Self Study Tips in Hindi | सेल्फ स्टडी कैसे करे?

Self study करने का सही तरीका

Self study tips in Hindi: बहुत से छात्र ऐसे होते हैं जो कि स्‍कूल या कॉलेज ना जाकर अपने घर बैठकर ही आगे की पढ़ाई पूरी करते हैं। साथ ही बहुत से लोग जो कहीं नौकरी आद‍ि करते हैं, वो लोग भी नौकरी से आने के बाद अपने घर बैठकर या लाइब्रेरी जाकर ही अपनी पढ़ाई पूरी करते हैं। लेकिन घर बैठकर खुद से Self Study करना इतना आसान भी नहीं होता है। जितना सोचने में लगता है।

इसलिए यदि आप भी सेल्‍फ स्‍टडी करते हैं। लेकिन उसमें किसी तरह की परेशानी आ रही है तो हमारे इस लेख को अंत तक पढि़ए। अपने इस लेख में में हम आपको जानकारी देंगे कि सेल्‍फ स्‍टडी क्‍या होती है। साथ ही सेल्फ स्टडी कैसे करनी चाहिए। जिससे आप पढ़ाई में दूसरों से आगे निकल सकते हैं।

Self Study क्‍या होती है?

Self study tips in Hindi में हम आपको सबसे पहले बताते हैं कि सेल्‍फ स्‍टडी क्‍या होती है। दरअसल, यह भी एक तरह की पढ़ाई ही होती है। इसके अंदर छात्र या पढ़ने वाला इंसान किसी संस्‍थान या किसी अध्‍यापक से नहीं जुड़ा होता है। वो केवल अपनी किताबें और नोट्स की मदद से खुद ही पढ़ाई पूरी करता है।

कई बार वो Distance से भी पढ़ाई कर रहा होता है। इसके बाद वह सीधा परीक्षा में बैठता है। जहां उसे नंबरों के आधार पर अपना आकलन करना होता है। यदि हम सेल्‍फ स्‍टडी करने वालों की बात करें तो ये ज्‍यादातर Distance से पढ़ाई करने वाले छात्र या पढ़ाई के साथ कहीं नौकरी करने वाले छात्र ही होते हैं। साथ ही सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले लोगों का भी इसमें बड़ा तबका होता है।

सेल्फ स्टडी कैसे करे

क्‍या सेल्‍फ स्‍टडी करना सही है?

सेल्‍फ स्‍टडी करने से पहले हमें ये बात जान लेनी बेहद जरूरी है कि क्या सेल्‍फ स्‍टडी करना सही है। इसका जवाब इस बात पर निर्भर करता है कि आप सेल्‍फ स्‍टडी कब करेंगे यह समय और हालात के हिसाब से तय करना चाहिए। लेकिन सेल्‍फ स्‍टडी से पहले आपको एक बात की जानकारी जरूर होनी चाहिए कि आपको पढ़ना क्‍या है और उसे किस तरह से पढ़ना है।

यदि आपको अपने विषय से जुड़ी बिल्‍कुल भी जानकारी नहीं है, तो बेहतर होगा कि आप सेल्‍फ स्‍टडी से पहले कुछ महीने किसी कोचिंग संस्‍थान या किसी अध्‍यापक के पास जाकर ये समझ लें कि आपको किस तरह से अपना पूरा सेलेब्‍स (Syllabus) कवर करना है। इसके बाद ही सेल्‍फ स्‍टडी करने पर विचार करें। इस काम के लिए आप ऑनलाइन क्‍लास (Online Class) का सहारा भी ले सकते हैं।

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Self Study Tips

Self study tips in Hindi में आगे हम आपको सेल्‍फ स्‍टडी करने के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु बताने जा रहे हैं। जिनकी मदद से आप अपनी सेल्‍फ स्‍टडी (Self Study) को और ज्‍यादा प्रभावी बना सकते हैं। जिसके बाद आपको सफलता मिलने की संभावना पहले से कई गुना अधिक हो जाएगी।

Syllabus की पूरी जानकारी रखें

किसी भी छात्र के लिए जो कि जानना चाहता है कि सेल्‍फ स्‍टडी कैसे करें। उसके लिए जरूरी है कि उसे अपना पूरा सेलेब्‍स पता है। उसके पास कितने विषय हैं। साथ ही उसके अंदर कौन कौन से Chapter हैं। जो कि उसे पढ़ने हैं। संभव हो उसे पूरा सेलेब्‍स अपनी एक कापी में लिख लेना चाहिए। जिससे पूरा सेलेब्‍स उसकी जुबान पर र‍ट जाए।

इसके अलावा उसके सेलेब्‍स से जुड़ी किताबें भी उसके पास होनी चाहिए। आज कल बाजार में एक ही विषय की बहुत सारी किताबें मौजूद हैं। इसलिए जरूरी है कि आपके पास वो किताब मौजूद हों जो कि बाजार में सबसे अच्‍छी मानी जाती हैं। NCERT की किताबें आमतौर पर सबसे अच्‍छी मानी जाती हैं।  यदि आपके पास पूरा सेलेब्‍स और किताबें मौजूद हैं तो आप सेल्‍फ सटडी की तरफ आसानी से बढ़ सकते हैं।

आपका लक्ष्‍य तय हो

किसी भी छात्र के लिए सेल्‍फ स्‍टडी करने से पहले जरूरी है कि उसका लक्ष्‍य तय हो। लक्ष्‍य से मतलब ये है कि आप ये ना सोचें कि बस आपको पढ़ना है। आपको ये पता हो आगे चलकर आपकी कौन सी परीक्षा आने वाली है। उसमें कितना समय बचा है। आपको उस परीक्षा के लिए कितना पढ़ने की जरूरत है। आने वाली परीक्षा में क्‍या प्रश्‍न पूछे जाने की संभावना रहती है।

लक्ष्‍य तय होने का मतलब ये भी है कि इससे आप कभी भी अपने रास्‍ते से भटकेंगे नहीं। साथ ही हमेशा ऊर्जा से भी भरें रहेंगे। लक्ष्‍य तय कर लेने से हमें ये भी पता चलता रहता है कि आपने कितना पढ़ लिया है और अभी कितना बाकी है। जिसके जरिए आप सेल्‍फ स्‍टडी के प्रति खुद को उत्‍साहित भी रख सकते हैं।

पढ़ने की जगह और समय तय हो

सेल्‍फ स्‍टडी शुरू करने से पहले आपको अपने पढ़ने की एक निश्चित जगह और समय कर लेनी चाहिए। यह आपके घर में भी हो सकती है। किसी दूसरी जगह या कहीं लाइब्रेरी (Library) आद‍ि में भी। साथ ही आपका पढ़ने का समय भी तय होना चाहिए। समय से ये मतलब कतई नहीं है कि आप हर रोज आठ घंटे बैठकर पढ़ाई करें। आप चाहे रोजाना दो घंटे की क्‍यों ना पढ़ाई करें। बस आपके वो दो घंटे तय होने चाहिए।

समय और जगह तय करने के दौरान आप इस बात का जरूर ध्‍यान रखें कि आप जो भी अपने मन में तय करें उसे हर रोज पूरा करने की कोशिश करें। ऐसा ना हो कि आप केवल मन में रोज उसे ख्‍वाबों की तरह संजाते रहें।

Internet का फायदा उठाएं

जब आप सेल्‍फ स्‍टडी करते हैं। तो आपके आसपास या आपके संपर्क में कोई भी ऐसा अध्‍यापक नहीं होता है। जहां आप अपने मन में आने वाले सवालों का हल पूछ सकें। इसके लिए आप इंटरनेट का सहारा ले सकते हैं। आज कल इंटरनेट पर हर विषय से जुड़े अध्‍यापक ऑनलाइन और वो भी फ्री में पढ़ाते हैं। जिसमें You Tube का नाम सबसे प्रमुखता से लिया जाता है।

आपके मन में यदि कोई भी सवाल आता है तो आप उसे ऑनलाइन ढूंढ सकते हैं। साथ ही उसे जानने के बाद आप अपनी कापी में लिख सकते हैं। ऑनलाइन का फायदा ये होता है कि आपका समाधान भी हो जाता है। और आपका समय और पैसे भी बच जाते हैं।

फोन से दूर रहें

सेल्‍फ स्‍टडी करने के लिए सबसे जरूरी काम ये है कि आप अपने फोन से दूरी बनकर रखें। इसके लिए जरूरी है कि आप जब पढ़ने बैठें तो अपने फोन को या तो बंद कर दें या Silent Mode पर करके छोड़ दें। साथ ही अपने दोस्‍तों को अपने पढ़ने का समय भी बता दें और कह दें कि आप इस दौरान फोन नहीं उठा पाएंगे। इसके बाद जब आपकी पढ़ाई पूरी हो तो आप अपने फोन को देखकर जिनका भी फोन आया हो उससे फोन करके बात कर लें।

लेकिन अब सवाल आता है कि यदि पढ़ाई के दौरान ही कुछ इंटरनेट पर तलाशना हो तो? इसका जवाब ये है कि आपको इंटरनेट पर जो कुछ भी देखना हो उसे अपनी एक कापी में लिख लीजिए। इसके बाद अंतिम समय में या सप्‍ताह का कोई ऐसा दिन सेट कर लीजिए। जिस दिन आपने जो कुछ भी कापी में लिखा हुआ है उसे देख लीजिए। फिर से अपनी वही दिनचर्या शुरू कर दीजिए।

जब मन कहे तभी पढ़ें

बहुत से छात्र ऐेसे होते हैं जो कि हर दिन कई घंटे पढ़ते हैं। उन्‍हें लगता है कि उनका काम सिर्फ पढ़ना है। चाहे मन कहे या ना कहे। लेकिन ये तरीका पूरी तरह से गलत है। क्‍योंकि आप पढ़ाई कर रहे हैं। कोई बंधुआ मजदूर थोड़ी हैं। इसलिए आप बेशक आप कम पढ़ें, लेकिन जितने भी समय पढ़ें कोशिश करें कि आप जो पढ़ें वो पूरी तरह से आपको या तो समझ आए या आपको याद हो जाए। अन्‍यथा आपका पढ़ना केवल घंटों तक सीमित रहेगा।

खुद का मूल्यांकन करना सीखें

जब आप सेल्‍फ स्‍टडी करते हैं तो आपके लिए सबसे जरूरी हो जाता है कि आप खुद के ऊपर अपना ही मूल्‍यांकन करते रहें। क्‍योंकि सेल्‍फ स्‍टडी एक ऐसी चीज होती है। जहां आपको ही काम करना है, उसके बाद आपको ही उसका मूल्‍यांकन करना है, अंत में आपको खुद ही अपनी कमियां भी तलाशनी होती है।

ऐसे में बहुत से लोग पढ़ते तो खूब हैं। लेकिन अपने मन में ये धारणा बना लेते हैं कि वो जो भी पढ़ रहे हैं। वो सबकुछ एकदम सही है। इस गलतफहमी में बहुत से छात्र परीक्षा में फेल हो जाते है। तब जाकर उन्‍हें समझ आता है कि वो कहीं ना कहीं गलत थे। लेकिन तबतक बहुत देर हो चुकी होती है। इसलिए समय समय पर इस बात का मूल्‍यांकन करते रहिए। जिससे आपको पता लगता रहे कि आप एकदम सही दिशा में जा रहे हैं।

Self Control करना सीखें

सेल्‍फ स्टडी एक ऐसी चीज होती है जिसके अंदर आप ही छात्र की भूमिका में होते हैं, आप ही अध्‍यापक की भूमिका में भी होते हैं। कहने का मतलब ये है कि आपको सही रास्‍ते पर तो चलना ही है। लेकिन जब भी मन गलत रास्‍ते पर जाए तो उसे वापिस भी आपको ही लाना है।

जैसे कि आप घर में जब पढ़ रहे होते हैं। तो मन में कई बार ख्‍याल आता है कि आज घूम आते हैं। बाकी की पढ़ाई कल कर लेंगे। इसी तरह से यदि घर में कोई घर में मेहमान आ जाता है तो आप सोचते हैं कि मेहमान नवाजी पहले कर ली जाए। इसके बाद तो पढ़ाई करनी ही है। लेकिन यही आपकी सबसे बड़ी भूल होती है। एक एक दिन करके आप कब महीने बिता देते हैं, फिर कब साल बीत जाता है और परीक्षा सिर पर आ जाती है पता ही नहीं चलता है।

इसलिए सेल्‍फ स्‍टडी के दौरान आपको अपने ऊपर हमेशा Self Control रखना होता है कि आज का काम आज ही करना है। जब तक आज का काम पूरा ना हो जाए तब तक आपको नींद नहीं आनी चाहिए। भले ही कोई भी काम क्‍यों ना छोड़ना पड़े।

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सेहत को भी समय दें

जब हम सेल्‍फ स्‍टडी करते हैं तो कई बार घर में या तो सो जाते हैं या उठकर पढ़ाई करने लगते हैं। लेकिन आपको अपनी सेल्‍फ स्‍टडी के साथ अपने घूमने फिरने का समय भी निकालना चाहिए। क्‍योंकि सेल्‍फ स्‍टडी के दौरान आप किसी स्‍कूल या कॉलेज तो जाते नहीं हैं। जहां आपका मनोरंजन या घूमना फिरना हो सके। साथ ही अपने खान पान पर भी पूरा ध्‍यान दें। मौसम के हिसाब से ऐसी चीजों का सेवन करें जो कि आपकी सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो सकें।

ये बेहद जरूरी है कि आप सेल्‍फ स्‍टडी के साथ रोजना कम से कम एक घंटा साइकिल चलाने, पार्क घूमने या सैर पर अवश्‍य जाएं। लेकिन साथ ही साथ समय के पाबंद भी रहें। ऐसा ना हो कि आप सुबह की सैर पर जाएं और कोई दोस्‍त बीच रास्‍ते पर मिल जाए और उसके बाद सीधा दोपहर को घर पहुंचे। इस तरह से आप कभी भी अपनी सेल्‍फ स्‍टडी पूरी नहीं कर पाएंगे।

हमेशा सुबह उठकर पढ़ाई करें

आपने बचपन से ही ये बात सुनी होगी कि सुबह उठकर पढ़ने से सबसे ज्‍यादा याद होता है। ये बात एकदम सही है। आप जब सेल्‍फ स्‍टडी करने की सोचें तो सबसे पहले अपना सुबह का टाइम टेबल (Time Table) अवश्‍य बनाएं।

क्‍योंकि दिन में आपको बहुत सारे काम आ जाएंगे। जिसकी वजह से आपका दिमाग थक जाएगा। लेकिन सुबह का एक ऐसा समय होता है जब आपका दिमाग पूरी तरह से ऊर्जा से भरा होता है। इसलिए इस दौरान आपका पढ़ाई में मन तो लगता ही है। साथ ही आप जो पढ़ते हैं वो सबसे लंबे समय तक याद भी रहता है।

Test Series अवश्‍य लगाएं

जब आप सेल्‍फ स्‍टडी करते हैं तो आपके आसपास कोई ऐसा ग्रुप तो होता नहीं है। जिससे आपको पता लग सके कि उसी परीक्षा की दूसरे लोग किस तरह से तैयारी कर रहे हैं। इसलिए ये बेहद जरूरी हो जाता है कि सेल्‍फ स्‍टडी के दौरान आप किसी भी तरह की ऑनलाइन Test Series जो कि आपकी परीक्षा से जुड़ी हो उसे अवश्‍य लगाएं। भले ही वह थोड़ी महंगी क्‍यों ना हो।

Test series के जरिए आपको पता लगेगा कि आप कहां पर कमजोर हैं। जिस पर अभी काम किया जा सकता है। साथ ही यदि आपकी Test Series में Rank दिखाई जाती होगी। तो आप घर बैठे भी ये जान सकते हैं कि आपकी ही परीक्षा की दूसरे कितने बच्‍चे तैयारी कर रहे हैं। साथ ही वो आपसे कितने आगे हैं।

Self Study किन्‍हें नहीं करनी चाहिए

  • यदि आप कहीं ऐसी जगह काम करते हैं जहां 12 घंटे या 10 घंटे काम करना होता है और आप वहां से आकर पढ़ाई करते हैं। तो यह बेहद गलत है। आप या तो 8 घंटे की नौकरी तलाश लें या सेल्‍फ स्‍टडी बंद कर दें।
  • यदि आपके अंदर संयम नहीं है। आपने जो टाइम टेबल बनाया है उसकी पालना नहीं कर पा रहे हैं। तो आप कोई कोचिंग या कॉलेज ही ज्‍वाइन कर लें। क्‍योंकि सेल्‍फ स्‍टडी के दौरान आपके अंदर संयम और अपने काम के प्रति लगन होनी बेहद जरूरी है।
  • यदि आपका Basic भी Clear नहीं है। तो कभी भी सेल्‍फ स्‍टडी ना करें। सबसे पहले आप किसी कोचिंग या अध्‍यापक से पढ़कर अपना Basic Clear करें। इसके बाद ही सेल्‍फ स्‍टडी करें।
  • सेल्‍फ स्‍टडी के दौरान आपको मानसिक तौर पर मजबूत रहना चाहिए। ताकि हर दिन अपनी दिनचर्या को बनाए रखें। इसलिए यदि आप जरा सी बात पर परेशान या नकारात्‍मक हो जाते हैं तो आप सेल्‍फ स्‍टडी ना करें। आप कोचिंग में जाएं जहां आप घर ही सारी बातों को दोस्‍तों के साथ मिलकर भूल जाते हैं।

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Conclusion

आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि सेल्‍फ स्‍टडी कैसे करें। Self study tips in Hindi को जानने के बाद आप आसानी से अपने घर या लाइब्रेरी में बैठकर आसानी से सेल्‍फ स्‍टडी कर सकते हैं। सेल्‍फ स्‍टडी करना थोड़ा कठिन जरूर है। पर यदि आपके अंदर कुछ पाने का जुनून है तो आपके लिए ये एकदम आसान काम है। यदि आपको सेल्‍फ स्‍टडी से जुड़ा हमारा ये लेख पसंद आया है तो इसे अपने दोस्‍तों के साथ भी शेयर करें। साथ ही इस लेख से जुड़ा यदि आपका कोई सवाल है तो हमें नीचे कमेंट करें।

नमस्कार दोस्तों, मैं रवि "आल इन हिन्दी" का Founder हूँ. मैं एक Economics Graduate हूँ। कहते है ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता कुछ इसी सोच के साथ मै अपना सारा ज्ञान "आल इन हिन्दी" द्वारा आपके साथ बाँट रहा हूँ। और कोशिश कर रहा हूँ कि आपको भी इससे सही और सटीक ज्ञान प्राप्त हो सकें।

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