M Pharma kya hai | एम -फार्मा कोर्से करने के फायदे.

M Pharma कोर्स कैसे करें?

M Pharma kya hai: एम फार्मा मेडिकल से जुड़ा एक महत्‍वपूर्ण कोर्स है। जिसे हमारे देश के हर साल लाखों युवा तैयारी करते हैं। लेकिन बहुत से युवा ऐसे हैं जो एम फार्मा के बारे में जानकारी ना होने से इसकी पढ़ाई नहीं कर पाते हैं।

ऐेसे में यदि आप भी आगे एम फार्मा करने के बारे में सोच रहे हैं तो हमारी इस पोस्‍ट को अंत तक पढि़ए। अपनी इस पोस्‍ट में हम आपको जानकारी देंगे कि M Pharma kya hai इसे आप कैसे कर सकते हैं। साथ ही इसे करने के बाद आपके लिए कहां कहां नौकरी के अवसर उपलब्‍ध होते हैं।

M Pharma kya hai

इस कोर्स के बारे में आपको हम ज्‍यादा जानकारी दें इससे पहले आइए एक बार हम आपको बताते हैं कि मॉस्टर ऑफ फार्मेसी कोर्स क्‍या है। दरअसल, यह भी दूसरे कोर्स की तरह की एक कोर्स है। जो कि आपको दवाइयों की जानकारी देता है।

इस कोर्स को करने के बाद आप मेडिकल क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं। साथ ही इस कोर्स के बाद आप प्राइवेट कंपनियों में भी नौकरी पा सकते हैं।

मास्‍टर ऑफ फार्मेसी

मॉस्टर ऑफ फार्मेसी कोर्स कैसे करें?

आइए अब हम आपको बताते हैं कि मॉस्टर ऑफ फार्मेसी कोर्स आप कैसे कर सकते हैं। इसके लिए आपके पास क्‍या योग्यता होनी चाहिए। साथ ही इस कोर्स को आप कहां कहां से कर सकते हैं। तो आप इस पोस्‍ट को पूरी तरह से अंत तक पढ़ें।

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कोर्स की योग्यता

इस कोर्स को करने के लिए जरूरी है कि आपने इससे पहले बी फार्मा का कोर्स किया हो। यदि आपके पास वो कोर्स नहीं है तो आप मॉस्टर ऑफ फार्मेसी में किसी भी तरह से दाखिला नहीं ले सकते हैं। इसके अलावा मॉस्टर ऑफ फार्मेसी में दाखिला लेने के लिए आपके बी फार्मेसी में कम से कम 50 प्रतिशत अंक भी होने जरूरी हैं। इससे कम अंक होने पर मॉस्टर ऑफ फार्मेसी में आवेदन नहीं कर सकते हैं।

कोर्स की अवधि

मॉस्टर ऑफ फार्मेसी कुल दो साल का कोर्स होता है। जो कि चार सेमेस्‍टर में‍ विभाजित किया गया होता है। यदि आप इस कोर्स में दाखिला लेते हैं तो आपकी हर छह महीने में परीक्षा ली जाएगी। जिसमें आपको सभी विषय में पास होना अनिवार्य होता है।

यदि हम विषयों की बात करें तो यहां आपको हर सेमेस्‍टर में अलग अलग विषय देखने को मिलते हैं। जैसे ही आप एक सेमेस्‍टर की परीक्षा देते हैं, तो आपको अगले सेमेस्‍टर में दूसरे विषय मिल जाते हैं। जिसकी फिर से छह महीने बाद परीक्षा आयोजित की जाती है।

दाखिला प्रक्रिया

यदि हम मॉस्टर ऑफ फार्मेसी में दाखिले की बात करें तो इसके अंदर कुल दो तरह से दाखिले होते हैं। पहला मेरिट के आधार पर दाखिला होता है। जबकि दूसरा आपको Entrance exam पास करके दाखिला लेना होता है। यदि हम मेरिट के आधार पर दाखिले की बात करें तो इसके अंदर देखा जाता है कि आपके बी फार्मेसी के अंदर कुल कितने प्रतिशत अंक हैं। इसके बाद जिसके ज्‍यादा अंक होते हैं उसे पहले दाखिला दे दिया जाता है। मेरिट के आधार पर जरूरी है कि आपके बी फार्मेसी में अच्‍छे अंक आए हों।

जबकि टेस्‍ट के आधार पर जो दाखिला होता है। उसके अंदर आपको दाखिले से पहले एक टेस्‍ट देना होता है। इसमें GPAT (Graduate Pharmacy Aptitude Test) NIPER, HPCET, OJEE, BITS, JEE, TS PGECET  का नाम सबसे आगे रहता है। आप इस टेस्‍ट को दीजिए और इसके बाद आपकी रैंक आएगी। जिसके बाद आपको अपनी पसंद का कॉलेज चुनना होगा। यदि आपकी रैंक अच्‍छी रहेगी तो आपको आपका कॉलेज दे दिया जाएगा। इस टेस्‍ट की तैयारी और सेलेब्‍स से जुड़ी ज्‍यादा जानकारी आप इंटरनेट पर देख सकते हैं।

यहां हम आपको एक और जानकारी दे दें कि एम फार्मेसी में दाखिला लेने का कोई निश्चित समय नहीं है। इसलिए आप हमेशा अपने पसंद के कॉलेज में जाकर पता करते रहें या उसकी वेबसाइट देखते रहें। ताकि जब भी आवेदन शुरू हों तो आप तुरंत भर सकें।

Pharmacy Specializations

किसी भी कोर्स में दक्ष होने के लिए आपको जरूरी है कि आपकी Specialization अच्‍छी हो। ऐेसे में जरूरी है कि आप एम फार्मेसी में भी कोई अच्‍छी और अपने पसंद की Specialization का चुनाव करें। इसके लिए आपको हमने नीचे Specializations की लिस्‍ट दी है। आप उनमें से किसी एक के साथ एम फार्मेसी कर सकते हैं।

  • Pharmaceutics
  • Pharmacology
  • Medicinal Chemistry
  • Pharmacognosy
  • Bio pharmaceutics
  • Drug Regulatory Affairs
  • Pharmaceutical Biotechnology
  • Clinical Pharmacy
  • Drug Discovery and Drug Development
  • Master of Public Health
  • Pharmaceutical Administration
  • Pharmaceutical Analysis and Quality Assurance
  • Pharmaceutical market & Management
  • Pharmaceutical Technology
  • Pharmaceutics
  • Pharmacy Practices
  • Phytopharmaceuticals & Natural Products
  • Quality Assurance

मास्टर ऑफ फार्मेसी कॉलेज लिस्‍ट

आगे हम आपको हमारे देश में मशहूर मास्‍टर ऑफ फार्मेसी के कॉलेजों के नाम बताने जा रहे हैं। यदि इनमें से कोई भी आपके आसपास पड़ता है तो आप उसमें आसानी से दाखिला ले सकते हैं। लेकिन यदि आप इनमें से किसी में भी दाखिला लेने में सक्षम नहीं हैं। तो आप किसी दूसरे कॉलेज में भी द‍ाखिला ले सकते हैं।

  • नेशनल इंस्टीट्यूट आफ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च मोहाली, पंजाब
  • दिल्ली इंस्टीट्यूट आफ फार्मास्यूटिकल साइंस एंड रिसर्च
  • मुंबई कॉलेज ऑफ फार्मेसी
  • बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी रांची
  • चंडीगढ़ विश्वविद्यालय
  • फार्मेसी के सीएमआर कॉलेज
  • लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, जालंधर
  • मणिपाल कॉलेज आफ फार्मास्यूटिकल साइंस अन्नामलाई विश्वविद्यालय
  • निरमा विश्वविद्यालय अहमदाबाद, गुजरात
  • फार्मेसी के पूना कॉलेज

कोर्स की फीस

यदि हम मास्‍टर ऑफ फार्मेसी कोर्स की फीस की बात करें तो आपको इसकी फीस काफी ज्‍यादा मिलेगी। यदि हम एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की बात करें तो वहां आपको इस कोर्स की एक साल की फीस 2 लाख से लेकर 5 लाख तक हो सकती है।

जबकि यदि आप एक सरकारी कॉलेज में दाखिला लेते हैं तो आपको वहां एक साल की फीस के तौर पर 50 हजार से लेकर 2 लाख तक चुकानी पड़ सकती है। इसलिए हमारा सुझाव ये रहेगा कि आप हमेशा पहले किसी सरकारी कॉलेज में ही दखिला लेने की कोशिश करें। भले की वो आपके घर से थोड़ा दूर क्‍यों ना हो।

रोजगार की संभावनाएं

यदि हम मास्‍टर ऑफ फार्मेसी करने के बाद रोजगार की संभावनाओं की बात करें तो इसे करने के बाद आपके पास अनेकों विकल्‍प मौजूद होते हैं। आप उनमें से किसी के साथ भी जा सकते हैं। सबसे पहला तो आप अपनी कोई दवाई की दुकान कर सकते हैं या किसी दूसरे की दवाई की दुकान में काम कर सकते हैं। जहां आपको काम सीखने का काफी अच्‍छा मौका मिल जाएगा।

इसके अलावा आप चाहें तो दवाई कंपनियों में भी आवेदन कर सकते हैं। वहां आपके लिए कई सारे पद होते हैं। जिनमें आपको योग्यता के आधार पर नियुक्‍त किया जा सकता है। साथ ही यदि आप सरकारी सेवा में जाना चाहते हैं तो आप मास्‍टर ऑफ फार्मेसी करने वाले युवाओं के लिए समय समय पर राज्‍य और केन्‍द्र सरकार में ड्रग विभाग में भर्ती आती रहती है। आप उनमें भी अपना आवेदन कर सकते हैं।

कुछ अन्‍य संभावनाएं

  • अनुसंधान में मिलने वाला विशेष पद
  • ड्रग कंट्रोल डायरेक्टर के रूप में पदोन्नती
  • ड्रग एनालिसिस के रूप में कार्यभार
  • विश्लेषणात्मक का पद
  • शिक्षक और व्याख्याता का पद
  • शोधकर्ता
  • मेडिकल ट्रांसक्रिप्शनिस्ट का कार्यभार
  • दवाइयां संबंधित बिजनेस की शुरुआत करना
  • किसी सरकारी विभाग में दवा शोध कार्य
  • प्राइवेट कंपनी में फार्मेसी मैनेजर

शुरूआती सैलरी

यदि हम मास्‍टर ऑफ फार्मेसी करने के बाद शुरूआती सैलरी की बात करें तो यह इस बात पर निर्भर करती है कि आपने मास्‍टर ऑफ फार्मेसी का कोर्स कहां से किया है। साथ ही आपने कोर्स के दौरान कितना सीखा। यदि आपके पास दोनों चीजें सही हैं तो आपको कहीं भी काम करने पर आराम से 20 से 30 हजार रूपए की नौकरी मिल सकती है।

लेकिन यदि आपके पास कोर्स से जुड़ी जानकारी कम है तो आपको पहले कहीं काम का अनुभव लेना होगा। इसके बाद आपको समय के हिसाब से अच्‍छा वेतन दिया जाने लगेगा। लेकिन अच्‍छे वेतन को पाने का मूलमंत्र एकमात्र मेहनत है। इसे आपको हमेशा याद रखना होगा।

ध्‍यान रखने योग्य बातें

  • सबसे पहली बात ये कि यदि आपने बी फार्मेसी की हुई है और आपके परिवार में किसी तरह की दिक्‍कत है। तो आप सीधा बी फार्मेसी के बाद भी रोजगार तलाश सकते हैं।
  • यह कोर्स पूरी तरह से अंग्रेजी (English) में होता है। इसलिए यदि आप अंग्रेजी में कमजोर हैं तो आपको चाहिए कि आप अभी से अपनी अंग्रेजी में सुधार लाने का काम शुरू कर दें।
  • बी फार्मेसी करने के बाद आपको अच्‍छे से समझ आ जाएगा कि यह कोर्स किस तरह का है। इसलिए एम फार्मेसी के साथ तभी जाएं। जब आपको लगे कि आप इस क्षेत्र में कुछ बेहतर कर सकते हैं।
  • ऐसा जरूरी नहीं है कि आपको शुरूआत में ही आकर्षक वेतन दिया जाने लगे। इसलिए आप हमेशा अनुभव और कठोर परिश्रम में ही यकीन रखें।
  • यदि आपका बी फार्मेसी का कॉलेज अच्‍छा नहीं था। तो आप मॉस्टर ऑफ फार्मेसी में कॉलेज का चुनाव सोच समझ कर करें। क्‍योंकि यहीं से आपके भविष्‍य की राहें खुलेंगी।
  • ऐसा नहीं है कि एम फार्मेसी अंतिम विकल्‍प है। आप यदि अध्‍यापक या कुछ बड़ा करना चाहते हैं तो इसके बाद भी अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं।
  • यह एक ऐसा कोर्स है जिसमें आपको किसी आपात स्‍थिति में भी 24 घंटे काम नहीं करना पड़ता है। इसलिए महिलाएं इस बात से चिंता मुक्‍त रहें कि कभी उनको 24 घंटे भी ड्यूटी करनी पड़ सकती है।

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Conclusion

आशा है कि आप समझ गए होंगे कि M Pharma kya hai इसे जानने के बाद आप आसानी से किसी भी कॉलेज में दाखिला ले सकते हैं। जिसके बाद आप दो साल में अपनी डिग्री पूरी कर सकते हैं। लेकिन हमारा आपको एक सुझाव रहेगा कि कभी भी महज डिग्री लेकर नौकरी के मिलने के भ्रम में ना रहें। नौकरी आपको आपके कौशल के आधार पर ही मिलेगी।

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नमस्कार दोस्तों, मैं रवि "आल इन हिन्दी" का Founder हूँ. मैं एक Economics Graduate हूँ। कहते है ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता कुछ इसी सोच के साथ मै अपना सारा ज्ञान "आल इन हिन्दी" द्वारा आपके साथ बाँट रहा हूँ। और कोशिश कर रहा हूँ कि आपको भी इससे सही और सटीक ज्ञान प्राप्त हो सकें।

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