रेलवे में सबसे ज्यादा सैलरी किसकी होती है?

5 सबसे ज्‍यादा सैलरी वाले पद

Railway me sabase jhada salary kiski hoti hai: भारतीय रेलवे में आपने कभी ना कभी सफर जरूर किया होगा। साथ ही अपने सफर के दौरान आपने रेलवे के बहुत से कर्मचारियों को भी देखा होगा। जो कि रेलवे को अपनी सेवाएं देने का काम करते हैं। लेकिन क्‍या आपके जहन में कभी ये आया है कि रेलवे में सबसे ज्यादा सैलरी किसकी होती है। यदि हाँ तो हमारे इस लेख को अंत त‍क पढि़ए।

अपने इस लेख में हम आपको जानकारी देंगे कि रेलवे में कौन कौन सी जॉब होती है। उनमें सैलरी कितनी होती है। साथ ही उनके लिए चयनित होने की योग्यता क्‍या रखी जाती है। अंत में आपको रेलवे में नौकरी करने के कुछ फायदे भी बताएंगे।

रेलवे क्‍या है?

रेलवे में कौन कौन सी जॉब होती है, इस बारे में हम आपको जानकारी दें इससे पहले आइए एक बार हम आपको जानकारी देते हैं कि रेलवे क्‍या होती है। हालांकि, रेलवे से आप सभी लोग पहले से बखूबी परिचित होंगे। पर फिर भी हम आपको बता दें कि हमारे देश की रेलवे प्रमुख रूप से तीन काम करती है।

रेलवे सबसे पहला काम यात्रियों को इधर से उधर ले जाने का काम करती है। जिसे हम सवारी गाड़ी कहते हैं। इसके अलावा माल ढुलाई में भी इसका सबसे अहम योगदान है। जब भी कभी बड़ी मात्रा में माल देश के एक कोने से दूसरे कोने तक ले जाना होता है, तो रेलवे को इसका सबसे बेहतर जरिया माना जाता है। इसके अलावा रेलवे हमारे देश के युवाओं के लिए रोजगार का भी सबसे बड़ा और अच्‍छा जरिया है। क्‍योंकि रेलवे के अंदर समय समय पर लाखों की संख्‍या में नौकरी निकलती रहती हैं। जिससे हमारे देश के युवाओं को रोजगार मिलता है।

रेलवे में कौन कौन सी जॉब होती है

रेलवे में सबसे ज्यादा सैलरी किसकी होती है?

आगे हम आपको रेलवे के अंदर सबसे ज्‍यादा सैलरी वाले कुछ पद बताने जा रहे हैं। जिनमें कि आमतौर पर सबसे ज्‍यादा सैलरी मिलती है। हालांकि, हम आपको ये भी बता दें कि रेलवे में सैलरी के साथ कई तरह के भत्‍ते भी दिए जाते हैं। इसलिए ये तय करना बेहद कठिन है कि रेलवे में सबसे ज्‍यादा सैलरी किसको मिलती है। साथ ही आगे हम आपको इनकी योग्यता के बारे में भी जानकारी देंगे।

  • स्‍टेशन मास्‍टर
  • असिस्‍टेंट लोको पायलट (ALP)
  • गुड्स गार्ड
  • टिकट कलेक्‍टर
  • क्‍लर्क

स्‍टेशन मास्‍टर

रेलवे में यदि सबसे ज्‍यादा सैलरी की बात हो और स्‍टेशन मास्‍टर का नाम ना आए ऐसा संभव नहीं है। क्‍योंकि रेलवे में सबसे ज्‍यादा सैलरी के साथ जिम्‍मेदारी का काम भी स्‍टेशन मास्‍टर का ही होता है। यदि हम एक स्‍टेशन मास्‍टर की सैलरी की बात करें तो उसकी सैलरी कम से कम 35 से 40 हजार रूपए होती है। इसके अलावा उसे बहुत सारे भत्‍ते भी अलग से दिए जाते हैं। जिससे उसकी सैलरी और ज्‍यादा हो जाती है।

यदि हम स्‍टेशन मास्‍टर के काम की बात करें तो उसका काम अपने पूरे स्‍टेशन की निगरानी करना होता है। जिसके अंदर सबसे पहले तय करना होता है कि कौन सी ट्रेन किस प्‍लेटफार्म पर आएगी। साथ ही यदि किसी गुड्स ट्रेन को रोकना है तो कहां रोकना है। किन ट्रेनों को प्‍लेटफार्म पर कितनी देर तक रोकना है।

इसके अलावा उसके स्‍टेशन पर होने वाली हर गतिविधि को नियंत्रण करने काम भी स्‍टेशन मास्‍टर ही करता है। साथ ही यदि उसके स्‍टेशन पर किसी तरह की कमी या लापरवाही पाई जाती है, तो भी उसकी जिम्‍मेदारी भी स्‍टेशन मास्‍टर की होती है। हालांकि, स्‍टेशन के सही से संचालन के लिए उसके अंदर काम करने वाली एक बहुत बड़ी टीम भी होती है। जो कि 24 घंटे उसके साथ काम करती है। जिससे ये काम काफी आसान हो जाता है।

स्‍टेशन मास्‍टर बनने की योग्यता

  • आपकी आयु 18 वर्ष से लेकर 32 वर्ष के बीच में होनी चाहिए।
  • आपने किसी भी मान्‍यता प्राप्‍त विश्वविद्यालय से किसी भी स्‍ट्रीम (Stream) में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी कर रखी हो।
  • आपको कंम्‍प्‍यूटर की सामान्‍य जानकारी भी होनी चाहिए।
  • आप मेडिकल तौर पर पूरी तरह से फिट होने चाहिए।

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असिस्‍टेंट लोको पायलट (ALP)

रेलवे में सबसे ज्यादा सैलरी किसकी होती है इस लिस्‍ट में यदि हम दूसरे नंबर की बात करें तो इसमें नाम रेलवे के लोको पायलट का आता है। लोको पायलट का काम मालगाड़ी या यात्री गाड़ी को चलाने का होता है। ये काम भी बेहद ही जिम्‍मेदारी से भरा होता है। इसलिए रेलवे लोको पायलट को अच्‍छी सैलरी देता है। यदि हम एक लोको पायलट की सैलरी की बात करें तो इसकी सैलरी भी लगभग 35 से 40 हजार रूपए से शुरू होती है। लेकिन कोई भी शुरूआत में सीधा लोको पायलट नहीं बन सकता है। उसे सबसे पहले असिस्‍टेंट लोको पायलट के पद पर काम करना होता है। जिसे हम लोग ALP कहते हैं।

यदि हम एक लोको पायलट के काम की बात करें तो उसका सबसे पहला काम यही होता है कि उसकी जिस ट्रेन पर ड्यूटी लगाई जाती है। उसका अच्‍छे से संचालन करना। रास्‍ते में आने वाले रेलवे के तमाम सिग्नल को ध्‍यान में रखकर रेल को चलाना सबसे चुनौतिपूर्ण काम माना जाता है। इस नौकरी को सबसे कठिन इसलिए भी माना जाता है क्‍यों‍कि आपकी महज एक गलती से आपकी ट्रेन में बैठे हजारों यात्रियों की जान पर संकट आ सकता है।

ALP बनने की योग्यता

  • ALP बनने के लिए आपकी उम्र 18 से लेकर 28 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
  • योग्यता के तौर पर आप 10 वीं पास हों और आपके पास ITI का कम से कम दो साल का डिप्‍लोमा हो। या किसी अन्‍य तरह की आपके पास इंजीनियरिंग में डिग्री हो।
  • आप शारीरिक और मानसिक तौर पर पूरी तरह से फिट हों।

गुड्स गार्ड (Goods Guard)

रेलवे की मालगाड़ी में सबसे पीछे जो केबिन होता है उसके अंदर आप जिस इंसान को बैठा देखते हैं। उसे गुड्स गार्ड कहते हैं। गुड्स गार्ड की नौकरी करने वाले को रेलवे में सबसे ज्‍यादा सैलरी दी जाती है। यदि हम एक गुड्स गार्ड की सैलरी की बात करें तो उसे शुरूआती सैलरी 30 से 35 हजार रूपए दी जाती है। जिसमें उसके भत्ते अलग से दिए जाते हैं।

यदि हम एक गुड्स गार्ड के काम की बात करें तो उसका काम होता है कि ट्रेन के संचालन में आगे बैठे लोको पायलट की मदद करना। खासतौर पर जब ट्रेन को कहीं छोटे प्‍लेटफार्म पर रूकना होता है। तो वहां पर गुड्स गार्ड की भूमिका काफी अहम हो जाती है। एक तरह से लोको पायलट जहां ट्रेन के आगे देखता है, तो वहीं एक गुड्स गार्ड पीछे से पूरी ट्रेन को देखता है। ताकि पूरी ट्रेन की सुरक्षा की जा सके।

गुड्स गार्ड बनने की योग्यता

  • गुड्स गार्ड बनने के लिए आपकी आयु 18 वर्ष से लेकर 33 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
  • योग्यता के तौर आप किसी भी मान्यता प्राप्‍त विश्वविद्यालय से आपने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी कर रखी हो।
  • आप शारीरिक और मानसिक तौर पर पूरी तरह सही हों। ताकि आप अपना काम पूरी जिम्‍मेदारी से कर सकें।

टिकट कलेक्‍टर (TC)

रेलवे में एक पद टीटीई (TTE) का भी होता है। जो कि लोगों की टिकट को जांचने का काम करता है। इस पद पर भी जो लोग काम करते हैं। उन्‍हें रेलवे काफी ज्‍यादा सैलरी देता है। इसलिए यदि आप चाहें तो टीटीई (TTE) के पद पर भी काम कर सकते हैं। यदि हम इसके कार्यक्षेत्र की बात करें तो टीटीई का काम होता है यात्रियों की टिकट चेक करना। हालांकि, इसे कोई टीटी कहता है तो कोई टीसी। आइए आपको इन दोनों पदों में क्‍या अंतर होता है। इसकी जानकारी भी देते हैं।

TTE और TC में अंतर

यदि हम TTE और TC में आपको अंतर बताएं तो हम आपको बता दें ये दोनों पद एक ही होते हैं। इनमें फर्क केवल इतना होता है कि TTE (Travelling Ticket Examiner) की ड्यूटी चलती ट्रेन के अंदर लगती है। जिसका काम ये होता है कि ट्रेन के अंदर सभी यात्रियों की टिकट चेक करना। साथ ही ये देखना कि सभी यात्री अपनी सीट पर बैठ गए हैं या नहीं। यदि कोई नहीं बैठा तो उसे उसकी सीट की जानकारी देना।

जबकि TC (Ticket Collector) उसे कहते हैं जो कि किसी भी स्‍टेशन पर प्‍लेटफार्म पर खड़े होकर यात्रियों की टिकट की जांच करते हैं। इनका काम आने जाने वाले यात्रियों का प्‍लेटफार्म टिकट देखना और जो यात्री ट्रेन से उतरे हैं। उनका ट्रेन का टिकट देखना। हालांकि, ये दोनों पद एक ही हैं। बस इनकी ड्यूटी के आधार पर इनके नाम में परिवर्तन आ जाता है।

टिकट कलेक्‍टर बनने की योग्यता

  • उम्‍मीदवार की आयु 18 वर्ष से 25 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
  • योग्यता के तौर पर आपके पास किसी भी मान्‍यता प्राप्‍त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की पढ़ाई होनी चाहिए। साथ ही आपके अंक 50 प्रतिशत से अधिक होने चाहिए।
  • आप मानसिक तौर पर पूरी तरह से फिट हों। ताकि अपना काम अच्‍छे से कर सकें।

क्‍लर्क (Clerk)

रेलवे में कई ऐसे काम होते हैं जो कि कंम्‍यूटर पर किए जाते हैं उनके लिए क्‍लर्क भी नियुक्‍त करता है। जिनकी सैलरी भी काफी अच्‍छी होती है। इनका काम इस बात पर निर्भर करता है कि आपको किस तरह का काम दिया जाता है।

क्‍योंकि रेलवे में हर काम के लिए एक अलग से काउंटर होता है। इसलिए आपको जिस भी काउंटर पर लगाया जाता है। आपको उससे जुड़ा ही काम करना होता है। हालांकि, ऐसा नहीं है कि आपको किसी भी काउंटर पर बैठा दिया जाएगा। इसके लिए आपको पहले काम की ट्रेनिंग दी जाएगी। जिसमें आपको बताया जाएगा कि आपको अपना काम किस तरह से पूरा करना होगा।

क्‍लर्क बनन की योग्यता

  • रेलवे में क्‍लर्क बनने के लिए आपको 12 वीं पास होना जरूरी है। साथ ही यदि आप सीनियर क्‍लर्क बनना चाहते हैं तो आपके पास ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
  • आपको कंम्‍प्‍यूटर की टाइपिंग का ज्ञान भी अवश्‍य रूप से होना चाहिए।
  • आपकी आयु 18 से लेकर 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
  • आप शारीरिक और मानसिक तौर पर पूरी तरह से सही होने चाहिए।

रेलवे में नौकरी कब निकलती है?

अब आपने ये जान लिया कि रेलवे में सबसे ज्यादा सैलरी किसकी होती है तो आपको ये भी जान लेना चाहिए कि रेलवे में नौकरी कब निकलती है। ताकि आप उसके लिए आवेदन कर सकें। इसका कोई स्‍पष्‍ट जवाब तो नहीं है। लेकिन जब भी रेलवे किसी भी पद के लिए आवेदन आमंत्रित करता है तो इसकी जानकारी अपनी वेबसाइट पर साझा करता है।

लेकिन पिछले कुछ सालों में देखा गया है कि रेलवे लोकसभा चुनावों से ठीक पहले बड़े पैमाने पर भर्तियां निकालता है। इसलिए आप जब भी चुनाव का समय हो तो रेलवे या तमाम दूसरी वेबसाइट जो सरकारी नौकरियों से जुड़ी जानकारी साझा करती हैं। उनके ऊपर लगातार चेक करते रहें। हालांकि, रेलवे में गलत तरीके से नौकरी दिलवाने के नाम पर कई गिरोह भी सक्रिय रहते हैं। इसलिए आप उनसे हमेशा सावधान रहें।

रेलवे में नौकरी करने के फायदे

  • रेलवे की नौकरी आमतौर पर सबसे सुरक्षित मानी जाती है। क्‍योंकि यहां जो भी कर्मचारी लग जाता है। उसे वेवजह कभी नहीं हटाया जाता है।
  • रेलवे अपने कर्मचारियों को रहने और रेलवे में मुफ्त यात्रा जैसी कई सुविधाएं भी देता है। जिससे रेलवे में नौकरी सबसे बेहतर मानी जाती है।
  • रेलवे में हर काम नियम से होता है। इसलिए यदि आप अपना काम सही से करते हैं तो आपको बेवजह बिल्‍कुल भी परेशान नहीं किया जाता है।
  • रेलवे में नौकरी का समाज में कई दशकों से एक अलग ही रूतबा है। इसलिए रेलवे में नौकरी पाना अपने आप में गर्व की बात होती है।

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Conclusion

आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि रेलवे में सबसे ज्यादा सैलरी किसकी होती है। इसे जानने के बाद आप आसानी से तय कर सकते हैं कि आप रेलवे में किस पद के आवेदन कर सकते हैं। लेकिन हम आपको एक बात और बता दें कि रेलवे में सैलरी और सुविधाएं जानकर आप खुश जरूर हो सकते हैं। लेकिन इन पदों पर चयनित होने के लिए आपको उतनी ही ज्‍यादा मेहनत भी करनी होती है।

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नमस्कार दोस्तों, मैं रवि "आल इन हिन्दी" का Founder हूँ. मैं एक Economics Graduate हूँ। कहते है ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता कुछ इसी सोच के साथ मै अपना सारा ज्ञान "आल इन हिन्दी" द्वारा आपके साथ बाँट रहा हूँ। और कोशिश कर रहा हूँ कि आपको भी इससे सही और सटीक ज्ञान प्राप्त हो सकें।

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