरकारी योजनाओं को गांव के लागों तक पहुंचाना
ग्राम प्रधान की जिम्मेदारी होती है कि वो सरकार की तरफ से चलाई जा रही जन कल्याण की योजनाओं को गांव के लोगों तक पहुंचाए। इसके लिए लोगों को जागरूक करे और उन्हें उनमें आवेदन करने के लिए प्रोत्साहित करे। साथ ही किसी तरह के बहकावे में आने की बात से दूर रखे। क्योंकि कई बार लोग धोखाधड़ी के लिए सरकारी योजना के नाम पर लोगों की निजी जानकारी भी मांग लेते हैं।
गांवों में छोटे बच्चों के लिए सरकारी आंगनवाड़ी केंद्र होता है। जिसमें छोटे बच्चे पढ़ने जाते हैं। ऐसे में ग्राम प्रधान की जिम्मेदारी होती है कि वो उस आंगनवाड़ी केंद्र की देखभाल करे साथ ही उसके नियमित संचालन की पुष्टि करे। ताकि वहां जाने वाले बच्चों को किसी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े।
अंतिम शब्द
आज अपने जाना कि ग्राम पंचायत के कार्य क्या है? आज आपको हमने यह बताया कि वे कौन से कार्य है जिन्हें पूरा करने कि जिम्मेदारी सरपंच या ग्राम प्रधान की होती है ताकि आप अपने सरपंच से संपर्क कर अपनी समस्याओं का समाधान ले सकें। आप हमें कमेंट में बता सकते है कि यह आर्टिकल कितना उपयोगी लगा।