मांगलिक होने के फायदे और नुकसान।

Manglik hone ke Fayde aur Nukasaan: मांगलिक होना हमारे देश में हमेशा से ही अशुभ माना जाता रहा है। जो कि काफी हद तक सच भी है। लेकिन यदि हम आपसे कहें कि मांगलिक होना अशुभ होने के साथ शुभ भी होता है, तो शायद आपको यकीन नहीं होगा। क्‍योंकि आपने कभी मांगलिक होने के फायदे जाने ही नहीं।

इसलिए यदि आप अभी तक नहीं जानते हैं कि मांगलिक होने के फायदे और नुकसान क्‍या हैं तो हमारे इस लेख को अंत तक पढि़ए। अपने इस लेख में हम आपको मांगलिक होने के फायदे और नुकसान के बारे में विस्‍तार से जानकारी देंगे।

मांगलिक क्‍या होता है?

मांगलिक होने के फायदे और नुकसान के बारे में हम आपको जानकारी दें इससे पहले आइए एक बार हम आपको जानकारी दें कि मांगलिक क्‍या होता है। तो हम आपको बता दें कि मांगलिक उस इंसान को कहा जाता है। जिसकी जन्‍म कुंडली के कुछ खास जगहों पर मंगल विराजमान हो।

यदि उनमें से किसी भी जगह पर मंगल का साया पड़ता है तो उसे मांगलिक कहा जाता है। मांगलिक कोई लड़का भी हो सकता है और लड़की है। साथ ही इसका प्रभाव भी दोनों पर बराबर पड़ता है। इसलिए कभी मांगलिक लड़के या लड़की में फर्क ना रखें।

मांगलिक होने के फायदे और नुकसान

कोई इंसान मांगलिक कब कहलाता है?

ऐसा माना जाता है कि मंगल यदि किसी इंसान की जन्‍म कुंडली में पहले, चौथे, सातवें, आठवें और बारहवें स्‍थान पर हो तो उसे मांगलिक कहा जाता है। इनमें मंगल आपकी जन्‍म कुंडली में जिस स्‍थान पर होगा उसका प्रभाव भी उसी हिसाब से पड़ेगा। क्‍योंकि मंगल का प्रभाव उसके स्‍थान के हिसाब से पड़ता है।

इसलिए आगे हम आपको मांगलिक होने के फायदे और नुकसान जो बताने जा रहे हैं। उसे समझने के लिए जरूरी है कि आपको पता हो कि मंगल आपकी जन्‍म कुंडली में कौन से स्‍थान पर बैठा है। ताकि आप उसका प्रभाव पूरी तरह से समझ सकें और उपाय करके उसे समाप्‍त कर सकें।

मांगलिक होने के फायदे और नुकसान

आइए अब हम आपको जानकारी देते हैं कि मांगलिक होने के फायदे और नुकसान क्‍या हैं। इसमें हम आपको एक साथ मांगलिक होने के फायदे और नुकसान के साथ उससे जुड़े कुछ उपाय भी बताएंगे। जिनसे आप मंगल के नुकसान को समाप्‍त कर सकते हैं।

मंगल के पहले स्‍थान पर होने पर

फायदे: इंसान की जन्‍म कुंडली में मंगल प्रथम स्थान पर हो तो उस इंसान के चेहरे पर हमेशा चमक बनी रहती है। इसके अलावा ऐसे लोगों का साहस देखने के काबिल होता है। ये लोग हर मुश्किल समय से आसानी से लड़कर उसे पार कर लेते हैं। इसलिए पहले स्‍थान का मांगलिक होने के फायदे काफी सारे हैं।

नुकसान: मंगल के प्रथम स्‍थान पर होने का नुकसान ये है कि ऐसे लोगों के संबध अक्‍सर अपनी माता और जीवन साथी के साथ अच्‍छे नहीं रहते हैं। इसलिए वैवाहिक जीवन में हमेशा कठिनाई बनी ही रहती है। जिससे मांगलिक होने के नुकसान का प्रभाव सबसे ज्‍यादा विवाह पर पड़ता है।

उपाय

मंगल के प्रथम स्‍थान पर होने पर ऐसे लोगों को हमेशा गुड़ का सेवन करना चाहिए। साथ ही घर से बाहर जाते समय लाल कपड़े कम से कम पहनने चाहिए। इससे उन्‍हें इस तरह की समस्‍या से छुटकारा मिलेगा। इस उपाय को हमेशा करते रहना चाहिए।

मंगल के चौथे स्‍थान पर होने पर

फायदे: मंगल का चौथे स्‍थान पर होने पर सबसे कम नुकसानदेह माना जाता है। ऐसे लोगों अक्‍सर बेहद ही साहसी किस्‍म के होते हैं। जो कि कभी भी अपनी जुबान से पीछे नहीं हटते हैं। साथ ही इनके अंदर अपनी बात से किसी भी इंसान को आकर्षित करने की ताकत होती है। इसलिए हर कोई इन्हें काफी पसंद करता है।

नुकसान: मंगल के चौथे स्‍थान पर ऐेसे लोगों के वैवाहिक जीवन में अक्‍सर समस्‍या आती रहती है। इसलिए ऐसे लोगों को जीवन साथी के साथ सही तालमेल बनाने में बेहद ही कठिनाई आती है। जिससे इनके जीवन साथी के साथ अक्‍सर अच्‍छे संबध नहीं बन पाते हैं।

उपाय

मंगल के चौथे स्‍थान पर होने का प्रभाव कम करने के लिए आपको नियमित तौर पर हनुमान जी की उपासना करनी चाहिए। साथ ही संभव हो तो हनुमान जी के मंदिर भी जाते रहना चाहिए। ताकि मंगल का बुरा प्रभाव आपके ऊपर कम से कम पड़े और आपका जीवन खुशहाल हो सके।

मंगल का सातवें स्‍थान पर होने पर

फायदे: मंगल जिन लोगों की जन्‍म कुंडली में सातवें स्‍थान पर रहता है। उनको कभी पैसों की कमी नहीं रहती है। कहा जाता है ऐसे लोग जीवन में बेहद ही बड़े पदों तक पहुंचते हैं। इसके अलावा पैसों से संबधित इनका हर काम कभी रूकता नहीं है। जिससे इनका जीवन आर्थिक रूप से काफी अच्‍छा होता है।

नुकसान: मंगल के सातवें स्थान पर होने पर अक्‍सर ये लोग बेहद ही हिंसक किस्‍म के होते हैं। जिससे इनका वैवाहिक जीवन काफी कठिन हो जाता है। ये लोग किसी भी चीज को लेकर अपना उपद्रवी रूप धारण कर लेते हैं। जिससे जीवन साथी से संबध खराब हो जाते हैं। कई बार तो शरीरिक नुकसान तक उठाना पड़ता है।

उपाय

पंडितों के अनुसार मंगल के इस भाव की बुरी दशा को समाप्‍त करने के लिए हर मंगलवार को व्रत रखना चाहिए। ताकि उनके जीवन पर मंगल का कम से कम प्रभाव पड़े। जिससे उनका वैवाहिक जीवन सुखमय बना रहे और संबध खराब ना हों।

मंगल के 8 वें स्‍थान पर होने पर

फायदे: जिन लोगों की जन्‍म कुंडली में आठवें स्‍थान पर मंगल बैठे होते हैं। उनको भविष्‍य में डॉक्‍टर बनने की काफी प्रबल संभावना रहती है। साथ ही उन्‍हें धन लाभ प्राप्‍त होने के काफी अच्‍छे योग बन रहे होते हैं। जिससे उनका जीवन काफी खुशहाल बना रहता है।

नुकसान: ऐसे लोग काफी कटु वाणी के होते हैं। जिससे इनका वैवाहिक जीवन खराब हो सकता है। कई बार तो इससे जीवन साथी से अलगाव होने की समस्‍या तक आ जाती है। साथ ही ऐसे लोग त्‍वचा और बवासीर जैसी समस्‍या से भी ग्रस्‍त हो सकते हैं। जो कि अच्‍छा नहीं कहा जा सकता है। क्‍योंकि कटु वाणी कभी कोई लंबे समय तक नहीं सुन सकता है।

उपाय

इस दशा में मंगल को शांत करने के लिए हर सुबह जल्‍दी उठकर मंगल के मंत्र का पाठ करना चाहिए। साथ ही हर मंगलवार को नजदीकी हनुमान मंदिर में जाकर हनुमान जी को चमेली का तेल और सिंदूर अर्पित करना चाहिए। जिससे मंगल का बुरा प्रभाव कम होता है और जीवन खुशहाल बना रहता है।

मंगल का 12 वें स्‍थान पर होने पर

फायदे: जिस इंसान की कुंडली में मंगल 12 वें स्‍थान पर बैठे हों उस इंसान की विदेश की यात्रा के संयोग काफी ज्‍यादा बन रहे होते हैं। साथ ही ऐसे इंसान जीवन में सुख और विलास पाने की काफी ज्‍यादा संभावना होती है। खास बात ये है इस जगह भी मंगल का सबसे कम नुकसान होता है। जिससे वो मांगलिक होकर भी आम लोगों की तरह जीवन जी सकते हैं।

नुकसान: मंगल का इस जगह पर होना बताता है कि ऐसे इंसान को कभी किसी भी चीज से संतुष्टि नहीं होती है। साथ ही इनका वैवाहिक जीवन पूरी तरह से अहंकार से भरा होता है। जिससे इन्‍हें अंहकार का कई बार नुकसान उठाना पड़ता है। क्‍योंकि अंहकार कभी सही रास्‍ते पर नहीं ले जाता है।

उपाय

इस दशा में मंगल को शांत करने के लिए हर मंगलवार को उपवास रखना काफी फायदेमंद होता है। इससे इंसान के अंदर अहंकार की भावना काफी हद तक कम हो जाती है। जिससे उनके परिवार में काफी अच्‍छे संबध बन पाते हैं।

FAQ

मांगलिक होने के नुकसान क्‍या हैं?

मांगलिक होने के अनेकों नुकसान हैं। लेकिन इसका सबसे बड़ा नुकसान ये है कि मांगलिक इंसान के गुस्‍से के चलते उसका वैवाहिक जीवन अच्‍छा नहीं रहता है।

मांगलिक होने के फायदे क्‍या हैं?

मांगलिक होने के अनेकों फायदे हैं। लेकिन इसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि ऐसे लोग बेहद उर्जावान होते हैं। जिससे वो जीवन में कुछ नया और बड़ा कर सकते हैं।

मांगलिक की पहचान कैसे करें?

मांगलिक की पहचान उसकी जन्‍म कुंडली देखकर की जाती है। इसलिए किसी इंसान की बिना जन्‍म कुंडली देखे उसे मांगलिक होने का तय नहीं किया जा सकता है।

मंगल का सबसे कम प्रभाव कब पड़ता है?

मंगल का सबसे कम प्रभाव तब पड़ता है जब इंसान की कुंडली में चौथे या बारहवें स्‍थान पर मंगल विराजमान हों। ऐसे में उसे जीवन में मांगलिक होने पर भी बेहद कम कठिनाई होती है।

Conclusion

आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि मांगलिक होने के फायदे और नुकसान क्‍या हैं। इसे जानने के बाद आप समझ गए होंगे कि मंगल जहां एक तरफ कई तरह से नुकसान पहुंचाता है, वहीं वो दूसरी तरफ हमारे जीवन में कई तरह के फायदे भी देता है। इसलिए यह हमारे मन के ऊपर निर्भर करता है कि हम मंगल के फायदे देखें या नुकसान।

Disclaimer

इस पोस्‍ट में बताई गई सभी जानकारी केवल इंटरनेट और ज्‍योतिषाचार्यो की बातों पर आधारित है। All In Hindi इनमें से किसी भी बात के सत्‍य होने की पुष्टि नहीं करता है।

उम्र में युवा और तजुर्बे में वरिष्ठ रोहित यादव हरियाणा के रहने वाले हैं। पत्रकारिता में डिग्री रखने के साथ इन्होंने अपनी सेवाएं कई मीडिया संस्थानों को दी हैं। फिलहाल ये पिछले लंबे समय से अपनी सेवाएं 'All in Hindi' को दे रहे हैं।

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