Vigyan ke janak kaun hai | विज्ञान के पिता कौन है?

Science – Vigyan ke janak kaun hai | विज्ञान के पिता कौन है?

Vigyan ke janak kaun hai यदि आप इस सवाल के जवाब की तलाश में है तो इस लेख को अंत तक पढ़ें। इस लेख में आप यह जान पाएंगे कि विज्ञान के पिता कौन है, इसके साथ ही आप यह जान पाएंगे कि विज्ञान क्‍या होता है? विज्ञान की प्रमुख शाखाएं कौन कौन सी है और विज्ञान की प्रमुख शाखाएं क्या है।

विज्ञान हम सभी के जीवन का एक महत्‍वपूर्ण हिस्‍सा है। हम सभी लोग जीवन में जो कुछ भी करते हैं उसमें कहीं ना कहीं विज्ञान का योगदान जरूर होता है। यहां तक की आप इस समय जो हमारा ये लेख जिस फोन या लैपटॉप में पढ़ रहे हो उसे भी विज्ञान ने ही बनाया है। यदि विज्ञान ना होता तो आज आप ये लेख भी ना पढ़ रहे होते। लेकिन बहुत से लोगों को विज्ञान के जनक तक के बारे में नहीं जानकारी होती है।

इसलिए आप भी यदि ये बात जानना चाहते हो कि विज्ञान का जनक किसे कहा जाता है? विज्ञान की कितनी शाखाएं होती है? तो हमारे इस लेख को अंत तक पढि़ए। हमारे इस लेख को पढ़ने के बाद विज्ञान को लेकर आपकी सारी आशंकाएं दूर हो जाएंगी।

विज्ञान क्‍या होता है?

विज्ञान के जनक कौन है, इसके बारे में आपको बताने से पहले आइए हम आपको बताते हैं कि अखिर विज्ञान किसे कहा जाता है। दरअसल विज्ञान उस विधि को कहा जाता है। जिसमें हर चीज का समाधान विज्ञान के तर्क को आधार बनाकर निकाला जाता है। उसके पीछे गहरा अध्‍यन्‍न किया गया होता है। उसमें तथ्‍यों पर बल दिया गया होता है।

उसके होने या ना होने की संभावनाओं पर गहन विचार विमर्श किया गया होता है। इस विधि को हम जिस भी काम में अपनाते हैं उसे ही विज्ञान कहा जाता है। मतलब विज्ञान की ना तो कोई सीमा है, ना ही इसका कोई अंत है। जबकि यदि हम आस्‍था और अंधविश्‍वास की बात करें तो यह और विज्ञान एकदम एक दूसरे के विरेाधी हैं।

Vigyan ke janak kaun hai (विज्ञान के जनक कौन है?)

आइए अब हम आपको इस सवाल का जवाब देते हैं कि Vigyan ke janak kaun hai. लेकिन इस सवाल का जवाब सीधा बिल्‍कुल भी नहीं है। क्‍योंकि विज्ञान की शुरूआत तो दुनिया बनने के साथ ही हो गई थी। लेकिन यदि हम आधुनिक विज्ञान के जनक की बात करें तो वो हैं ‘ लीनियो गलिली (Galileo Galilei)’.

ये एक इटालियन अस्‍टोनमर और महान गणितज्ञ के साथ एक मशहूर फिलोस्‍पर भी रहे थे। इनका जन्म 15 फरवरी 1564 को हुआ था। विज्ञान में इन्‍होंने अपना जो योगदान दिया था। उसकी वजह से ही आज इन्‍हें विज्ञान का जनक कहा जाता है। बहुत से वैज्ञानिक तो इन्‍हें विज्ञान का पिता भी कहते हैं।

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प्राचीन विज्ञान के जनक कौन है?

प्राचीन विज्ञान उसे कहा जाता है जब इंसान जंगलों में रहा करता था। पशु पक्षियों को मारकर अपना भोजन तैयार करता था। कपड़ों के स्‍थान पर पत्‍तों का प्रयोग होता था। क्‍योंकि उस दौरान आज की तरह इंसानों के नाम तो होते नहीं थे। ना ही आज की तरह अपने काम का श्रेय लेने की होड़ रहती थी।

इसलिए हम कह सकते हैं कि प्राचीन विज्ञान का जनक वही होगा जिसने पहली बार दो पत्‍थरों की टक्‍कर से आग जलाई होगी। या किसी गोल आकृति का प्रयोग करके पहिए का आविष्‍कार किया होगा। इसलिए प्राचीन विज्ञान का जनक एक अज्ञात व्‍यक्ति ही माना जाना चाहिए।

विज्ञान की प्रमुख शाखाएं

विज्ञान की कुल तीन शाखाएं होती है। जिनमें जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान और भौतिक विज्ञान होता है। आइए हम आपको इन सभी शाखाओं के बारे में विस्‍तार से बताते हैं कि इनका क्‍या काम होता है और इनके अंदर कौन सी चीजें शामिल होती हैं। जिनका कि अध्‍यन्‍न किया जाता है।

जीव विज्ञान (Biology)

जीव विज्ञान के जनक कौन है

जीव विज्ञान को अंग्रेजी में Biology कहा जाता है। इसके तहत मानव और पशु के शरीर का अध्‍यन्‍न किया जाता है। जो कि चाहे जीवित हो या मृत हो। जैसे कि हमारे शरीर में यदि कोई समस्‍या है तो वो क्यों है? साथ ही उसका कारण क्‍या हो सकता है? साथ ही इसी तरह इसमें पौधों का भी अघ्‍यन्‍न किया जाता है।

यदि हम जीव विज्ञान के अंदर ही बात करें तो इसके अंदर भी कई शाखांए हैं। जिन्हें पौधे, जंतु और मानव के आधार पर बांटा गया है। यदि हम जीव विज्ञान के जनक की बात करें तो इसके जनक के रूप में अरस्‍तु को माना जाता है। जो कि इसके जीव विज्ञान में अपना बहुत बड़ा योगदान देने के लिए जाने जाते हैं।

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रसायन विज्ञान (Chemistry)

जैसा कि नाम से ही स्‍पष्‍ट है कि रसायन यानि कैमिकल विज्ञान। इसके अंदर रसायनों का अध्‍यन किया जाता है। जैसे कि यदि इस कैमिकल को इस चीज में डाला जाए तो क्‍या प्रभाव पड़ेगा और इसे निकाल लिया जाए तो क्‍या प्रभाव पड़ेगा। हमारे जीवन में इसका प्रभाव ये होता है कि इससे हम लोग कैमिकल के बनने वाली चीजों का आसानी से उपयोग कर सकते हैं। जेसे की हम आज जानते हैं कि कपड़े धोने का साबुन अलग होता है और नहाने का अलग।

रसायन विज्ञान के जनक कौन है

साथ ही तेजाब ऐसी चीज होती है, जिसे हम हाथ पर नहीं डाल सकते हैं। यदि आज रसायन विज्ञान ना होता तो हम ये सब कभी ना जान पाते और संभव था कि हमारा जीवन और कठिन हो जाता। यदि हम रसायन विज्ञान के जनक की बात करें तो इसके जनक एन्‍टोनी लोरेन्‍ट डी लैवाशिये को कहा जाता है। जो कि रसायन विज्ञान के एक महान वैज्ञानिक थे।

भौतिक विज्ञान (Physics)

भौतिक विज्ञान के जनक कौन है

भौतिक विज्ञान को अंग्रेजी में Physics कहा जाता है। इसका काम होता है कि उन चीजों का अधयन्‍न करना जो कि किसी भी तरह का काम करती हैं। जैसे की हम लोग आज पृथ्‍वी पर गुरूत्‍वाकर्षण बल के कारण ही खड़े रहते हैं। किसी चीज खींचना मुश्किल होता है, जबकि उसे धकेलना आसान होता है।

ये सब नियम हम लोग भौतिक विज्ञान की मदद से ही समझ पाए हैं। इसलिए कहा जा सकता है कि भौतिक विज्ञान ने हमारे जीवन को बेहद आसान बना दिया है। वरना शायद हम ये भी ना समझ पाते कि ढलान पर गाड़ी नीचे आती है और चढा़ई पर पीछे की तरफ जाती है। यदि हम भौतिक विज्ञान के जनक की बात करें तो इसके जनक गैलिलिओ को माना जाता है। विज्ञान की यही एकमात्र शाखा है जिसका हम लोग अपने दिन प्रतिदिन के काम में सबसे ज्‍यादा प्रयोग करते हैं।

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विज्ञान की पांच विशेषताएं

विज्ञान के जनक कौन है और विज्ञान और उसकी तीनों शाखाओं के बारे जानने के बाद हम आपको हम विज्ञान की पांच विशेषताओं के बारे में जानकारी देते हैं। जिसकी वजह से आज इसे पूरी दुनिया में मान्‍यता है। साथ ही इसी वजह से विज्ञान दिन प्रतिदिन तरक्‍की कर रहा है।

  • विज्ञान हमेशा अध्‍यन्‍न के लिए ऐसी विधि का प्रयेाग करता है, जो कि पूरी दुनिया में सर्वमान्‍य हो। इससे इस पर कोई कभी ऊ्ंगली नहीं उठा सकता है।
  • विज्ञान का सबसे पहला और अंतिम प्रयास यही रहता है कि मानव जीवन को किस तरह से और आरमदायक और खुशहाल बनाया जा सके। जिसका परिणाम भी आज हमारे सबके सामने है।
  • विज्ञान हमेशा चीजों को सबसे पहले तथ्‍यों की कसौटी पर रखता है। ना कि सुनी सुनाई या पुराने समय में कही गई बातों को आधार बनाकर चलता है।
  • विज्ञान कभी भी जल्‍दबाजी में फैसला नहीं करता है। किसी भी चीज के अंतिम निष्‍कर्ष पर जाने से पहले कई साल का लंबा और गहन अध्‍यन्‍न करता है।
  • विज्ञान जिस विधि के जरिए चीजों को करता है। अंत में दुनिया के समाने भी रखता है। जिससे सभी को यकीन हो सके। ठीक उसी तरह जैसे कभी हवाई जहाज उड़ता था तो हमारे लिए वो चमत्‍कार जैसा होता था। परन्‍तु समय के साथ हम सभी जान गए कि हवाई जहाज वास्‍तव में कैसे उड़ता है।

आपने सीखा

आज आपने जाना कि प्राचीन और आधुनिक विज्ञान के जनक कौन है, विज्ञानं क्या है, और विज्ञान की शाखाओं के बारे में, आशा है अब आप ये समझ चुके होंगे कि Vigyan ke janak kaun hai. यह लेख आपको कैसा लगा हमें कमेंट में जरूर बताएं।

नमस्कार दोस्तों, मैं रवि "आल इन हिन्दी" का Founder हूँ. मैं एक Economics Graduate हूँ। कहते है ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता कुछ इसी सोच के साथ मै अपना सारा ज्ञान "आल इन हिन्दी" द्वारा आपके साथ बाँट रहा हूँ। और कोशिश कर रहा हूँ कि आपको भी इससे सही और सटीक ज्ञान प्राप्त हो सकें।

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