डॉक्टर कितने प्रकार के होते हैं | Types of Doctors in Hindi

डॉक्टर कितने प्रकार के होते हैं?

Doctor Kitne Prakar ke Hote hain : बीमार होने के बाद आप डॉक्‍टर के पास कई बार गए होंगे। साथ ही उस दौरान आपने अस्‍पताल में देखा होगा कि वहां पर अनेकों विभाग होते हैं। जिनके अंदर अलग अलग बीमारी का इलाज किया जाता है। लेकिन बहुत से लोग अनजान होने के चलते ये नहीं समझ पाते हैं कि उनकी बीमारी की जांच कौन सा डॉक्‍टर करेगा या डॉक्टर कितने प्रकार के होते हैं।

यदि आपके साथ भी ऐसा ही है तो आप हमारे इस लेख को अंत तक पढि़ए। अपने इस लेख में हम आपको बताएंगे कि डॉक्‍टर के कितने प्रकार होते हैं। साथ ही उनके क्‍या काम होते हैं। तो चलिए शुरू करते हैं Types Of Doctors in Hindi

डॉक्‍टर क्‍या होते हैं?

डॉक्टर कितने प्रकार के होते हैं यह जानने से पहले चलिए जानते है कि डॉक्‍टर क्‍या होते हैं? यूँ तो डॉक्‍टर भी हम जैसे आम इंसान ही होते हैं। बस उन्‍होंने ने काफी ज्‍यादा पढ़ाई की होती है। जिसके बाद वो किसी भी एक चीज में विशेषज्ञ बन जाते हैं। जिसके बाद वो लोग जिस बीमारी में विशेषज्ञ बनते हैं, उसका उन्हें डॉक्‍टर कहा जाने लगता है। डॉक्‍टर  का काम बेहद ही सम्‍मान और तारीफ के काबिल होता है। यही वजह है कि उन्‍हें हमारे देश में भगवान कहा जाता है। हमारे बीच में अनेकों ऐसे लोग हैं जिनका जीवन यदि आज सुरक्षित है तो वो डॉक्‍टरों की वजह से ही है।

डॉक्टर कितने प्रकार के होते हैं?

डॉक्‍टर कई प्रकार के होते हैं। हर किसी की इलाज करने की पद्धति अलग अलग होती है। जैसे कि होम्योपैथी के डॉक्‍टर, एलोपैथी के डॉक्‍टर, आयुर्वेद पद्धति के डॉक्‍टर और मेडिसिन डॉक्‍टर। इनमें ज्‍यादातर दूसरे सभी डॉक्‍टर ऐेसे होते हैं जिनमें हर बीमारी का इलाज नहीं होता है।

साथ ही उनके अंदर ऑपरेशन और सुई या टांका की व्‍यवस्‍था भी नहीं होती है। इसलिए मेडिसन डॉक्‍टर ऐसा होता है जिसके पास हर तरह की बीमारी का इलाज होता है। इसकी कई शाखाएं होती हैं। जिनमें अलग अलग बीमारी का इलाज किया जाता है। आइए उनमें से कुछ प्रमुख शाखाओं के बारे में हम आपको जानकारी देते हैं।

1. General Physician

यह एक सामान्य डॉक्‍टर होता है। जो कि हमारी सभी आम बीमारियों का समाधान कर देता है। इसके पास हम लोग खांसी, बुखार, जुकाम या थोड़ी बहुत चोट लगने पर दिखा सकते हैं। इस तरह के डॉक्‍टर की दुकान आपको अपने घर के आसपास या बाजार में आसानी से मिल जाएगी। जो कि कम फीस में बेहतर तरीके से इलाज कर देता है। इसकी खास बात ये होती है कि ये महिला, पुरुष, बच्‍चा और बूढा सबका इलाज कर सकता है। देश के ज्‍यादातर लोग इसी तरह से डॉक्‍टर के पास इलाज करवाते हैं।

2. Cardiologist (दिल का डॉक्‍टर)

ये दिल के डॉक्‍टर होते हैं। यदि आपको किसी भी तरह से दिल की समस्‍या है। जैसे कि आपके दिल में दर्द होता रहता हो। चलने से सांस फूलने लगती हो। दिल की नसों में खिंचाव बना रहता हो। तो आप दिल के डॉक्‍टर को दिखा सकते हैं। यह आपकी समस्‍या का पूरी तरह से समाधान कर देगा। इसकी हमारे समाज में खास जरूरत इसलिए भी है क्‍योंकि दिल से संबधित बीमारियां यदि सही समय पर ना ठीक हों। तो इससे इंसान की जान भी जा सकती है।

3. Dentist (दांत के डॉक्‍टर)

यह दांत का डॉक्‍टर होता है। जो कि हमारे दांतों की जांच करता है। जैसे कि हमारे दांतों में किसी तरह से दर्द या झनझनाहट आदि की शिकायत देखने को मिले तो हम इस डॉक्‍टर से संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा यह दांत निकालने या दूसरे दांत लगाने में भी हमारी सहायता कर सकता है। साथ ही यदि हम इस तरह से डॉक्‍टर से अपने दांत की नियमित जांच करवाते हैं, तो हमारे दांत लंबे समय तक खराब नहीं होंगे।

4. Physiatrists

इस तरह के डॉक्‍टर की जरूरत हमें तब पड़ती है जब हमारे साथ कोई सड़क हादसा हो जाता है या हम कहीं से गिर जाते हैं। इसका काम होता है कि हमारी गरदन के दर्द या रीढ़ या किसी हड्डी आदि में लगने वाली चोट का इलाज करना। इस तरह के डॉक्‍टर का इलाज कई महीनों तक चलता है। साथ ही काफी खर्चीला भी होता है। यह विकलांग लोगों के स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार करने में भी मदद करता है।

Types of Doctors in Hindi

5. Allergist (एलर्जी का डॉक्‍टर)

यह एलजीं का डॉक्‍टर होता है। जिसका काम होता है कि जब भी हमारे शरीर में कहीं पर एलर्जी हो जाए तो उसका समाधान करना। जिसके लिए यह उसकी जांच करता है। फिर उसके लिए दवाई देता है। ताकि वह और ना बढ़ सके। साथ ही समय समय पर इस बात की भी जांच करता है कि एलर्जी जड़ से खत्‍म हुई या नहीं। क्‍योंकि एलर्जी एक ऐसी समस्‍या होती है। जिसका यदि सही तरीके से इलाज ना किया जाए तो यह शरीर के अन्‍य भागों में लगातार फैलती रहती है।

6. Audiologist (कान का डॉक्‍टर)

यह कान का डॉक्‍टर होता है। जिन लोगों को कम सुनाई देता है या एकदम सुनाई देना बंद हो जाता है। तो यही डॉक्‍टर उनके काम आता है। यह डॉक्‍टर सबसे पहले उनके कान की जांच करता है। इसके बाद बताता है कि उनकी समस्‍या दवाई से ठीक हो जाएगी। अन्‍यथा उसे कान में लगाने की मशीन दे दी जाती है। यदि आपके कान में कभी पानी चला जाए, दर्द होने लगे या चोट आदि लग जाए तो भी आप इससे संपर्क कर सकते हैं। बुजुर्ग लोगों को इस तरह के डॉक्‍टर की सबसे ज्‍यादा जरूरत होती है।

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7. Anaesthesiologists

यह पूरी तरह से डॉक्‍टर का काम नहीं करता है। लेकिन अस्‍पताल में इसकी भूमिका भी बेहद अहम होती है। इसका काम ये होता है कि यह जब किसी व्‍यक्ति का ऑपरेशन करना होता है तो ऑपरेशन वाले भाग को सुन्‍न कर देता है। जिससे उस इंसान को दर्द नहीं होता है। सुन्‍न का इतना ज्‍यादा प्रभाव होता है कि कई बार तो उस इंसान को पता तक नहीं चलता है कि उसके साथ हुआ क्‍या है। यदि उस भाग को सुन्‍न ना किया जाए तो इंसान का ऑपरेशन तो दूर सुई तक नहीं लगा सकते हैं।

8. Dermatologist (त्‍वचा का डॉक्‍टर)

यह हमारी त्‍वचा के डॉक्‍टर होते हैं। जब भी हमारी त्‍वचा पर दाने का लाली आने लगती है तो हमें इनसे संपर्क करना चाहिए। साथ ही नाखून और बाल से संबधित समस्‍या भी ये कुछ हद तक देख सकते हैं। यह एक ऐसा डॉक्‍टर होता है जिसकी जरूरत हम सभी को आमतौर पर पड़ती ही रहती है। क्‍यांकि त्‍वचा हमारे शरीर का एक तरह से बाहरी आवरण होता है। इसलिए यदि इसके अंदर कोई समस्‍या होती है तो सीधे इंसान का चेहरा या अन्‍य चीजें खराब दिखाई देने लगती हैंे।

9. Critical Care Medicine Specialist

जैसा कि नाम से ही साफ है किे यह गंभीर रूप से बीमार लोगों की देखभाल करता है। खास तौर पर ऐसे लोगों की जिनकी जीवन और मौत का सवाल होता है। इस तरह से डॉक्‍टर 24 घंटे उस मरीज की निगरानी करते हैं। जब वो खतरे से बाहर हो जाता है तो ही उससे अलग होते हैं। इस तरह से डॉक्‍टर एक तो बेहद अनुभवी होते हैं। साथ ही इनकी संख्‍या भी हमारे देश में बेहद कम होती है। साथ ही ये केवल बड़े अस्‍पतालों में मिलते हैं।

10. Gastroenterlogist

यह आपके पेट से संबधित समस्‍याओं का समाधान करता है। इसके पास आप पाचन तंत्र, अमाशय, पित्‍त और यकृत जैसी समस्‍याओं के लिए जा सकते हैं। इन्‍हें आप पेट दर्द, अल्‍सर या पीलिया जैसी समस्‍या भी दिखा सकते हैं। इनके अंदर भी आपकी ये पूरी मदद करेंगे। साथ ही यदि आपको खाया पिया नहीं लगता है तो भी आप इस तरह के डॉक्‍टर के पास जा सकते हैं।

11. Gynaecologist

इस तरह के डॉक्टर हमेशा रोग विशषज्ञ होते हैं। खास तौर पर महिलाएं अपने गर्भधारण या योनि और स्तन जैसी समस्‍याओं के लिए इन डॉक्‍टरों से संपर्क करती हैं। महिला डॉक्‍टर होने के चलते ये हमेशा आपको महिला ही मिलेगीं। इनके पास यदि आपको प्रजनन से संबधित किसी तरह की समस्‍य है तो भी आप जा सकती हैं। खास बात ये है यदि आप शर्म के मारे ऐसे डॉक्‍टर के पास नहीं जाती हैं। तो आप बेहद गलत हैं। क्‍योंकि यहां आपकी समस्‍या का मजाक ना बनाकर सामधान दिया जाता है।

12. Haematologists (रक्‍त का डॉक्‍टर)

ये रक्‍त से संबधित डॉक्‍टर होते हैं। यदि आपको रक्‍त से संबधित किसी भी तरह की समस्‍या है तो आप इनसे संपर्क कर सकते हैं। जैसे कि रक्‍त कोशिका, प्‍लीहा, रक्‍त सेल या एनीमिया जैसी बीमारी में भी ये आपकी पूरी सहायता कर सकते हैं। साथ ही रक्‍त से जुड़े कई रोग होते हैं। जो‍िरक्‍त के डॉक्‍टर ही बता सकते हैं। आप उनके लिए भी रक्‍त के डॉक्‍टर से संपर्क कर सकते हैं।

13. Medical Geneticist (वंशानुगत बीमारी का डॉक्‍टर)

ये वंशानुगत बीमारियों के डॉक्‍टर होते हैं। जिन भी परिवारों के अंदर किसी तरह की वंशानुगत बीमारी होती है। उन्‍हें इनसे संपर्क करना चाहिए। ये उनकी जांच करत‍े हैं। फिर उनके बारे में जानकारी देते हैं कि इसे किस तरह से समाप्‍त किया जा सकता है। साथ ही इससे बचने के उपाय भी बताते हैं। खास बात ये है कि ये डॉक्‍टर बेहद कम होते हैं। साथ ही इनकी सलाह लेकर बीमारी को अलगी पीढ़ी में जाने से रोका जा सकता है।

14. Neurologist (तंत्रिका तंत्र का डॉक्‍टर)

यह तंत्रिका तंत्र से संबधित डॉक्‍टर होते हैं। तंत्रिका तंत्र के अंदर हमारा दिमाग और रीढ़ की हड्डी जैसे कुछ संवेदी अंग आते हैं। यदि किसी को भी इनसे जुड़ी कोई समस्‍या होती है तो वह इनसे संपर्क करता है। जिसके बाद ये उसकी जाचं करते हैं। जांच के बाद उसका समाधान बताते हैं। इनका भी इलाज बेहद लंबा चलता है। इसलिए कई बार तो एक मरीज के इलाज में कई साल तक का समय लग जाता है।

15. Sleep medicine specialist

यदि आपको किसी भी कारण सही नींद नहीं आती है तो आप इस डॉक्‍टर से संपर्क कर सकते हैं। यह आपको नींद से जुड़ी कुछ दवाइयां और सुझाव देगा। यदि आप उसे अपनाते हैं तो आपको जल्‍दी ही पूरी नींद आने लगेगी। लेकिन नींद के लिए दवाइयों का सेवन हमें बेहद कम ही करना चाहिए। क्‍योंकि इनकी आदत लगने के बाद छुड़ाना बेहद मुश्किल हो जाता है। साथ ही मजबूरी में ही इस तरह की बीमारियों के लिए डॉक्‍टर के पास जाना चाहिए।

16. Pediatrician (बच्‍चों का डॉक्‍टर)

ये बच्‍चों के डॉक्‍टर होते हैं। क्‍योंकि बच्‍चों को बेहद प्‍यार से इलाज करना होता है। इसलिए इन्‍हें पता होता है कि बच्‍चों के साथ कैसे पेश आना है। इनके पास 18 साल के कम उम्र के किसी भी बच्‍चे को दिखाया जा सकता है। क्‍योंकि ये किसी भी बीमारी में Expert नहीं होते हैं। इसलिए इनके पास हर सामान्‍य बीमारी में बच्‍चे को लेकर दिखाया जा सकता है। आमतौर पर इनके अस्‍पताल और डॉक्‍टर अलग से होते हैं। जहां अलग से लिखा भी होता है। इसलिए ये आम अस्‍पताल से थोड़ा महंगे भी होते हैं।

17. Orthopaedic Surgeon (हड्डी का डॉक्‍टर)

यह हड्डी के डॉक्‍टर होते हैं। इसलिए यदि आपकी हड्डी कभी टूट जाए या उसके अंदर किसी और तरह की समस्‍या आ जाए तो आप इनसे संपर्क कर सकते हैं। ये हड्डी के टूटने पर उसके रॉड डालने, पलस्तर करने का काम इन्‍हीं का होता है। उसके लिए उचित व्‍यायाम करने और खान पान से जुड़ी समस्‍याओं के सामधान देते हैं। इनकी जरूरत इंसान को किसी सड़क हादसे या कहीं भारी चोट लग जाने पर ही पड़ती है। क्‍योंकि आमतौर पर हड्डी आसानी से नहीं टूटती है।

18. ENT Speclist (आंख कान नाक का डॉक्‍टर)

इन्‍हें हम आंख, नाक और गले से जुड़े विशेषज्ञ के तौर पर जाना जाता है। इनसे जुड़ी किसी भी इंसान को कोई भी परेशानी हो तो इनसे संपर्क कर सकता है। ये सभी तीनों चीजों का चेक और उनसे जुड़ी समस्‍या का समाधान कर सकता है। क्‍योंकि इन तीनों चीजों का समाधान लगभग मिलता जुलता होता है।

19. Psychiatrist (मानसिक रोग विशेषज्ञ)

इन्‍हें हम लोग आम भाषा में मानसिक रोग के डॉक्‍टर के तौर पर जानते हैं। इनका काम तब शुरू होता है जब कोई इंसान मानसिक तौर पर परेशान रहने लगता है। ऐसी परिस्‍थिति‍ में उसकी जांच करते हैं। साथ ही उसको उचित सलाह देते हैं। खास बात ये है कि इनके पास जाने वाला आदमी कभी बीमार नहीं लगता है। ना ही ये कभी उसका ऑपरेशन करते हैं। इनकी कुछ सलाह और दवाई से कोई भी इंसान कुछ महीने में ही पूरी तरह से ठीक हो जाता है। इसलिए ये डॉक्‍टर और काउंसलर दोनों का काम करते हैं।

20. Radiologist

X Ray, MRI, Radiation जैसी चीजें यही लोग करते हैं। इनके पास कोई डॉक्‍टर तब भेजता है। जब उसे बाहरी तौर पर समझ नहीं आता है कि समस्‍या क्‍या है। इसके बाद ये लोग उसके उस भाग के अंदर का X Ray करते हैं। जिसे देखने के बाद डॉक्‍टर एक बेहतर इलाज कर सकता है। ये लोग डॉक्‍टर के तकनीकी ज्ञान भी रखते हैं। क्‍योंकि इन्‍हें X Ray मशाीन भी चलानी होती है।

आज आपको इस लेख में हमने बताया कि Doctor Kitne Prakar ke Hote hain आशा है अब आप यह समझ चुकें होंगे कि डॉक्टर कितने प्रकार के होते हैं?

नमस्कार दोस्तों, मैं रवि "आल इन हिन्दी" का Founder हूँ. मैं एक Economics Graduate हूँ। कहते है ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता कुछ इसी सोच के साथ मै अपना सारा ज्ञान "आल इन हिन्दी" द्वारा आपके साथ बाँट रहा हूँ। और कोशिश कर रहा हूँ कि आपको भी इससे सही और सटीक ज्ञान प्राप्त हो सकें।

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