धारा 323, 504, 506 क्या है? | IPC 323 504 and 506 in Hindi

IPC 323 504 and 506 in Hindi: वैसे तो हमारे देश के कानून में अनेकों तरह की धाराएं दी गई हैं। क्‍योंकि हमारे कानून में हर तरह के अपराध के लिए एक अलग से धारा बनाई गई है। लेकिन फिर भी कई ऐसी धाराएं हैं जो कि आपको आमतौर पर देखने को मिल जाती होगीं। जिसमें धारा 323, 504 और 506 का जिक्र हम बार बार सुनते हैं।

ऐसे में यदि आप जानना चाहते हैं कि धारा 323, 504, 506 क्या है तो हमारे इस लेख को अंत तक पढि़ए। अपने इस लेख में हम अपको धारा 323, 504 और 506 के बारे में पूरी जानकारी देंगे। साथ ही इस धारा में केस कब दर्ज होता है और सजा कितनी होती है, इसके बारे में भी विस्‍तार से जानकारी देंगे।

IPC क्‍या होती है?

धारा 323, 504, 506 क्या है इसके बारे में हम अपको जानकारी दें उससे पहले आइए एक बार हम आपको जानकारी दें कि कि आईपीसी क्‍या है। तो हम आपको बता दें कि आईपीसी (Indian Penal Code) एक तरह से कानून की किताब है। जिसके अंदर कुल 23 चैप्‍टर दिए गए हैं।

जबकि 511 धारा दी गई हैं। इन्‍हीं में से 323, 504 और 506 भी एक धारा है। खास बात ये है कि आईपीसी के अंदर जितनी भी धाराएं दी गई हैं वो अपने आप में सभी अलग हैं। यानि इस तरह के अपराध के लिए ये धारा तो इस तरह के अपराध के लिए दूसरी धारा।

धारा 323, 504, 506

धारा 323, 504, 504 किससे जुड़ी हैं?

यदि हम धारा 323, 504, 506 क्या है की बात करें तो ये सारी धाराएं अपराधिक केसों से जुड़ी हैं। यानि यदि आप किसी इंसान के साथ मारपीट या धमकी आद‍ि देने का काम करते हैं तो आपको हमेशा पुलिस इन्‍हीं धाराएं के तहत गिरफ्तार करती है।

खास बात ये है कि ये धाराएं वैसे तो बेहद ही सामान्‍य सी हैं। लेकिन ये सभी धाराएं आपस से इतनी ज्यादा जुड़ी हैं कि यदि आपके ऊपर 323 की धारा लगती है तो स्‍वत: ही दूसरी धाराएं लग जाती हैं। जब पुलिस आपके ऊपर दूसरी धाराएं लगा देती है तो आपको समझ आता है कि ये धाराएं तो आपकी गलती से लग गई हैं। आइए अब इनके बारे में और ज्‍यादा गहराई से समझते हैं।

धारा 323, 504, 506 क्या है?

आइए अब हम आपको धारा 323, 504, 506 के बारे में विस्‍तार से जानकारी देते हैं। यहां हम आपको एक एक करके सभी धाराओं के बारे में उदाहरण सहित जानकारी देंगे। जिससे आप इनके बारे में आसान तरीके से समझ सकेंगे।

धारा 323 क्‍या है?

यदि हम धारा 323, 504, 506 क्या है में केवल 323 धारा की बात करें तो यह धारा मारपीट से जुड़ी है। यदि किसी इंसान को अपने हाथों पैरों से मार देते हैं तो आपके ऊपर ये धारा लगा दी जाती हैं। यानि यह एक ऐसी धारा है जिसके अंदर यदि आपके घर के आसपास कहीं भी मारपीट हो जाती है तो सबसे पहले यही धारा लगाई जाती है। जो कि सबसे आम बात है।

हथियार से मापीट करने पर?

धारा 323 से ही धारा 324 भी जुड़ी हुई है इसलिए आपको इसे भी समझना बेहद जरूरी है। इसके अंदर ये कहा गया है कि यदि कोई इंसान किसी इंसान से मारपीट करता है और उसके पास हथियार जैसे कि लाठी, डंडा गोली बंदूक आदि होती है तो उसके ऊपर धारा 324 के तहत केस दर्ज होगा, ना कि 323 के अंदर दर्ज किया जाएगा।

हथियार से गंभीर चोट पहुंचाने पर?

यदि आप मारपीट के दौरान इंसान के ऊपर हथियार का भी प्रयोग करते हैं और उससे गंभीर चोट पहुंचा देते हैं। तो आपके ऊपर धारा 326 के तहत केस दर्ज किया जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है क्‍योंकि आईपीसी की 326 के अंदर कहा गया है कि यदि कोई इंसान किसी इंसान को हथियार से मारपीट करके गंभीर चोट पहुंचा देता है तो उसके ऊपर धारा 326 के तहत केस दर्ज होगा।

उदाहरण से समझें

यदि धारा 323, 504, 506 क्या है में धारा 323 को उदाहरण के माध्‍यम से बताएं तो आप क्‍लास में बैठे हैं तभी सीट को लेकर आपके सिकी दोस्‍त के साथ सगड़ा होता है और बात इतनी आगे बढ़ जाती है कि वो आपको एक थप्‍पड़ और मुक्‍के मारना शुरू कर देता है। लेकिन वो इस दौरान खाली अपने हाथों और पैरों से आपको मारता है और फिर स्‍कूल में पुलिस आ जाती है तो पुलिस आपके दोस्‍त को 323 का प्रयोग करते हैं थाने में लेकर चली जाएगी।

सजा और जुर्माना?

धारा 323 के अंदर 1 साल की सजा का प्रावधान है। जबकि यदि जज् चाहे तो आपको 1 हजार रूपए का जुर्माना देना पड़ सकता है। लेकिन यदि अदालत को लगता है कि आपके ऊपर दोनों चीजें लगानी चाहिए तो आपको सजा पूरी करने के साथ ही जुर्माना भी देना पड़ सकता है।

धार 504 क्‍या है?

यदि हम धारा 323, 504, 506 क्या है में धारा 504 की बात करें तो यह धारा अपने आप में एक ऐसी धारा मानी जाती है जो कि इंसान के ऊपर स्‍वत: की लग जाती है। यानि यह धारा कहीं भी शांति भंग करने के ऊपर लगाई जाती है। आइए इस धारा को एक उदाहरण के माध्‍यम से जानते हैं।

उदाहरण से समझें

उदाहरण के तौर पर आप और आपके दोस्‍त के बीच में सीट को लेकर झगड़ा हुआ और आप दोनों ने क्‍लास के बीच में ही मारपीट और गाली गलौच शुरू कर दी। उस दौरान क्‍लास में जो टीचर पढ़ा रहा था उसने भी पढ़ाना बीच में बंद कर दिया और दूसरे बच्‍चे भी आपकी तरफ देखने लग गए।

इससे क्‍लास का पूरा माहौल खराब हो गया और जब पुलिस आई तो पूरे स्‍कूल में ये बात पता चल गई। बस यही चीज शांति भंग करने में काम आती है। पुलिस आपकी इस हरकत को देखते हुए आपके ऊपर 323 के साथ 504 का केस भी फाइल कर देगी। और आप सोचेंगे कि आपने तो केवल दोस्‍त को मारा था फिर केस दो धाराओं में कैसे लिखे गए।

सजा और जुर्माना?

धारा 504 जो कि शांति भंग करने के ऊपर लगाई जाती है। इसके अंदर आपको 2 साल की सजा हो सकती है। साथ ही आपको जुर्माना भी देना पड़ सकता है। लेकिन यदि अदालत चाहे तो आपको जुर्माना और सजा दोनों पूरे करने पड़ सकते हैं। यदि आप जुर्माना नहीं देते हैं तो आपको सजा के रूप में उसे लेना होगा।

धारा 506 क्‍या है?

यदि हम धारा 323, 504, 506 क्या है में धारा 506 की बात करें तो यह भी एक ऐसी धारा है जो कि इंसान के ऊपर जोश के कारण लग जाती है। क्‍योंकि अक्‍सर देखा जाता है कि मारपीट के दौरान इंसान समाने वाले को धमकी भी दे देता है कि यदि आगे से उसने कुछ किया तो उसके साथ अच्‍छा नहीं होगा। क्‍योंकि जाने अनजाने इंसान जोश में आकर बहुत सारी गलतियां कर बैठता है और उसके ऊपर कई सारी धाराएं अलग से लग जाती हैं।

उदाहरण से समझें

यदि हम धारा 506 को उदाहरण के माध्‍यम से बताएं तो मान लीजिए क्‍लास के अंदर आपका आपके दोस्‍त से सीट को लेकर झगड़ा हुआ और उस दौरान दोनों के बीच जमकर मारपीट हुई। लेकिन मारपीट के बीच में ही किसी ने आकर आपके दोस्‍त को पकड़ लिया। अब जब दोस्‍त को पकड़ लिया तो उसने आपको धमकी भरे अंदाज में कहा कि ‘आज तू स्‍कूल से बाहर निकल तुझे मैं बताता हूं’, ‘तू मेरी गली में आइयो तो देख लूंगा’ ‘बेटा स्‍कूल में तो बच गया लेकिन बाहर निकल फिर देख तेरा क्‍या हाल होता है’

इन सब बातों के लिए उसके ऊपर पुलिस धारा 506 के अंदर भी केस दर्ज कर लेती है। यहां हम एक बात और स्‍पष्‍ट कर दें कि ये धारा केवल धमकी के लिए लगी है। यदि वो इसके बाद आपके साथ कुछ करता है तो उसके लिए अपराध के हिसाब से अलग धारा लगाई जाएगी।

सजा और जुर्माना?

धारा 506 को एक तरह से कानून में अपराधिक धमकी के तौर पर देखा जाता है। जिसके अंदर 2 साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान है। खास बात ये है कि जुर्माना कितना होगा ये समय और अपराध के हिसाब से तय होगा। संभव है क‍ि आपको सजा और जुर्माना दोनों देने पड़ें।

क्‍या इन धाराओं में समझौता संभव है?

हॉ, यदि इनमें से किसी भी धारा के अंदर आपके ऊपर केस दर्ज होता है तो चार्जशीट फाइल होने से पहले आप चाहें तो पुलिस या दूसरी पार्टी से संपर्क कर सकते हैं। इसके बाद आप उनसे गलती मांगते हुए क्षमा मांग सकते हैं। इसके बाद यदि उनकी इच्‍छा होगी तो वो आपको माफ करते हुए केस वापस ले लेंगे। जिससे आपको आगे चलकर अदालत के चक्‍कर नहीं काटने पड़ेंगे।

इन धाराओं में जमानत कैसे होती है?

क्‍योंकि ये सभी धाराएं बेहद सामान्‍य सी हैं। इसलिए इनमें ऐसा संभव नहीं है कि पुलिस हाथों हाथ आपको गिरफ्तार करे और जेल में डाल दे। इसलिए यदि आपके ऊपर इन धाराओं में केस चलता है तो आप जमानत पर बाहर घूम सकते हैं।

बस आपको ध्‍यान ये रखना होगा कि आपको जब भी पुलिस बुलाए उसका पूरा सहयोग करना होगा। साथ ही यदि अदालत में मामला जाता है तो वहां भी आपको अवश्‍य पेश होना होगा। ऐसा ना करने पर पुलिस अदालत को सूचित करके आपके खिलाफ एक गिरफ्तारी वारंट निकलवा सकती है और आपको आपके घर से ही गिरफ्तार कर सकती है।

कई धाराओं में सजा कैसे तय होती है?

आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि धारा 323, 504, 506 क्या है। लेकिन इसके बाद सवाल आता है कि यदि आपके ऊपर कभी धारा 323, 504 और 506 के अंदर केस दर्ज हो जाता है तो सजा कैसे दी जाएगी। यानि 1+2+2 साल के हिसाब से दी जाएगी क्‍या?

तो हम आपको बता दें किे ऐसा कतई नहीं होगा। यदि आपके ऊपर कई धाराओं में में केस दर्ज होता है तो आपको जिस धारा में सबसे अधिकतम सजा होगी उसे ही पूरा करना होगा। जैसे ही यहां पर अधिकतम सजा दो साल की है, तो यदि आप 2 साल जेल में गुजार लेते हैं तो आपकी सजा पूरी हो जाएगी। इसी तरह से आप दूसरी धाराओं में भी सजा दी जाएगी।

इन धाराओं से कैसे बचें?

धारा 323, 504, 506 क्या है समझने के बाद आपको इन धाराओं से हमेशा बचकर रहना चाहिए। क्‍योंकि यदि आपके ऊपर एक बार केस दर्ज हो गया तो ये दाग आपके ऊपर जीवन भर बना रहेगा। इसलिए इसका सबसे बेहतर तरीका यही है कि आप हमेशा अपने काम से काम रखें। किसी से फालतू बात ही ना करें।

इसके बाद भी यदि आपको किसी इंसान से खतरा लगता है तो आप खुद कुछ मत कीजिए। बेहतर होगा कि आप इस बात की जानकारी पुलिस को दे दीजिए। पुलिस स्‍वयं आपकी मदद करेगी। साथ ही दूसरे इंसान के खिलाफ कार्रवाई करेगी। जबकि यदि आप कानून खुद के हाथ में ले लेते हैं तो आपको आगे चलकर परेशानी उठानी पड़ सकती है।

FAQ

धारा 323, 504, 506 क्या है?

धारा 323, 504 और 506 मारपीट, धमकी और शांति भंग करने से जुड़ी धाराएं हैं। इनके अंदर अधिकतम 2 साल की सजा का प्रावधान है।

धारा 323 कब लगती है?

धारा 323 तब लगाई जाती है जब आप किसी इंसान को बिना किसी हथियार के थप्‍पड़, लात, घूसे मार देते हैं। जिससे उसे किसी तरह की गंभीर चोट नहीं आती है।

धारा 504 कब लगाई जाती है?

आपके ऊपर धारा 504 तब लगाई जाती है जब आप किसी इंसान को मारते समय गाली गलौच करते हैं। जिससे वहां की शांति व्‍यवस्‍था भंग हो जाती है।

धारा 506 कब लगाई जाती है?

धारा 506 तब लगाई जाती है जब आप किसी इंसान को मारने पीटने के बाद धमकी दे देते हैं कि यदि उसने किसी को बताया तो उसे बाद में देख लेगा या आज तो छोड़ दिया पर अगली बार घर जाने के काबिल नहीं बचेगा।

इन धाराओं में सजा और जुर्माना?

धारा 323 में एक साल की सजा और 1 हजार जुर्माना, धारा 504 में 2 साल की सजा और जुर्माना, धारा 506 में 2 साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान है।

सजा कैसे तय होती है?

यदि आपके ऊपर कई धाराओं में केस दर्ज हो जाता है तो आपको जिस धारा में सबसे अधिकतम सजा होती है उसे ही पूरा करना होता है। कभी भी सभी धाराओं की सजा को जोड़ा नहीं जाता है।

इसे भी पढ़ें:

Conclusion

आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि धारा 323, 504, 506 क्या है। इसे जानने के बाद आप समझ सकते हैं कि धारा 323, 504 और 506 कब लगाई जाती है। साथ ही इसके अंदर किस तरह की सजा दी जाती है। इसलिए हम आपको बता दें कि पुलिस, कानून और कोर्ट से हमेशा दूर रहने में ही भलाई समझें। क्‍योंकि हमारे कानून की रफ्तार इतनी सुस्‍त है कि कई बार तो जांच और अदालत की तारीख पूरी करने में आरोपी की सजा पूरी हो जाती है। फिर चाहे वो अंत में बेगुनाह ही क्‍यों ना निकल जाए।

उम्र में युवा और तजुर्बे में वरिष्ठ रोहित यादव हरियाणा के रहने वाले हैं। पत्रकारिता में डिग्री रखने के साथ इन्होंने अपनी सेवाएं कई मीडिया संस्थानों को दी हैं। फिलहाल ये पिछले लंबे समय से अपनी सेवाएं 'All in Hindi' को दे रहे हैं।

Leave a Comment