Village Business Ideas In Hindi | गांव में कौन सा बिजनेस करें?

Village Business Ideas In Hindi: भारत की सबसे ज्‍यादा आबादी गांवों में ही बसती है। ऐसे में कहा जा सकता है कि गांव में बिजनेस की संभावनाएं भी सबसे ज्‍यादा होती हैं। बस जरूरत है कि कोई गांव के लोगों की जरूरत को कोई समझे और उनकी जरूरत को पूरा करने वाला बने। इसके बाद तो मानो उसकी दिन दौगुनी और रात चौगुनी तरक्‍की होगी।

ऐसे में यदि आप भी जानना चाहते हैं कि Village Business Ideas In Hindi क्‍या होते हैं। गांव में सबसे ज्‍यादा चलने वाला बिजनेस कौन सा है। तो हमारी इस पोस्‍ट को अंत तक पढि़ए। हमारी इस पोस्‍ट को पढ़ने के बाद आपको जरूर कोई ना कोई ऐसा बिजनेस मिल जाएगा जो आप गांव में रहकर कर सकते हैं।

Village Business Ideas In Hindi

आइए अब हम आपको जानकारी देते हैं कि गांव में सबसे ज्यादा चलने वाला बिजनेस कौन सा है। इसके अंदर हम आपको एक एक करके कई बिजनेस की लिस्‍ट बताएंगे। इसे जानने के बाद आप आसानी से तय कर सकते हैं कि आपको आपके गांव के हिसाब से कौन सा बिजनेस करना सही रहेगा।

गांव में सबसे ज्यादा चलने वाला बिजनेस

फूलों का बिजनेस

गांव देहात के लोग भी अब सजावट के कितने शौकीन हो गए हैं यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। हर कार्यक्रम में फूलों से सजावट की जाती है। बस इसी का फायदा आप भी उठा सकते हैं। आप अपने गांव में एक फूलों की दुकान खोल सकते हैं। जहां हर तरह के फूल और उससे जुड़ी मालाएं मिलती हों। इसके लिए आप चाहें तो चौराहे पर खोखा भी रख सकते हैं।

क्‍योंकि देखा जाता है कि हम अक्‍सर जब भी गांव में होते हैं और फूल लेने की जरूरत होती है तो हमें बहुत दूर जाना होता है। क्‍योंकि गांव में फूलों की दुकान नहीं होती है। इसके लिए आप हर रोज अपनी बाइक से शहर जाइए और फूल खरीद लाइए और दिनभर अपने गांव के चौराहे पर बेचिए। यदि आपका गांव में कोई राजनेता जानकार है तो उसके कार्यक्रम में भी कोशिश कीजिए कि आपके फूल पहुंचने लगें। इस काम से आपकी अच्छी आमदनी हो जाएगी।

दर्जी का बिजनेस

कपड़े सिलवाने की जरूरत गांव हो या शहर हर जगह हमें पड़ती है। भले ही हम कितने भी मजबूत कपड़े सिलवा लें पर वो कुछ महीनों बाद वो फट ही जाते हैं। इसलिए यदि आपको दर्जी का काम आता है तो आप अपने गांव में ही दर्जी का काम भी शुरू कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि आपको काम पूरी तरह से आना चाहिए। क्‍योंकि यदि आपने किसी के कपड़े सिलने में कमी छोड़ दी तो वो पैसा नहीं देगा।

इसके बाद आप अपने गांव में एक दुकान लीजिए और वहां पर एक सिलाई मशीन खरीद लीजिए। बस जैसे जैसे लोगों को पता चलेगा वो आपके पास आने लगेंगे और यदि उन्‍हें आपके सिले कपड़े पसंद आते हैं तो आपके पास वो दोबारा से भी आएंगे।

इस काम की खास बात ये है कि यदि आप महिला हैं तो भी कर सकती हैं। आप अपने घर में ही सिलाई मशीन से अपने जानने वाली महिलाओं के कपड़े सिलकर देती रहें। इससे आपकी अच्‍छी आमदनी होगी। गांव में सबसे ज्यादा चलने वाला बिजनेस में इसे भी आप आसानी से चुन सकते हैं।

ब्‍यूटी पार्लर का बिजनेस

महिलाओं को सजने संवरने का शौक कितना ज्‍यादा होता है ये बात किसी से छिपी नहीं है। हालांकि, एक समय तक ये चलन केवल शहर तक सीमित था। लेकिन आज के समय ये चलन गांव के लोगों तक भी पहुंच गया है। इसलिए यदि आपको ब्‍यूटी पार्लर का काम आता है तो आप अपने ही गांव या घर में ब्‍यूटी पार्लर का काम शुरू कर सकती हैं। क्‍योंकि गांव में सबसे ज्यादा चलने वाला बिजनेस में इसे भी जोड़ा जा सकता है।

इसके लिए आपको सजने संवरने वाले कुछ जरूरी सामान अपने घर पर ही लाकर रख लेने होंगे। इसके बाद जैसे ही आपके घर कोई महिला आए आप उसे सजाकर अच्‍छे से तैयार कर दीजिए। खास बात ये है कि यदि आपने एक महिला को भी अच्‍छे से तैयार कर दिया तो वो चार महिलाओं को भी बताएगी। जिससे आपके ग्राहक बढ़ेंगे ही। साथ ही यदि किसी महिला को घर पर ही तैयार होना है तो आप वहां भी जा सकती हैं।

लेकिन यदि आपको ब्‍यूटी पार्लर का काम नहीं भी आता है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है। आप इसे किसी भी सेंटर से आसानी से सीख सकती हैं। वो भी केवल छह महीनों के अदंर ही। इस काम की खास बात ये है कि यदि आपके पास दिनभर में एक महिला भी आ गई तो आपके पूरे दिन की कमाई उसी से हो जाएगी। क्‍योंकि महिलाएं बात सजने की हो वो कभी पैसा नहीं देखती हैं।

मेडिकल स्‍टोर का बिजनेस

रात बिरात कब कौन बीमार हो जाए ये कहना बड़ा कठिन है। इसलिए यदि आप गांव में मेडिकल स्‍टोर खोलते हैं तो ये काम भी आपका बहुत तेजी से चलेगा। क्‍योंकि गांव में अब भी अक्‍सर मेडिकल स्‍टोर नहीं होते हैं। लेकिन आपको हम बता दें कि मेडिकल स्‍टोर हर कोई नहीं खोल सकता है। इसलिए जरूरी है कि आप इस काम को शुरू करने से पहले एक बार सरकार के नियम कायदे भी अवश्‍य रूप से पढ़ लें। अन्‍यथा आप मेडिकल स्‍टोर की तरफ ना जाएं।

यदि आप मेडिकल स्टोर खोल सकते हैं तो आप सबसे पहले वहां वो दवाई रखिए जो आमतौर पर हर इंसान को जरूरत पड़ती ही है। इसके बाद कम जरूरी दवाइयों को रखिए। इससे आपकी अच्‍छी आमदनी हो सकती है। लेकिन मानवता के नाम पर हमारा सुझाव रहेगा कि आप किसी भी ग्राहक से कभी ज्‍यादा पैसा मत लीजिए। कई बार मेडिकल स्‍टोर वाले इंसान की मजबूरी का फायदा उठाने की कोशिश करते हैं। लेकिन य‍ह तरीका बिजनेस को लंबा चलाने के लिए सही नहीं कहा जा सकता है।

खाद बीज की दुकान

हमारे गांव के किसान भाइयों को अक्‍सर खाद या बीज या कीटनाशक दवाइयां लेने के लिए शहर जाना पड़ता है। जो कि दूर होने के साथ खर्चीला भी होता है। ऐेसे में यदि आप चाहें तो अपने गांव में एक खाद और बीज की दुकान भी खोल सकते हैं। जहां खेती से जुड़ी हर चीज मिल जाए।

इसके बाद गांव के जिन भी लोगों को खेत से जुडा़ कोई भी सामान लेना होगा तो वो शहर जाने की बजाय सीधा आपके पास आ जाया करेंगे। क्‍योंकि इससे उनका काफी समय बचेगा। बस आप ध्‍यान इस बात का रखिए कि एक तो सारा सामान रखिए। दूसरा गांव वालों को वही रेट दीजिए जो सही हो। क्‍योंकि यदि आप महंगा रेट देंगे तो दोबारा से गांव के लोग शहर ही चले जाएंगे। इससे आपका नुकसान होना शुरू हो जाएग। क्‍योंकि आपकी खाद बीज लेने कोई शहर से तो आएगा नहीं।

डेयरी का बिजनेस

गांव में गाय भैंस का काम हर घर में होती है। लेकिन डेयरी किसी के घर नहीं होती है। ऐेसे में यदि आप चाहें तो अपने घर में ही डेयरी भी शुरू कर सकते हैं। जैसे ही आप डेयरी शुरू करेंगे तो जिन लोगों के घर गाय भैंस नहीं है वो लोग हर रोज आपके घर से दूध लेने आ जाया करेंगे। साथ ही इस काम को आगे चलकर आप और विस्तार दे सकते हैं।

इसके अलावा यदि आपके घर के आसपास कोई शहर है तो आप वहां खुद जाकर भी दूध सप्‍लाई कर सकते हैं। क्‍योंकि कई बार देखा जाता है कि शहर के लोग ना चाहते हुए भी बंद पैकेट का दूध पीते हैं। क्‍योंकि उनके आसपास ना तो कोई डेयरी होती है। ना ही कोई इंसान दूध देने आता है। इस काम में भी आपकी अच्‍छी कमाई हो सकती है। साथ ही ये काम केवल आपको सुबह शाम करना होगा। इसके बाद आप दिन में कोई दूसरा काम भी कर सकते हैं। लेकिन शहर में दूध पहुंचाने के लिए आपके पास साइकिल या मोटरसाइकिल जरूर होनी चाहिए।

चाय की दुकान का बिजनेस

चाय की दुकान को अक्‍सर लोग छोटा काम मानते हैं। यही वजह है कि हमें चाय की दुकान बेहद कम देखने को मिलती हैं। ऐसे में यदि आप इस काम को करने में शर्म नहीं मानते हैं तो आपके गांव में जो भी सरकारी कार्यालय या चौक चौराहा हो आप वहां पर चाय की दुकान खोल लीजिए। इसके बाद जो लोग चाय पीने आएंगे उनसे आपकी आमदनी तो होगी ही। साथ ही लोगों से आपकी जानपहचान भी होगी।

जैसे ही आपकी आमदनी थोड़ी बढ़े। आप अपनी दुकान पर ही चाय के दूसरी चीजें भी रख लीजिए। जो कि अक्‍सर लोग चौक चौराहों पर लेना पसंद करते हैं। इससे आपकी आमदनी और ज्‍यादा हो जाएगी। लेकिन ध्‍यान इस बात का रखिए कि आप अपनी दुकान पर कभी ऐसे लोगों को मत बैठने दीजिए जो गलत तरीके की बातें करते हों या जिससे आपकी छवि खराब होती हो। इससे आपके ग्राहक कम हो जाएंगे। जिसका सीधा प्रभाव आपकी आमदनी पर पड़ेगा।

किराने की दुकान

किराने की दुकान एक ऐसी दुकान है जिसे हर कोई चला भी सकता है और उसे कहीं भी शुरू किया जा सकता है। इसलिए यदि आप चाहें तो अपने घर में ही गांव के अदंर किराने की दुकान शुरू कर सकते हैं। इसका फायदा ये होगा कि आप दुकान चलाने के साथ साथ अपने घर को देख सकते हैं। क्‍योंकि इस काम में कभी दिनभर काम नहीं करना होता है। जब ग्राहक आएगा तो आपको आवाज मार देगा।

दुकान की शुरूआत आप सबसे पहले उन सामानों से कीजिए जिसकी मांग सबसे ज्‍यादा रहती है। इसके बाद जैसे जैसे आपको लगे कि आपकी कमाई होने लगी है तो आप अपने सामान की संख्‍या भी बढ़ा दीजिए। कोशिश कीजिए कि आपकी दुकान पर आने वाला कोई भी आदमी खाली हाथ ना लौट कर जाए। क्‍योंकि यदि कोई खाली चला जाता है तो इससे उसके दिमाग पर नकारात्‍मक प्रभाव पड़ता है।

टेंट हाउस का बिजनेस

गांव में टेन्‍ट का चलन काफी ज्‍यादा है। क्‍योंकि गांव के लोग किसी भी कार्यक्रम में चाहते हैं कि उनके जैसा कार्यक्रम कोई दूसरा ना कर पाए। बस इसी का फायदा आप चाहें तो उठाकर टेन्‍ट का काम शुरू कर सकते हैं। इसके अदंर आपको करना ये होगा कि जिन भी घरों में किसी तरह का कोई कार्यक्रम होगा उनके घर में टेन्‍ट लगाना होगा।

इस काम को शुरू करने के लिए आपको सबसे पहले टेन्‍ट से जुड़ा सामान खरीदना होगा। इसके बाद आपको जैसे ही कहीं से आर्डर प्राप्‍त हो आप वहां टेन्‍ट लगा दें। इस काम की खास बात ये है कि आपको ये काम केवल सीजन पर ही मिलेगा। साथ ही इस काम में आप यदि अच्‍छा काम करते हैं तो एक घर से ही लाख रूपए तक कमा सकते हैं। क्‍योंकि विवाह शादी में सबसे ज्‍यादा खर्चा इसी के ऊपर होता है।

आटा चक्‍की का बिजनेस

आटा चक्‍की चलाना एक मेहनत का काम होता है। इसलिए यदि आपको लगता है कि आप मेहतन का काम कर सकते हैं तो आप आटा चक्‍की का काम भी कर सकते हैं। क्‍योंकि इसके अंदर गेहूं उठाकर इधर से उधर रखना होता है। इस काम को शुरू करने के लिए आप बाजार से एक आटा चक्‍की खरीद लाइए। साथ ही उसे चलाने के लिए आप एक मोटर खरीद लाइए। बस दोनों को अपने घर मिस्‍त्री को बुलाकर जुड़वा दीजिए। इसके बाद बिजली चालू करते ही आपकी आटा चक्‍की शुरू हो जाएगी।

इसके बाद लोग आपके घर गेहूं देकर जाएंगे। आप उसे पीस कर दे दीजिए। इससे आपकी कमाई होगी। इस काम को यदि आप चाहें तो सुबह शाम भी कर सकते हैं। साथ ही आप चाहें तो दिनभर भी कर सकते हैं। लेकिन इस काम में आपका कोई नुकसान नहीं होगा। क्‍योंकि इस काम में ऐसा कुछ नहीं होगा जो कि यदि लोग नहीं आए तो खराब होने का डर रहेगा। बस आप ध्‍यान इस बात का रखिए कि आपकी दुकान पर जो आटा पीसने के लिए दे जाए वो बारीक से पीसने का काम कीजिए। वरना वो खाने में किरकिरा लगेगा।

हेयर सैलून का बिजनेस

गांव में हेयर सैलून की दुकान ज्‍यादातर केवल एक या दो जगह ही होती है। जहां आपने देखा होगा कि अक्‍सर लाइन लगी रहती है। इस लाइन को खत्‍म करने के लिए आप चाहें तो आप भी अपना एक हेयर सैलून खोल सकते हैं। इसके लिए यदि आपको हेयर सैलून का काम नहीं आता है तो आप कुछ महीने किसी दूसरी दुकान पर काम करके इसे सीख भी सकते हैं। काम सीखने के बाद आप आसानी से अपना काम शुरू कर सकते हैं।

इस काम की खास बात ये है कि इसके अंदर आपको कभी ग्राहकों की कमी नहीं रहेगी। साथ ही आप यदि हर तरह की कटिंग जानते होंगे तो केवल आधे घंटे में ही सौ रूपए तक कमा सकते हैं। इस तरह से सोचिए कि आप एक दिन में कितने पैसे कमा सकते हैं। लेनिक इसके लिए आपको एक बात ध्‍यान रखनी होगी कि आपको काम के दौरान शर्म नहीं करनी होगी। क्‍योंकि ज्‍यादातर युवा इसे शर्म के मारे करना नहीं पसंद करते हैं।

इसे भी पढ़ें: खुद का बिजनेस कैसे करे?

जिम सेंटर का बिजनेस

गांव में आज के समय भी जिम देखने को केवल नाममात्र ही मिलते हैं। जबकि गांव के बहुत से युवा ऐेसे हैं जो कि शहर में जिम के लिए आते हैं। इसलिए यदि आप चाहें तो अपने गांव में एक जिम सेंटर खोल सकते हैं। वहां आप जिम से जुड़ा जरूरी सामान रख लीजिए। इसके बाद जैसे जैसे लोग आपकी जिम में आने लगें तो आप सामान की संख्‍या उसी हिसाब से बढ़ाते चले जाएं।

लेकिन यदि आपको जिम की बिल्‍कुल भी जानकारी नहीं है तो आपको सबसे पहले अपने आसपास किसी अच्‍छे जिम में इसकी ट्रेनिंग ले लेनी होगी। ताकि यदि आपकी जिम में आने वाला कोई इंसान आपसे कुछ पूछे तो आप उसे जवाब भी दे सकें। क्‍योंकि जिम करने का भी एक तरीका होता है। यदि कोई उसका पालन नहीं करता है तो उसके शरीर पर उसका विपरीत प्रभाव भी पड़ सकता है। इस काम की खास बात ये होती है कि ये केवल सुबह शाम ही चलता है।

कोचिंग सेंटर का बिजनेस

पढ़ाई लिखाई का चलन आप देश के हर छोटे से छोटे गांव तक पहुंच चुका है। हर माता पिता चाहता है कि उसका बच्‍चा पढ़ लिखकर आगे अफसर बने। इसलिए यदि आपको लगता है कि आप बच्‍चों को पढ़ा लिखा सकता हैं तो आप अपने गांव में ही एक कोचिंग सेंटर भी खोल सकते हैं। जैसे ही इसकी जानकारी लोगों को मिलेगी वहां वो अपने बच्‍चों को भेजना शुरू कर देंगे।

कोचिंग सेंटर आप किसी विषय का और किस कक्षा का खोलेंगे ये पूरी तरह से आपके ऊपर निर्भर करेगा। आपको जिस विषय की बेहतर नॉलेज हो आप उसी विषय का सेंटर खोल लीजिए। धीरे धीरे यदि आपके पास बच्‍चों की संख्‍या बढ़ती जाएगी तो आप आगे चलकर दूसरे अध्‍यापक भी रख लीजिए। जिससे आपका नाम तो ऊंचा होगा ही साथ ही आपकी आमदनी भी बढ़ेगी। लेकिन हमारा सुझाव रहेगा कि आप अपनी फीस ऐसी ही रखिए जिसे हर गरीब और अमीर बच्‍चा आसानी से चुका सके। क्‍योंकि शिक्षा सिर्फ व्‍यापार का एक जरिया मात्र नहीं है। यह समाज में बदलाव की क्रांति भी है।

इसे भी पढ़ें: TOP 10 होलसेल बिज़नेस आईडिया?

Conclusion

आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि Village Business Ideas In Hindi में आप कौन सा बिजनेस कर सकते हैं। इसे जानने के बाद आप अपने दिमाग में तय कर लीजिए कि आपके लिए लिए कौन सा बिजनेस सही रहेगा। इसके बाद आप उसकी जरूरी चीजें जुटाइए और शुरू कर दीजिए। शुरूआत भले ही थोड़ी कठिन होगी पर आगे के लिए आपका रास्‍ता काफी आसान हो जाएगा। यदि आपको हमारा ये लेख पसंद आया है तो इसे अपने दोस्‍तों के साथ भी शेयर करें। साथ ही इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है तो नीचे कमेंट करें।

नमस्कार दोस्तों, मैं रवि "आल इन हिन्दी" का Founder हूँ. मैं एक Economics Graduate हूँ। कहते है ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता कुछ इसी सोच के साथ मै अपना सारा ज्ञान "आल इन हिन्दी" द्वारा आपके साथ बाँट रहा हूँ। और कोशिश कर रहा हूँ कि आपको भी इससे सही और सटीक ज्ञान प्राप्त हो सकें।

Leave a Comment