विश्व का प्रथम विश्वविद्यालय कौन-सा है?

Vishva ka pratham vishwavidyalaya kaun sa hai: विश्व का प्रथम विश्वविद्यालय कौन-सा है ये सवाल हर पढ़ने लिखने वाले युवा के मन में आता है। क्‍योंकि आज के समय में जहां हर शहर में एक विश्‍वविद्यालय खुल चुका है। तो ये जानना अपने आप में काफी दिलचस्‍प हो जाता है कि विश्व का प्रथम विश्वविद्यालय कौन-सा है।

इसलिए यदि आप अभी तक नहीं जानते हैं कि विश्व का प्रथम विश्वविद्यालय कौन-सा है तो हमारे इस लेख को अंत तक पढि़ए। अपने इस लेख में हम आपको विश्व का प्रथम विश्वविद्यालय कौन-सा है। इससे जुड़ी पूरी जानकारी देंगे।

विश्‍वविद्यालय क्‍या होता है?

विश्व का प्रथम विश्वविद्यालय कौन-सा है इसके बारे में हम आपको जानकारी दें उससे पहले आइए एक बार हम आपको जानकारी दें कि विश्वविद्यालय क्‍या होता है। तो हम आपको बता दें कि विश्वविद्यालय भी एक तरह का संस्‍थान होता है। जिसे अंग्रेजी में University कहा जाता है।

लेकिन यह स्‍कूल और कॉलेज से काफी बड़ा और भव्‍य होता है। यहां हर धर्म, शहर और देश के लोग पढ़ने आते हैं। साथ ही यहां पर आपको बहुत ही उच्‍च शिक्षित लोग भी देखने को मिलेंगे। इसके अलावा यहां पर दूसरे संस्‍थानों के मुकाबले दाखिला लेना काफी कठिन काम है। यदि हम विश्वविद्यालय में पढ़ाई की बात करें तो यहां पर 12 वीं के बाद से पीएचडी (Ph.d) तक की पढ़ाई आसानी से कर सकते हैं।

विश्व का प्रथम विश्वविद्यालय कौन-सा है

विश्व का प्रथम विश्वविद्यालय कौन-सा है?

यदि हम विश्व का प्रथम विश्वविद्यालय कौन-सा है इसकी बात करें तो इसका नाम तक्षशिला विश्वविद्यालय है। जो कि आज के पाकिस्‍तान के पंजाब प्रांत में पड़ता है। इस विश्वविद्यालय की स्‍थापना 700 ईपू में हुई थी। उस समय यह दुनिया एक एकमात्र ऐसा विश्वविद्यालय था। जिससे यहां पर दुनिया के अलग अलग कोनों से लोग पढ़ने आते थे।

खास बात ये है कि यहां पर हर तरह की शिक्षा दी जाती थी। जिससे यहां पढ़ने वाले कई लोग आगे चलकर दुनिया के महान लोगों में गिने गए हैं। खास बात ये है कि तक्षशिला विश्वविद्यालय आज भी पाकिस्‍तान में पहले की तरह ही संचालित हो रहा है। यहाँ आज भी छात्र पढ़ रहे हैं।

भारत का प्रथम विश्वविद्यालय कौन सा है?

यदि हम विश्व का प्रथम विश्वविद्यालय कौन-सा है इसे जानने के बाद भारत का प्रथम विश्वविद्यालय कौन सा है। इसके बारे में जानकारी दें तो आपको बता दें कि जब तक्षशि‍ला विश्वविद्यालय की स्‍थापना हुई थी तो भारत और पाकिस्‍तान एक ही प्रांत हुआ करते थे।

ऐसे में यदि हम भारत के पहले विश्वविद्यालय की बात करेंगे तो भारत का पहला विश्वविद्यालय भी तक्षशिला को ही माना जाता है। हालांकि, आज के समय में भारत में कई बड़े बड़े विश्वविद्यालय खुल गए हैं। जिससे तक्षशिला की तरफ भारत के छात्र ना के बराबर जाते हैं।

तक्षशिला विश्वविद्यालय की स्‍थापना किसने की?

माना जाता है कि तक्षशिला विश्वविद्यालय की स्‍थाना राम के छोटे भाई भरत ने अपने पुत्र ‘तक्ष’ के नाम पर की थी। क्‍योंकि उस दौरान वो वहाँ का शासक था। साथ ही इसका उल्‍लेख रामायण की कथा के दौरान भी मिलता है। जिससे कहा जा सकता है क‍ि रामायण के दौरान इस विश्वविद्यालय का काफी महत्‍व रहा था।

तक्षशिला और नालंदा विश्वविद्यालय इतने प्रसिद्ध क्‍यों हैं?

तक्षशिला और नालंदा विश्वविद्यालय उस समय से लेकर आज तक ये काफी प्रसिद्ध हैं। क्‍योंक‍ि उस दौरान यदि दुनिया में किसी को भी उच्‍च शिक्षा लेनी होती थी तो उसे इन्‍हीं विश्वविद्यालय में आना पड़ता था। जिससे इनका नाम काफी ज्‍यादा हो गया था। साथ ही यहां का शिक्षा का स्‍तर भी काफी अच्‍छा था। जिससे यहाँ से पढ़कर निकलने वाले लोग काफी महान हुए थे। यही वजह है कि आज कई संस्‍थान तो केवल इनके नाम के ऊपर खुल चुके हैं।

विश्वविद्यालय में पढ़ने के फायदे

  • विश्वविद्यालय में देश द‍ुनिया के छात्र दाखिला लेते हैं। जिससे वहां के छात्रों की बेहतर समझ होती है।
  • विश्वविद्यालय में दाखिला प्रक्रिया काफी कठिन होती है। इसलिए यहां पर हर कोई नहीं पढ़ पाता है।
  • विश्वविद्यालय में काफी तरह की पढ़ाई होती है। इसलिए यहां हर छात्र अपनी इच्‍छा के अनुसार पढ़ाई कर सकता है।
  • दूसरे संस्‍थानों के मुकाबले विश्वविद्यालय के अंदर कई अलग अलग सुविधाएं दी जाती हैं। जिससे छात्र यहां पढ़ना काफी पसंद करते हैं।
  • पीएचडी करने वाले छात्रों के पास विश्वविद्यालय का एकमात्र विकल्‍प होता है। जिससे वो विश्वविद्यालय में जाकर पढ़ाई करते हैं।
  • विश्वविद्यालय में शिक्षा की गुणवत्‍ता के मुकाबले फीस काफी कम ली जाती है। जिससे यहां गरीब छात्र भी आसानी से पढ़ सकते हैं।
  • विश्वविद्यालय में पढ़ने के बाद छात्रों के सफल होने की संभावना काफी ज्‍यादा बढ़ जाती है। जिससे यहां हमेशा छात्रों का रूझान ज्‍यादा देखा गया है।

FAQ

विश्व का प्रथम विश्वविद्यालय कौन-सा है?

तक्षशिला विश्वविद्यालय को दुनिया का सबसे पहला विश्वविद्यालय माना जाता है।

तक्षशिला विश्वविद्यालय की स्‍थापना कब हुई थी?

तक्षशिला विश्वविद्यालय की स्‍थापना 700 ईपू में की गई थी।

तक्षशिला विश्वविद्यालय की स्‍थापना कहां की गई थी?

तक्षशिला विश्वविद्यालय की स्‍थापना पाकिस्‍तान के पंजाब प्रांत में रावलपिंडी में की गई थी।

तक्षशिला विश्वविद्यालय की स्‍थापना किसने की थी?

तक्षशिला विश्वविद्यालय की स्‍थापना राम के छोटे भाई भरत के पुत्र तक्ष के नाम पर की गई थी। क्‍योंकि उस दौरान वो वहां का शासक था।

क्या तक्षशिला विश्वविद्यालय आज भी मौजूद है?

हॉ, पाकिस्‍तान के अंदर तक्षशिला विश्वविद्यालय आज भी मौजूद है। यहां पर दुनिया के कई देशों के छात्र आकर पढ़ाई करते हैं।

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Conclusion

आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि विश्व का प्रथम विश्वविद्यालय कौन-सा है। इसे जानने के बाद आप समझ सकते हैं कि विश्वविद्यालय का महत्‍व आज से नहीं, बाल्कि काफी पुराने समय से चला रहा है। क्‍योंकि यहां पर शिक्षा का स्‍तर और अन्‍य चीजें काफी बेहतर होती हैं। जिससे यहां पढ़ने वाले छात्रों का सर्वागीण विकास हो पाता है और जीवन में वो कामयाब हो पाते हैं।

उम्र में युवा और तजुर्बे में वरिष्ठ रोहित यादव हरियाणा के रहने वाले हैं। पत्रकारिता में डिग्री रखने के साथ इन्होंने अपनी सेवाएं कई मीडिया संस्थानों को दी हैं। फिलहाल ये पिछले लंबे समय से अपनी सेवाएं 'All in Hindi' को दे रहे हैं।

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