खुश रहने का सबसे आसान तरीका
खुश रहने का सबसे आसान तरीका:- खुश रहना कोई काम नहीं बल्कि एक आदत है। यह आदत जिस व्यक्ति को है। उसे सफल होने की 100% गारंटी है। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में शायद हमने खुश रहना छोड़ दिया है। हर पल दूसरों से आगे बढ़ने की चाहत, सफल होने की चाहत, सुखी जीवन जीने की चाहत में हमने खुश रहना ही छोड़ दिया है।
जरा आप याद करिए आप आखरी बार कब खुश हुए थे? जब सैलरी आई थी! जब पार्टी किया था! जब नौकरी मिली थी! जब आपको आपका प्यार मिला था! सभी लोगों से यह सवाल पूछने पर कुछ इसी तरह के का जवाब मिलता है मगर कोई यह नहीं कहता है कि “भैया हम तो हमेशा खुश रहते हैं”।
क्योंकि मनुष्य कोई भी काम बिना किसी स्वार्थ के नहीं करता है,उसके हर काम के पीछे कुछ ना कुछ स्वार्थ या लालसा होती है इसीलिए मैं आपको ‘खुश रहने’ के पीछे का स्वार्थ जगाना चाहता हूं। ताकि आप खुश रहें और इस पर काम करें। इसीलिए चलिए मैं आज आपको खुश रहने के फायदे बताता हूं। जिसे जानकर ही आप खुश हो जाएंगे। और मै आपको यह भी बताऊंगा कि खुश रहने के लिए हमें क्या करना चाहिए? जिससे आप ये समझ जायेंगे कि आपके लिए खुश रहने का सबसे आसान तरीका क्या है?
खुश रहने के फायदे
आगे लेख में हम इस बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे कि खुश रहने का सबसे आसान तरीका क्या है? लेकिन उससे पहले चलिए एक नजर खुश रहने के फायदे के पर डालते है।
स्वस्थ्य शरीर
आयुर्वेद के अनुसार “दुनिया का सबसे बड़ा सुख स्वास्थ्य और निरोगी शरीर है” आपको जानकर खुशी होगी कि स्वस्थ शरीर पाने के लिए आपको केवल ‘खुश रहना’ है। अगर आप नियमित रूप से खुश रहते हैं तोआपकी…
- रोगप्रतिकारक शक्ति बढ़ती है।
- आयु बढ़ती है।
- चिंता कम होती है।
- दिल स्वस्थ रहता है।
- हारमोंस बैलेंस में रहता है।
- मानसिक रोग कोसों दूर रहते हैं।
- आपसे हर तरह की बड़ी छोटी बीमारियां दूर होती है।
- चेहरे पर चमक रहती है।
एक उदाहरण से समझे मान लीजिए एक इंजीनियर जिसे बिल्डिंग बनाने का काम दिया गया है वह परेशान है दुखी है जिसकी वजह से वह अपना काम ठीक से नहीं करेगा। वह मजदूरों को ठीक से आदेश नहीं देगा। मजदूरी भी इंजीनियर को परेशान देख दुखी होंगे और अपना काम ठीक से नहीं कर पाएंगे। नतीजा यह आएगा कि बिल्डिंग खराब बनेगी। ठीक इसी तरह हमारे शरीर में भी जब हमारा मन ही दुखी है तो हमारे शरीर के बाकी सब अंग ठीक से काम नहीं करते हैं क्योंकि हमारा मन दिमाग से जुड़ा हुआ है अब दिमाग ठीक से अंगों को संदेश नहीं देगा अंततः हमारा शरीर रोगी रहेगा।
मजबूत रिश्ते
हर इंसान को हंसता हुआ आदमी पसंद है। रोता हुआ और दुखी व्यक्ति से हर कोई दूर भागता है। अगर आप हमेशा हंसते हुए और खुश हैं तो आपके साथ हर कोई हंसेगा। आप का लोगों के रिश्ते अच्छे बनेंगे। यही वह लोग हैं जो मुसीबत के समय आपको सहारा देंगे।
सफलता प्राप्त होगी
जब आप खुश रहेंगे तो आपके पास एक स्वस्थ शरीर होगा और आपका खुश रहने से आपका मन भी प्रसन्न रहेगा।क्योकि मन दिमाग से जुड़ा हुआ है। जिससे आपकी कार्य करने की क्षमता भी बढ़ेगी पर आप अपने क्षेत्र में ज्यादा सफलता प्राप्त करेंगे।
चेहरे की चमक
आप खुश है या दुखी इस बात का पता आपके चेहरे की चमक से पता चलता है।एक हंसता हुआ आदमी के अलग सी चेहरे की चमक होती है वह हर जगह पॉजिटिविटी फैलता है जो आसपास के लोगों को आकर्षित करती है। खुश रहने से आपके चेहरे पर की अनेक रोग अपने आप मिट जाते हैं।
अब आपको पता चल ही गया है कि खुश रहने के इतने सारे बड़े बड़े फायदे हैं तो सबसे बड़ा सवाल यह है कि “आखिर खुश कैसे रहा जाए” तो चलिए खुश रहने का सबसे आसान तरीका मैं आपको यहां बताने जा रहा हूं।
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खुश रहने का सबसे आसान तरीका क्या है?
चलिए अब हम विस्तार से जानते है कि खुश रहने का सबसे आसान तरीका क्या है?
खुद को समय दें
खुद को समय देना खुश रहने का सबसे आसान तरीका है। खुश रहने के लिए हमें क्या करना चाहिए, यह तो लगभग सभी को ज्ञात है पर क्या आप उन तरीको पर अमल करते है? क्या आप खुद खुश रखने के लिए समय देते है?
भागदौड़ भरी जिंदगी में हमने खुद को समय देना छोड़ ही दिया है। भले ही टेक्नोलॉजी ने हमारा ढेर सारा समय बचाया है।मगर उस बचाए हुए समय में से भी हमने खुद समय नहीं दिया है। जब खुद का संपर्क हो मन से टूट जाता है तब हम दुखी हो जाते हैं। इसीलिए दिन के कुछ समय एकांत में बैठिये, अपने आप से बातें करिए,अपनी मनपसंद फिल्म देखिए,अपने फेवरेट सिंगर के गाने सुनाएं, लिखने का शौक है तो लिखिए,किताबें पढ़ने का शौक है तो पढ़िए, यह सब करने से आपको खुशी मिलेगी।
तुलना ना करे
जो व्यक्ति हमेशा खुश रहते हैं वह दूसरों की तुलना खुद से नहीं करते। वह बात समझते हैं कि दूसरों को मिली सफलता को देखकर खुद दुखी हो जाना गलत है। जबकि आप भूल जाते हैं कि दूसरे की परिस्थितियां,दूसरे की लड़ाई भी अलग थी और हमारी परिस्थितियां और लड़ाई भी अलग है।
इसीलिए अगर आप खुश रहना चाहते हैं तो दूसरों से खुद की तुलना करना छोड़ दीजिये।
नजरिया बदलें
हर चीज को देखने का दो नजरिया होता है एक अच्छा दूसरा खराब। आप अपने देखने के नजरिया बदलिए। आप हर चीज में अच्छा ही देखे जो आपको खुशी देगा। जैसे आप अगर परीक्षा में पांच नंबर से फेल हो गए तो खुद को यह ना कहे कि “मैं फेल हो गया” बल्कि यह कहे कि “मैं केवल पांच नंबर से ही तो फेल हुआ हूं अगली बार में इससे भी अच्छा करने की कोशिश करूंगा”। यह एक उदाहरण में यहां परिस्थितियां वही है बस आपके देखने का नजरिया बदल गया है
बीत गया सो बात गयी
दुखी व्यक्ति हमेशा अतीत में ही जीते हैं। खुशी व्यक्ति वर्तमान में जीते हैं और भविष्य की आशाओं में जीते हैं। दुखी व्यक्ति हमेशा भूतकाल में हुई घटनाओं को लेकर चिंतित रहते हैं और दुखी रहते हैं। आपको यह सोचना चाहिए कि जो हो गया वह हो गया आखिर भूतकाल को बदला नहीं जा सकता और भविष्य देखा नहीं जा सकता इसके लिए वर्तमान के मजे लीजिए और खुश रहिए।
पॉजिटिव लोगों के साथ रहिये
एक दुखी व्यक्ति आपको दुखी ही करेगा और एक खुश व्यक्ति आपको खुश कर देगा चाहे आप कितने ही दुख में क्यों ना हो! इसीलिए खुश रहने वाले व्यक्ति हमेशा पॉजिटिव लोगों के साथ ही रहते हैं।
खुद की तारीफ करें
आखिर खुद की आलोचना करने से क्या भला होगा। इस से अच्छा है कि आप खुद की तारीफ करें बदले में आपको खुशी मिलेगी। आप अपने अंदर मौजूद अच्छी आदतों को जाने पर उसकी तारीफ करे। आप अपने आप को यह बताइए कि आपके अंदर यह कला है। आपके बोलने का ढंग कितना अच्छा है। आप का शरीर कितना सुडोल है। यह सब करने से आप मैं आत्मविश्वास भी बढ़ेगा जिससे आप खुश रहेंगे।
दूसरों की मदद करिए
जरा आप एक बार ‘बस में किसी बुजुर्ग को अपनी सीट देख कर तो देखिए आपके अंदर कितना आत्मविश्वास और खुशी की लहर दौड़ पड़ेगी’। किसी गरीब ठेले वाले को सब्जी के ₹20 की जगह ₹30 दे दीजिए वह खुश होगा तो आप भी अपने आप खुश हो जाएंगे। यह सिद्ध किया हुआ सिद्धांत है “खुश रहने वाले लोग हमेशा दूसरों की मदद के लिए तत्पर रहते हैं”।
बेकार की चिंता छोड़िए
बहुत बार हम किसी समस्या को लेकर बेकार की चिंता में पड़ जाते हैं और दुखी हो जाते हैं। पर असल में वह समस्या इतनी बड़ी नहीं होती है जितनी बड़ी हम उसे सोचते हैं। समस्या कितनी बड़ी है यह हमारे सोचने के तरीके पर आधारित है। इसीलिए अगर आपको खुश रहना है तो बेकार की चिंता करना छोड़ दीजिये।याद रखिए “चिंता चिता के समान है”।
छोटी-छोटी चीजों में बड़ी-बड़ी खुशियां ढूढें
जरूरी नहीं है बड़ी बड़ी चीज ही आपको खुश रखे। आपको छोटी-छोटी चीजें भी खुश रख सकती हैं।जैसे अपने शौक पूरे करिए, मनपसंद फास्ट फूड खाइए, बॉडी मसाज लीजिए, शाम के टाइम गार्डन में टहलने जाइये।जो आपको खुशी दे वो काम करिए।
छोटे-छोटे काम करें जो आपको खुश रखेगा
- अपने दोस्तों से मिलिए और समय बताइए।
- जब आपको परेशान करे उससे दूर रहिए।
- अपने दोस्त या परिवार वाले से अपना दुख कहिए जिससे आपका मन हल्का होगा।
- अपने काम से प्यार करना सीखिए।
- किसी की बातों को दिल पर ना लगाइए और माफ करना सीखिए।
- हमेशा सकारात्मक रहिए।
- मोटिवेशन वाली बुक पढ़ते रहिए।
Conclusion
आशा करता हूं कि आपको ‘खुश रहने के फायदे’ और ‘खुश रहने के आसान तरीके’ अच्छे से पता चल गए होंगे। तो चलिए आज से अभी से खुश रहना शुरू दीजिए क्योंकि खुश रहना यह फ्री में मिलने वाली संजीवनी बूटी है। यदि आपको भी खुश रहने का सबसे आसान तरीका पता है तो हमें कमेंट करके अवश्य बताएं।