What is Sensex and nifty in Hindi | सेंसेक्स और निफ्टी क्या है?

What is Sensex and Nifty in Hindi – Sensex और Nifty भारतीय स्टॉक मार्केट के दो सबसे महत्वपूर्ण इंडेक्स हैं। इसका उपयोग देशभर के विभिन्न निवेशक और ट्रेडर द्वारा बाज़ार की असल स्थिति को मापने के लिए किया जाता हैं। अगर आप स्टॉक मार्केट में निवेश करना चाहते हैं तो आपके लिए Sensex तथा Nifty के बारे में समझना बेहद ज़रूरी है।

आज के इस लेख में हम Sensex और Nifty से जुड़े हर एक महत्वपूर्ण विषय पर ध्यान देंगे जो आपके शेयर मार्किट के ज्ञान को बढ़ने का काम करेगा। तथा हम यह भी आशा कर सकते हैं की हमारे आज के हमारे एक लेख को पढ़ने के बाद आपके मन में Sensex और Nifty से सम्बंधित जितने भी प्रश्न है सभी के उत्तर मिल जायेंगे। चलिए अब हम समय को और ज़ाया न करते हुए What is Sensex and Nifty in Hindi पर ध्यान केंद्रित कर उसे समझने का प्रयास करते हैं, तथा हम पहले Sensex को समझने का प्रयास करेंगे।

सेंसेक्स और निफ्टी क्या है? – What is Sensex and nifty in Hindi

सेंसेक्स और निफ्टी क्या है आप यह अच्छे से समझ सकें इसके लिए हमने इन्हें अलग-अलग करके समझाया है। तो चलिए अब जानते है विस्तार से What is Sensex and nifty in Hindi.

Sensex क्या है?

Sensex भारत के स्टॉक मार्केट का एक महत्वपूर्ण इंडेक्स है, जो स्टॉक मार्केट के कुल प्रदर्शन को मापने का काम करता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें की, Sensex का पूरा नाम “Sensitive Index” है और इसके मूल्य की गणना करने का काम Bombay Stock Exchange (BSE) द्वारा किया जाता है। यह स्टॉक मार्केट का एक महत्वपूर्ण benchmark है जिसे निवेशक और ट्रेडर समय समय पर देखते रहते हैं, तथा उसके अनुसार ही अपने निवेश की रणनीति बनाते है।

Sensex की शुरुआत 1 जनवरी, 1986 को हुई थी और उस समय इसकी बेस वैल्यू बस 100 रुपये की थी।  बीते कुछ वर्षों में Sensex की कीमत ज़मीन से आसमान छूने लगी है। Sensex के मूल्य की गणना के लिए BSE के 30 सबसे बड़ी कंपनियों के स्टॉक का average price लिया जाता है। अगर BSE के इन टॉप 30 कंपनियों के स्टॉक की कुल वैल्यू बढ़ती है तो उसके साथ ही Sensex की वैल्यू भी बढ़ती है, तथा जब इन 30 कंपनियों के स्टॉक की कीमत कम होती है तो उसका सीधा प्रभाव Sensex की वैल्यू पर भी देखने को मिलता है।

Sensex के वैल्यू के आधार पर ही सारे निवेशक अपने निवेश से जुड़े सारे निर्णय लेते है। अगर Sensex की कीमत बढ़ रही है तो यह निवेशकों के लिए एक सकरात्मक संकेत है तथा इसका मतलब यह है की मार्केट में कुल मिलकर अच्छी ग्रोथ है, वहीं अगर Sensex की कीमत घट रही है तो यह निवेशकों के लिए एक नकारात्मक संकेत है तथा इसका मतलब यह है की स्टॉक मार्केट में निवेश करना बस नुकसान का कारण बनेगा।

Sensex में होने वाले बदलाव के अनुसार ही सरकार अपने नीतियों को बनती है। जब Sensex की कीमत बढ़ती है तो यह सरकार के लिए एक सकारात्मक संकेत है, तथा इसका यह मतलब है की देश के इकोनॉमी में भी अच्छी ग्रोथ हुई है, इसके बाद सरकार अपनी नीतियों को बदलती है ताकि Sensex के इस ग्रोथ को कायम रखा जा सके। लेकिन अगर Sensex की कीमत घट रही है तो यह सरकार के लिए एक नकारात्मक संकेत हैं, तथा सरकार को इकॉनमी को ठीक करने के लिए नई नीतियों का गठन करना पड़ता है।

Sensex की प्रदर्शन का सही तरीके से विश्लेषण करने के लिए निवेशक को स्टॉक मार्किट की स्थिति तथा मार्केट के ट्रेंड पर ध्यान रखना पड़ता है। अगर आप भी Sensex में निवेश करना चाहते हैं तो आपको एक अच्छे निवेशक की तरह, Sensex के विश्लेषण के साथ-साथ मार्केट की overall performance को समझना भी बहुत ज़रूरी है।

हम आशा करते हैं की आप अभी तक Sensex तथा उसकी महत्वत्ता को समझ चुके होंगे। चलिए अब हम आपको Nifty के बारे में बताते है और सरल से सरल भाषा में आपको Nifty से जुड़े सारे तथ्यों को समझाने का प्रयत्न करते हैं।

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Nifty क्या है?

Nifty, जिसका पूरा नाम National Stock Exchange Fifty है, Sensex के जैसा एक बहुत ही महत्वपूर्ण शेयर मार्केट इंडेक्स है जो भारत की फाइनेंशियल मार्केट में उपयोग किया जाता है। Nifty में पचास ऐसे टॉप कंपनियों के स्टॉक शामिल होते हैं, जो National Stock Exhange पर लिस्टेड होते हैं। ये कंपनियां अलग-अलग सेक्टर से जुड़े होते हैं जैसे बैंकिंग, IT, ऑटोमोबाइल, एनर्जी, आदि।

Nifty की शुरुआत 1995 में हुई थी और इसकी कैलकुलेशन के लिए 1995 को बेस ईयर माना जाता है, उस दौरान निफ्टी की वैल्यू 1000 रुपये पर सेट की गई थी। आज, निफ्टी की वैल्यू पहले के मुकाबले बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है और 2024 के शुरुआत में यह 17,000 रुपये के आस-पास चल रही है।

Nifty में भी Sensex की तरह ही शेयर मार्केट में होने वाले उतार चढ़ाव को दर्शाया जाता है, और इसका  प्रदर्शन भी शेयर मार्केट के कुल प्रदर्शन के लिए एक महत्वपूर्ण पैरामीटर है। Nifty में शामिल कंपनियों की list समय समय पर update की जाती है और इसमें नए कंपनियों को शामिल किया जाता है और  पुरानी कंपनियां जिनका प्रदर्शन अच्छा नहीं था उसे सूची से निकाल कर बाहर दिया जाता है।

Nifty के अलावा भी भारतीय स्टॉक मार्केट में कई सारे इंडेक्स हैं, लेकिन Nifty, Sensex के मुकाबले में, ज़्यादा विविधता उपलब्ध करता है और ऐसे कंपनियों को भी अपनी सूची में  शामिल करता है जो Sensex में नहीं होते। इसलिए, Nifty को एक भारतीय स्टॉक मार्केट को अच्छे से समझने के लिए उपयोग में लिया जाता है।

Nifty के प्रदर्शन पर निगरानी रखने के लिए, निवेशक और ट्रेडर नियमित रूप से अपडेट और मार्केट विश्लेषण पर ध्यान देते रहते हैं। Nifty की movement और ट्रेंड के आधार पर, निवेशक अपने निवेश के फैसलों को लेते हैं, और अपने पोर्टफोलियो को मैनेज करते हैं। अगर आप भी स्टॉक मार्केट में निवेश करना चाहते हैं तो ऐसे में, निफ्टी के मूल्य और प्रदर्शन के बारे में जानकारी होना और बाज़ार को अच्छे से समझना बहुत ज़रूरी है।

हमने अभी आपको Nifty से जुड़ी सारी वैसी जानकारी दी है जो आपके काम आएगी, तथा हम यह आशा करते हैं की अभी तक आपको इतना अवश्य समझ आ चुका होगा की What is Sensex and Nifty in Hindi?, चलिए अब हम अपने इस लेख को आगे बढ़ाते हुए यह समझाने का प्रयास करते हैं की Sensex तथा Nifty में अच्छे स्टॉक का चयन कैसे करते हैं।

Sensex और Nifty में स्टॉक का चयन कैसे करें?

स्टॉक्स का चयन करने से पहले, आपको स्टॉक के विभिन्न श्रेणियों और उनकी प्रदर्शन को समझना ज़रूरी है। इसके लिए, आपको कंपनियों के फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स और रिपोर्ट्स को विश्लेषण करना होगा, जिसमें आपको कंपनी की फाइनेंशियल हेल्थ, रेवेन्यू, प्रॉफिट और कर्ज़ के बारे में पता चलेगा। इसके साथ ही, आपको कंपनियों के इंडस्ट्री, कंपटीशन और फ्यूचर संभावनाओं को भी विचार में रख कर स्टॉक का चयन करना होगा। तो चलिए, हम आपको बताते हैं कि स्टॉक का चयन कैसे करें:

  • कंपनी का बिजनेस मॉडल समझें: स्टॉक का चयन करने से पहले, आपको कंपनी के बिजनेस मॉडल को समझना होगा। आपको पता होना चाहिए कि कंपनी का कौन सा बिजनेस मॉडल है, क्या वह टिकाऊ है और फ्यूचर में उसके ग्रोथ की क्या संभावनाएं हैं। आपको कंपनी के इंडस्ट्री, उत्पाद, सेवाएं, और रेवेन्यू मॉडल पर भी ध्यान केंद्रित करना होगा।
  • फाइनेंशियल स्टेटमेंट और रिपोर्ट्स का विश्लेषण करें: कंपनी के फाइनेंशियल स्टेटमेंट और रिपोर्ट्स को विश्लेषण करना बहुत जरूरी है। आपको कंपनी के रेवेन्यू, प्रॉफिट्स, कर्ज़े, और कैश फ्लो के बारे में पता होना चाहिए। इसके साथ ही, आपको कंपनी की फ्यूचर ग्रोथ की सम्भावनों का भी मूल्यांकन करना होगा।
  • मैनेजमेंट टीम को जान लें: कंपनी के मैनेजमेंट टीम का रोल बहुत महत्वपूर्ण होता है। आपको पता होना चाहिए कि कंपनी के मैनेजमेंट टीम में कौन-कौन है और उनकी क्या योग्यता है। आपको कंपनी के मैनेजमेंट टीम के फैसलों, लीडरशिप स्किल्स, और कॉर्पोरेट नीतियों का भी मूल्यांकन निवेश करने से पहले करना होगा।
  • कंपनी के प्रतियोगी और उसके इंडस्ट्री को जान लें: कंपनी के प्रतियोगियों और इंडस्ट्री को जान लेना भी बहुत महत्वपूर्ण है। आपको पता होना चाहिए कि कंपनी के प्रतियोगी कौन हैं और स्टॉक मार्किट में उनका प्रदर्शन कैसा है। इसके साथ ही, आपको इंडस्ट्री के ट्रेंड्स और ग्रोथ की संभावनाओं को भी समझना होगा।
  • स्टॉक मूल्यांकन को समझें: स्टॉक मूल्यांकन को समझना बहुत जरूरी है, क्योंकि यह आपको कंपनी के उचित मूल्य के बारे में जानकारी प्राप्त करने में मदद करता है। आपको पता होना चाहिए कि उस कंपनी के स्टॉक का मूल्य वर्तमान बाजार क्या है और भविष्य में कंपनी के स्टॉक के ग्रोथ का क्या पोटेंशियल है।
  • रिस्क और रिटर्न को बैलेंस करें: स्टॉक चयन करते समय, आपको रिस्क और रिटर्न को बैलेंस करना होगा। अगर आप हाई रिस्क-टॉलरेंस वाले निवेशक हैं, तो आप हाई-रिस्क हाई-रिटर्न वाले स्टॉक्स को सेलेक्ट कर सकते हैं। लेकिन, अगर आप लो रिस्क-टॉलरेंस वाले निवेशक हैं, तो आप लो-रिस्क लो-रिटर्न वाले स्टॉक्स को सेलेक्ट करना चाहिए। वरना यह भविष्य में आपके लिए नुकसान का कारण बन सकता है।

यह थे कुछ टिप्स जिनका इस्तेमाल आप स्टॉक का चयन करने में कर सकते हैं, तथा अपने लिए सबसे अच्छे स्टॉक्स खरीद के अच्छे कमा सकते हैं।

Sensex और Nifty में निवेश करना क्यों ज़रूरी है?

पहले बात करते हैं Sensex के बारे में। Sensex, Bombay Stock Exchange (BSE) का स्टॉक मार्केट इंडेक्स है। Sensex में टॉप 30 भारतीय कंपनियां लिस्टेड हैं, जिनके स्टॉक्स को ट्रेड सबसे ज़्यादा किया जाता है। ये कंपनियां अलग-अलग सेक्टर में हैं जैसे कि बैंकिंग, ऑटोमोबाइल, फार्मा, इत्यादि। अगर आप Sensex में निवेश करते हैं, तो आपके निवेश का performance overall economy और सभी सेक्टर के स्टॉक्स की performance पर निर्भर करता है। Sensex के स्टॉक्स के की कीमत  में उतार चढ़ाव लगा रहता  हैं, लेकिन इनका लॉन्ग-टर्म performance मुख्या तौर पर काफी अच्छा होता है।

अब बात करते हैं Nifty के बारे में। Nifty, National Stock Exchange (NSE) का स्टॉक मार्केट इंडेक्स है। Nifty में भी टॉप 50 भारतीय कंपनियों की सूची होती है, जिनमें मौजूद अधिकतर  कंपनियों के स्टॉक्स का सबसे ज्यादा ट्रेड किया जाता है। लेकिन Nifty में Sensex से थोड़ी ज्यादा विभिन्नता है, क्योंकि Nifty में अलग-अलग सेक्टर के कंपनियों के स्टॉक लिस्टेड होते हैं। अगर आप Nifty में निवेश करते हैं, तो आपके इन्वेस्टमेंट का प्रदर्शन कुल मूल्यांकन और विभिन्न सेक्टर के स्टॉक के प्रदर्शन पर सम्पूर्ण तरीके से निर्भर करता है। Nifty के स्टॉक्स की कीमतों में भी उतार चढ़ाव होते हैं, लेकिन उनका लॉन्ग-टर्म प्रदर्शन आमतौर पर बहुत अच्छा होता है।

Sensex और Nifty  दोनों ही स्टॉक मार्किट के काफी अच्छे इंडेक्स हैं जो सबसे बड़ी कंपनियों के स्टॉक को ट्रैक करते हैं। इन इंडेक्स में निवेश करना बहुत जरूरी है, क्योंकि ये निवेशकों को मार्केट की ओवरऑल प्रदर्शन और अर्थव्यवस्था की हालत के बारे में पता लगाने में मदद करते हैं। इसके अलावा, इन इंडेक्स में निवेश करके निवेशक अपने पोर्टफोलियो को विभिन्न स्टॉक भी प्रदान कर सकते हैं। लेकिन, मार्केट में होने वाले उतार चढ़ाव के कारण इन इंडेक्स में निवेश करना रिस्क से भरा होता है, इसलिए निवेशकों को अपने फाइनेंशियल लक्ष्यों और रिस्क टोलरेंस को ध्यान में रखकर निवेश करना चाहिए।

FAQs

Sensex और Nifty में  क्या अंतर है?

Sensex और Nifty दोनों ही भारतीय स्टॉक मार्किट के प्रमुख इंडेक्स है। Sensex भारत की टॉप 30 कंपनियों के स्टॉक को ट्रैक करता है, जबकि Nifty टॉप 50 कंपनियों के स्टॉक को ट्रैक करता है।

क्या Sensex और Nifty एक साथ बढ़ सकते हैं?

नहीं Sensex और Nifty दो अलग अलग इंडेक्स हैं तथा दोनों का प्रदर्शन अलग अलग होता है।  इसलिए दोनों का एक साथ बढ़ना या घटना संभव नहीं है।

Sensex और  Nifty में क्या रिस्क है?

Sensex और Nifty के निवेश में बाजार के जोखिम जुड़े हुए हैं। यानी कि स्टॉक मार्केट की कुल प्रदर्शन और इकोनॉमी के हेल्थ पर निर्भर करता है, जिसके कारण इन्वेस्टमेंट के रिटर्न में उतार-चढ़ाव होते हैं। इसलिए, बाजार के जोखिमों को समझना बहुत जरूरी है, क्योंकि ये निवेश में नुकसान का सबसे बड़ा कारण हो सकता है।

निष्कर्ष

आशा है अब आप यह समझ चुकें होंगे कि सेंसेक्स और निफ्टी क्या है(What is Sensex and nifty in Hindi). Sensex और Nifty में निवेश करना अपने portfolio को diversify और भारत के कुछ बड़ी कंपनियों में एक साथ निवेश करने के लिए आपका एक अच्छ विकल्प साबित हो सकता है। लेकिन निवेश करने से पहले यहाँ पर होने वाले रिस्क को समझ लेना भी बेहद महत्वपूर्ण होता है, तथा निवेश करने से पहले आपको किसी जानकार व्यक्ति से सलाह लेनी चाहिए तथा उसके बाद ही Sensex या Nifty में निवेश करना चाहिए। अच्छे विश्लेषण के साथ एक निवेशक Sensex या Nifty में निवेश करके इनके ग्रोथ का पूरा लाभ उठा सकता है।

DISCLAIMER

इस लेख में दी गई सलाह या सूचना केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। यह वित्तीय सलाह नहीं है और किसी व्यक्ति या संस्था को निवेश या वित्तीय नियोजन के लिए सलाह देने का उद्देश्य नहीं है। हम आपको सलाह देते हैं कि आप स्वयं वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें और अपने निवेश के लिए संबंधित नियमों और कानूनों की पालना करें।

उम्र में युवा और तजुर्बे में वरिष्ठ रोहित यादव हरियाणा के रहने वाले हैं। पत्रकारिता में डिग्री रखने के साथ इन्होंने अपनी सेवाएं कई मीडिया संस्थानों को दी हैं। फिलहाल ये पिछले लंबे समय से अपनी सेवाएं 'All in Hindi' को दे रहे हैं।

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