IVF Full Form Hindi

आपका आल इन हिन्दी पर, दोस्तो सभी महिलाओं का यह सपना होता है की वो मां बने परंतु कभी कभी कुछ दिकतो की वजह से वो मां नही बन पाती इन्हीं सब परेसानियो को देखते हुए IVF  (In Vitro Fertilization) की चेकिंग होने लगी इसे लोग टेस्ट ट्यूब बेबी के नामसे भी जानते है

IVF Full Form Hindi

IVF का full form, In Vitro Fertilization होता है, जिसका हिन्दी में मतलब टेस्ट ट्यूब बेबी होता है

IVF क्या है ?

दोस्तो आज के इस वर्तमान समय के IVF बहुत आम बात हो गई है परंतु पहले के जमाने में इसे लोग गुप्त तरीके से किया करते थे और इसे ” टेस्ट ट्यूब बेबी ” के नाम से जानते थे , 1978 ई⁰ में इंग्लैंड में पैदा हुए लुईस ब्राउन , एक मात्र ऐसे बच्चे थे जो अपनी मां के गर्भ के बाहर किसी अन्य गर्भ से पैदा हुए थे।
 
IVF का पूरा नाम In Vitro Fertilization होता है जिसे लोग टेस्ट ट्यूब बेबी के नाम से भी जानते है आर्टिफिशियल गर्भाधान के सरल प्रक्रिया (जिसमें गर्भाशय में शुक्राणु रखा जाता है और गर्भधारण सामान्य रूप से होता है), के Opposite आईवीएफ (IVF in Hindi) में लैब्स में शरीर के बाहर एग और स्पर्म को जोड़ा जाता है। एक बार जब भ्रूण बन जाता है तब उस भ्रूण को सरोगेट मां के गर्भाशय में रख दिया जाता है। (IVF in Hindi) IVF एक जटिल और बहुत महंगी प्रक्रिया होती है बांझपन वाले जोड़ों में से केवल 5% ही इसे करवा पाते हैं। वैसे तो , 1981 में united state of America में इसकी शुरुआत के बाद, IVF और इसी तरह की अन्य तकनीकों के परिणामस्वरूप करीबन 200,000 से अधिक बच्चे पैदा भी हो चुके हैं। 

IVF कब किया जाता है ?

IVF (IVF in Hindi) सहायता बांझपन के उन सभी रूपों में प्रभावी होता है , जब गर्भधारण को रोकने वाले कारण को खत्म करना संभव नहीं है। उदाहरण के लिए, एक्टोपिक गर्भावस्था के बाद , जब किसी महिला की एक या दोनों फैलोपियन ट्यूब हटा दी जाती हैं तब सूजन जेसी बीमारियों के बाद , जब फैलोपियन ट्यूबों की पेटेंसी टूट जाता है और इसे सही करना नामुनकिन हो जाता है , तो IVF की सहायता से बाँझपन को दूर कर सकते है। 

ट्रीटमेंट कैसे किया जाता है?

IVF Treatment और भ्रूण स्थानांतरण प्रक्रिया में total पांच स्टेप होते हैं जोकि निम्न प्रकार हैं :–
 
स्टेप 1: अंडे के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए महिला को प्रजनन दवाएं दी जाती हैं। इस प्रक्रिया में बहुत से अंडे बन सकते हैं क्योंकि सभी अंडे प्रजनन योग्य नहीं होते। ओवरी की जांच के लिए एक ट्रांसवेजिनल अल्ट्रासाउंड किया जाता है, और हार्मोन के स्तर की जांच के लिए ब्लड टेस्ट भी किया जाता है।
 
स्टेप 2: एग्स के बन जाने के बाद सर्जरी की मदत से, और अल्ट्रासाउंड की मदत से उन एग्स को पेल्विक कैविटी या श्रोणि गुहा से बाहर निकला जाता है। दर्द और इस असुबिधा को कम करने के लिए कुछ दवा दिया जाता हैं।
 
स्टेप 3: इस स्टेप में पुरुष को स्पर्म देने के लिए कहा जाता है जिससे उस एग को निषेचित किया जाता है ।
 
स्टेप 4: इन्सेमीनेशन नामक प्रक्रिया में शुक्राणु और अंडे को एक साथ मिश्रित किया जाता है और निषेचन को प्रोत्साहित करने के लिए एक प्रयोगशाला में रख दिया जाता है। कुछ मामलों में जहां निषेचन का कम संभावना है , इंट्रासाइप्लाज्स्मिक स्पर्म इंजेक्शन (ICSI) का उपयोग किया जा सकता है। इस प्रक्रिया के माध्यम से , निषेचन करने के लिए स्पर्म को सीधे अंडा में इंजेक्ट कर दिया जाता है। और फिर यह देखा जाता है कि निषेचन और सेल विभाजन सही से हो रहा है कि नहीं। एक बार ऐसा हो जाने पर फर्टिलाइज़्ड एग को भ्रूण मान लिया जाता है।
 
स्टेप 5: फर्टिलाइजेशन के तीन से पांच दिन के बाद भ्रूण को महिला के गर्भाशय में रखा जाता है और भ्रूण को गर्भाशय में रखने के लिए एक पतली ट्यूब या कैथेटर का प्रयोग  किया जाता है। अधिकतर महिलाओं के लिए यह प्रोसीजर थोड़ा ज्यादा दर्दनाक होता है, जबकि कुछ महिलाओं को इसमें थोड़ा कम दर्द होता है। यदि यह प्रक्रिया सफल होती है तब आमतौर पर छह से दस दिन के अंदर इम्प्लांटेशन हो जाता है।

IVF की सफलता दर

 IVF के लिए सफलता दर कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे बांझपन , जिसके लिए आप IVF प्रक्रिया कर रहे हैं , और आपकी उम्र। CDC सभी सहायक प्रजनन तकनीक (एआरटी) प्रक्रियाओं के लिए राष्ट्रीय आंकड़े एकत्रित कटरा है जिसमे IVF, GIFT, और ZIFT भी शामिल हैं , वैसे तो IVF अब तक का सबसे आम तरीका पाया गया है लेकिन यह 99% प्रक्रियाओं के लिए जिम्मेदार है। 2009 की सबसे हालिया रिपोर्ट में पाया गया :–
गर्भावस्था के सभी चक्रों के औसत में करीबन 29.4% महिलाओं (महिला की उम्र के आधार पर उच्च ) में सफलता पूर्वक गर्भ धारण किया जा चुका है।
इस प्रक्रिया से करीबन 22.4% सफलतापूर्वक जन्म हो चुके थे।

आज के इस पोस्ट में क्या सीखा ?

मैं आशा करता हूं की आज के इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको IVF के बारे में बहुत सी जानकारियां मिली होंगी इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे जिससे और भी लोगो को इस विषय में जानकारी मिल सके ।

नमस्कार दोस्तों, मैं रवि "आल इन हिन्दी" का Founder हूँ. मैं एक Economics Graduate हूँ। कहते है ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता कुछ इसी सोच के साथ मै अपना सारा ज्ञान "आल इन हिन्दी" द्वारा आपके साथ बाँट रहा हूँ। और कोशिश कर रहा हूँ कि आपको भी इससे सही और सटीक ज्ञान प्राप्त हो सकें।

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