12th ke baad teacher kaise bane | टीचर बनने के लिए 12वीं के बाद क्या करें?

टीचर कैसे बनें?

12th ke baad teacher kaise bane: हमारे देश में अध्‍यापक बेहद ही सम्मानजनक पेशा माना जाता है। यह एक ऐसा पेशा होता है। जिसके अंदर आप अपने जीवन में ना जाने कितने युवाओं के भविष्‍य में सुधार लाकर उन्‍हें जीवन में सफल बनाने का काम कर सकते हैं। यही वजह है कि हर बच्‍चा बचपन ही अध्‍यापक बनने का ख्‍वाब अपने मन में संजोने लगता है।

यदि आप भी अभी बारहंवी में हैं और आगे चलकर अध्‍यापक बनना चाहते हैं तो हमारी इस पोस्‍ट को अंत तक पढि़ए। अपनी इस पोस्‍ट में हम आपको जानकारी देंगे कि आप 12 वीं पास करके कैसे अध्‍यापक बन सकते हैं। उसके लिए आपको कौन सा कोर्स करना होगा।

अध्‍यापक क्‍या होता है?

वैसे तो आप सभी अध्‍यापक से भली भांति परिचित हैं। लेकिन फिर भी हम आपको एक बार जानकारी दे दें कि अध्‍यापक क्‍या होता है। दरअसल, अध्‍यापक हम स्‍कूल या कॉलेज में पढ़ाने वाले टीचर को कहते हैं। अध्‍यापक हमारी नजर में भले ही एक शिक्षक होता है। लेकिन यदि हम बारीकी से देखें तो अध्‍यापक भी कई प्रकार के होते हैं। जिन्‍हें कक्षा के आधार पर और विषय के आधार पर विभाजित किया गया होता है। आइए आगे हम आपको अध्‍यापक बनने का पूरा तरीका विस्‍तार से बताते हैं।

टीचर बनने के लिए 12वीं के बाद क्या करें

12 वीं में कौन सा विषय लें?

टीचर बनने के लिए 12वीं के बाद क्या करें इस सवाल से पहले एक सवाल ये आता है हम 12 वीं के दौरान कौन सा विषय लें, जिससे आगे चलकर हम एक अच्‍छे अध्‍यापक बन सकते हैं। इसका सीधा सा जवाब ये है कि आप कभी हर विषय के अध्‍यापक तो बन नहीं सकते हैं। आप केवल एक या दो विषय के अध्‍यापक ही बन सकते हैं। इसलिए यदि आपने 12 वीं से ही तय कर लिया है कि आपको आगे चलकर अध्‍यापक ही बनना है तो आप 12 वीं में वही विषय लें। जिसके अंदर वो विषय आता हो, जिसके आगे चलकर आप अध्‍यापक बनना चाहते हैं।

यहां हम आपको एक और बात बता दें‍ कि आप स्‍कूल में केवल ये सोचकर ना पढ़ाई करें कि आपको केवल अपना सेलेब्‍स (Syllabus) ही पूरा करना है। आपके जहन में हमेशा ये बात होनी चाहिए कि आपको आगे चलकर इस विषय का अध्‍यापक बनना है। इसलिए आपको इस विषय की गहरी समझ होनी चाहिए। ताकि आगे चलकर आप एक बेहतरीन अध्‍यापक बन सकें।

12 वीं के बाद क्‍या करें?

अब सवाल ये आता है कि आपने उस विषय के साथ 12 वीं पास कर ली जिसके आगे चलकर आप अध्‍यापक बनना चाहते हैं। इसके बाद आपको आगे चलकर ग्रेजुएशन (Graduation) करनी होगी। जिसे हम लोग बैचलर की पढ़ाई भी कहते हैं। आमतौर पर अध्‍यापक बनने के लिए सबसे बेहतर BA करना उस विषय के साथ बेहतर माना जाता है। जिसके आप आगे चलकर अध्‍यापक बनना चाहते हैं।

इस दौरान भी आप इस बात पर ध्‍यान केंद्रित करें कि आप जिस विषय के आगे चलकर अध्‍यापक बनना चाहते हैं। उसी विषय को लें। यदि आप दूसरे विषय को ले लेते हैं तो आगे चलकर आप केवल उसी विषय के अध्‍यापक बन सकते हैं। जिस विषय का आपने ग्रेजुएशन में चुनाव किया होगा। हालांकि, हम आपको एक बात और बता दें कि आप किसी भी विषय का चुनाव करें या कोई भी डिग्री करें। इससे आगे चलकर आपको कोई खास फर्क नहीं पड़ने वाला है। बस आपके कोर्स में वो विषय जरूर आना चाहिए। जिसके आप अध्‍यापक बनना चाहते हैं।

अध्‍यापक के प्रकार

आगे हम आपको अध्‍यापक के तीन प्रकार बताने जा रहे हैं। जो कि अलग अलग कक्षा में पढ़ाने के लिए विभाजित किए गए हैं। इसे जानने के बाद आप आसानी से तय कर सकते हैं कि आप वाकई किस कक्षा के अध्‍यापक बनना चाहते हैं।

Pre Primary Teacher

यह सबसे छोटी श्रेणी का अध्‍यापक होता है। इसके अंदर आप केवल छोटे बच्‍चों को पढ़ा सकते हैं। जिसके लिए आपको किसी विशेष योग्यता की भी जरूरत नहीं पड़ती है। यदि आप Basic Teaching Skill रखते हैं तो आप किसी भी प्राइवेट स्‍कूल में जाकर आसानी से पढ़ा सकते हैं। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि आपके पास बच्‍चों को पढ़ाने का ज्ञान अवश्‍य हो। साथ ही बच्‍चों को कैसे बेहतर तरीके से समझाया जा सकता है। इस बात का कौशल हो।

यदि आप एक बेहतर टीचर बनना चाहते हैं तो जरूरी है कि आप किसी Teacher training program का कभी ना कभी हिस्‍सा अवश्‍य बन जाएं। जिसमें आपको बच्‍चों को पढ़ाने का तरीका और एक Certificate भी दे दिया जाएगा। इससे आपको आगे चलकर नौकरी मिलने में काफी आसानी रहेगी।

Primary teacher

यदि आप प्राइमरी का टीचर बनना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले ग्रेजुएशन या D.Ed (Diploma in Education) करना होगा। इसके बाद आप किसी भी प्राइवेट स्‍कूल में टीचर के लिए आवेदन कर सकते हैं। यदि आप सरकारी स्‍कूल में टीचर बनना चाहते हैं तो आपको इसके बाद PRT की परीक्षा देनी होगी। जो कि सरकार की तरफ से आयोजित की जाती है।

Secondary/ TGT Teacher

किसी भी स्‍कूल में टीजीटी टीचर बनने के लिए आपको सबसे पहले अपनी ग्रेजुएशन पूरी करनी होगी। इसके बाद आपको B.ed का कोर्स पूरा करना होगा। ये सब पूरा करने के बाद आप किसी भी प्राइवेट स्‍कूल में आसानी से टीचर के आवेदन कर सकते हैं।

यदि आप सरकारी स्‍कूल में अध्‍यापक बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको अलग से परीक्षा देनी होगी। यदि आप उस परीक्षा को पास कर लेते हैं तो आगे जो भी सरकारी स्‍कूल में अध्‍यापकों की भर्ती आएगी। आप उसके अंदर आसानी से आवेदन कर सकते हैं।

Post Graduate Teacher (PGT)

यदि आप किसी स्‍कूल में बड़ी कक्षा के छात्रों को पढ़ाना चाहते हैं तो आपको उसके लिए सबसे पहले ग्रेजुएशन और फिर पोस्‍ट ग्रेजुएशन करनी होगी। इसके बाद आपको B.ed  करनी होगी। इन सभी चीजों को सफलतापूर्वक पास कर लेने के बाद आप किसी भी प्राइवेट स्‍कूल में आसानी से पीजीटी (PGT) टीचर के लिए अपना आवेदन भर सकते हैं। लेकिन यदि आप एक सरकारी अध्‍यापक लगना चाहते हैं तो जरूरी है कि आप PGT Exam दें और उसे पास करें। इसके बाद ही सरकार की तरफ से निकलने वाली भर्तियों में आप आवेदन कर सकते हैं।

टीचर बनने से जुड़े कोर्स

B.Ed (Bachelor Of Education)

किसी भी तरह का टीचर बनने के लिए यह एक बेहद प्रचलित कोर्स है। इसे करने के बाद आप आसानी से कोई भी टीचर बन सकते हैं। यह दो साल का होता है। जिसे आप ग्रेजुएशन के बाद भी कर सकते हैं। जबकि इसे आप पोस्‍ट ग्रेजुएशन के बाद भी आसानी से कर सकते हैं। बीएड में दाखिला लेने के लिए आपके ग्रेजुएशन के अंदर कम से कम 50 प्रतिशत नंबर अवश्‍य होने चाहिए।

यह सरकारी और प्राइवेट दोनों तरह के कॉलेजों में होता है। लेकिन जो प्राइवेट कॉलेजों में ये कोर्स होता है। उसके अंदर इसकी फीस काफी ज्‍यादा ली जाती है। जो कि कई बार लाखों में भी चली जाती है। देश के कई राज्‍यों में इस तरह के अलग अलग कोर्स अलग अलग नामों से भी जानें जाते हैं।

D.Ed (Diploma In Education)

यदि आप बड़ी कक्षा के अध्‍यापक नहीं बनना चाहते हैं तो आप टीचर बनने के लिए इस डिप्‍लोमा को भी कर सकते हैं। इसके लिए आप या तो बारहंवी पास हों या ग्रेजुएट हों। यह कुल दो साल का होता है। जो कि सरकारी और प्राइवेट दोनों तरह के कॉलेजों में करवाया जाता है। इसे करने के बाद आप अपने आसपास किसी भी प्राइवेट स्‍कूल में बच्‍चों को पढ़ा सकते हैं। हालांकि, इसे पूरा करके आप सरकारी अध्‍यापक के लिए आवेदन नहीं कर सकते हैं।

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टीचर बनने के लिए होनी वाली परीक्षा

TET (Teacher Eligibility Test)

टीचर बनने के लिए यह परीक्षा हर साल राज्‍य सरकार की तरफ से ली जाती है। जिसे देने के लिए आपके पास ग्रेजुएशन के साथ बीएड का कोर्स पूरा होना चाहिए। इस परीक्षा में बैठने के लिए अधिकतम आयु 35 वर्ष निधार्रित की गई है। इस परीक्षा को पास करने के बाद आप राज्‍य सरकार की तरफ से आने वाली टीचर की भर्ती में आप आसानी से आवेदन कर सकते हैं।

यहां हम आपको एक और बात बता दें कि यह केवल Qualifying Exam होता है। इसे पास करने के बाद आप सीधा अध्‍यापक नहीं लग सकते हैं। उसके लिए आपको दूसरी परीक्षा और अनिवार्य होने पर साक्षात्‍कार भी देना पड़ सकता है।

CTET (Central Teacher Eligibility Test)

इसे हम ‘केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा’ के नाम से जानते हैं। जो कि हर साल केंद्र सरकार की तरफ से ली जाती है। इस परीक्षा में बैठने के लिए आपके पास Graduation+B.ed या D.ed का कोर्स पूरा होना चाहिए। इस परीक्षा को पास करने के बाद आप केंद्र सरकार के स्‍कूलों में आने वाली टीचर भर्ती के लिए आसानी से आवेदन कर सकते हैं। इस परीक्षा के दो चरण होते हैं। जो कि आपको तैयारी करने से अच्‍छे से समझ लेने चाहिए।

यह परीक्षा भी केवल मात्र पास करनी होती है। इसलिए इसे पास करने के बाद आपको भर्ती का इंतजार करना होता है। जब भर्ती आती है। तो आप उसकी परीक्षा को पास करने के बाद ही केंद्र सरकार के किसी भी विधालय में पढ़ाने के योग्य मानें जाते हैं।

टीचर भर्ती की तैयारी कैसे करें?

टीचर बनने की परीक्षा दूसरी परीक्षाओं से बेहद अलग होती है। इसके अंदर सबसे ज्‍यादा सवाल उस विषय से पूछे जाते हैं। जिसके आप आगे चलकर टीचर बनना चाहते हैं। इसलिए आप इस परीक्षा की जब तैयारी करें तो इस बात को अवश्‍य ध्‍यान में रखें‍ कि आप जिस विषय के आगे चलकर टीचर बनना चाहते हैं। उस विषय पर आपकी सबसे मजबूत पकड़ होनी चाहिए।

इसके अलावा दूसरे विषय भी आपके काफी अच्‍छे होने चाहिए। यदि आप विषय को केवल रट कर परीक्षा देते हैं। तो संभव है कि आप ये परीक्षा कभी ना पास कर सकें। इसके लिए जरूरी है कि आप अपने विषय को समझें और उसके अंदर गहराई तक जाने की कोशिश करें। ताकि परीक्षा में आने वाला हर प्रश्‍न आप आसानी से हल कर सकें।

टीचर बनने के फायदे

  • दूसरी नौ‍करियों की तुलना में अध्‍यापक को अधिक छुट्टी मिलती है। साथ ही अध्‍यापक का वेतन भी सबसे ज्‍यादा होता है।
  • टीचर देश निर्माण में सबसे अहम भूमिका निभा सकते हैं। क्‍योंकि यदि वो बच्‍चों को अच्‍छी शिक्षा देंगे तो निश्चित ही वो बच्‍चे आगे चलकर भारत का नाम रोशन करेंगे।
  • शिक्षक का पढ़ाने का और छुट्टी का समय तय होता है। जिससे उन्‍हें स्‍कूल के बाद भी अच्छा खासा समय मिल जाता है।
  • अध्‍यापक केवल एक नौकरी मात्र नहीं है। यह एक पेशा है जिसके अंदर आपको हर जगह सम्मान की नजर से देखा जाता है।

ध्‍यान देने योग्य बातें

  • हमेशा आप उसी विषय के टीचर बनें जिसके अंदर आपकी सबसे ज्‍यादा दिलचस्‍पी हो। बिना दिलचस्‍पी के आप कभी भी एक अच्‍छे टीचर नहीं बन सकते हैं।
  • पढ़ाना अपने आप में एक कला है। इसे किताबों से नहीं सीखा जा सकता है। इसलिए यदि आपके अंदर ये कला है तभी आप टीचर बनें। अन्‍यथा आप कोई और पेशा चुन लें।
  • कभी भी अपने मन में ये गलत फहमी ना पालें कि यदि आपके पास डिग्री नहीं है। तो आप टीचर ही नहीं बन सकते हैं। यदि आपके पास ज्ञान और कला है तो आप कहीं भी पढ़ा सकते हैं। बस आपमें पढ़ाने का कौशल हो।
  • बहुत से लोग आकर्षक वेतन और अन्‍य लाभ के लालच में आकर टीचर बनने का ठान लेते हैं। लेकिन ध्‍यान रखिए कि आप लालच में आकर कभी एक अच्‍छे टीचर नहीं बन सकते हैं।
  • जब आप अपने विषय का अध्‍ययन करें तो ये सोच कर कभी ना करें कि आपको केवल परीक्षा पास करनी है। आपके दिमाग में हमेशा ये बात होनी चाहिए कि आपको अपना सर्वश्रेष्‍ठ देना है।
  • हम सभी जानते हैं कि हमारे देश में सरकारी नौकरी ऊंट के मुंह में जीरे के बराबर आती है। इसलिए यदि आप सरकारी अध्‍यापक नहीं बन पाते हैं। तो निराश ना हों। आप प्राइवेट सेक्‍टर में भी अच्‍छा नाम कमा सकते हैं।

Disclaimer

टीचर बनने की प्रक्रिया राज्य स्‍तर पर अलग अलग होती है। इसलिए टीचर बनने की तैयारी शुरू करने से पहले आप एक बार किसी अच्‍छे जानकार व्‍यक्ति से अवश्‍य मिल लें। ताकि उस समय की प्रक्रिया आप समझकर ही अपनी तैयारी को आगे बढ़ाएं।

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Conclusion

आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि 12th ke baad teacher kaise bane टीचर बनना अपने आप गौरव की बात जरूर है। लेकिन इस पेशे में आने से पहले आपको यह सुनिश्‍चित कर लेना चाहिए कि आप वाकई टीचर बन सकते हैं। क्‍योंकि टीचर उम्र भर एक छात्र की तरह सीखता रहता है। यदि आपको हमारा ये लेख पसंद आया है तो इसे अपने दोस्‍तों के साथ भी अवश्‍य शेयर करें। साथ ही टीचर बनने से जुड़ा आपका कोई सवाल है तो नीचे कमेंट करें।

नमस्कार दोस्तों, मैं रवि "आल इन हिन्दी" का Founder हूँ. मैं एक Economics Graduate हूँ। कहते है ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता कुछ इसी सोच के साथ मै अपना सारा ज्ञान "आल इन हिन्दी" द्वारा आपके साथ बाँट रहा हूँ। और कोशिश कर रहा हूँ कि आपको भी इससे सही और सटीक ज्ञान प्राप्त हो सकें।

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