लोन सेटलमेंट कैसे करें?

Loan Settlement Kaise Kare: समय से लोन ना चुका पाने वाले लोगों के पास अक्‍सर सबसे अंतिम रास्ता ‘लोन सेटलमेंट’ का होता है। जो कि बैंक की तरफ से किया जाता है। लेकिन लोन सेटलमेंट के बारे में आज भी हमारे देश के ज्‍यादातर लोगों को सही जानकारी नहीं है। इसलिए वो लोन सेटलमेंट नहीं कर पाते हैं।

ऐसे में यदि आप समझना चाहते हैं कि लोन सेटलमेंट क्‍या होता है, लोन सेटलमेंट कैसे करें तो हमारे इस लेख को अंत तक पढि़ए। अपने इस लेख में हम आपको लोन सेटलमेंट से जुड़ी सारी जानकारी देंगे। जो कि बेहद जरूरी होगी।

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लोन सेटलमेंट क्‍या होता है?

लोन सेटलमेंट कैसे करें के बारे में हम आपको जानकारी दें उससे पहले आइए हम आपको जानकारी देते हैं कि लोन सेटलमेंट क्‍या होता है। तो हम आपको बता दें कि लोन सेटलमेंट एक तरह से मामले को बीच का रास्‍ता निकालकर सेट करना होता है।

लेकिन यह लोन सेटलमेंट पूरी तरह से सही होता है। यानि यहां पर किसी भी गलत चीज का सहारा नहीं लिया जाता है। इसलिए लोन सेटलमेंट करते समय आपको बिल्‍कुल भी घबराने की जरूरत नहीं है कि आप कुछ गलत करने जा रहे हैं। इसलिए आपको बिल्‍कुल भी घबराने की जरूतर नहीं है।

लोन सेटलमेंट कैसे करें

लोन सेटलमेंट का उदाहरण

मान लीजिए आपने एक जूतों का एक शौरूम खोलने के लिए बैंक से 10 लाख रूपए का लोन लिया। जो कि 5 साल के लिए था। लेकिन आपका सही तालमेल ना बन पाने के चलते आपका शौरूम उस तरह से नहीं चला जिस तरह से आ सोच रहे थे। ऐसे में आपने 1 साल के अंदर ही शौरूम को बंद कर दिया।

ऐसे में बैंक के एजेंट आपके घर आने लगते हैं आप उन्‍हें सच सच बता देते हैं कि आपके पास अब पैसे नहीं हैं क्‍योंकि आपका शौरूम बंद हो चुका है। इसके बाद भी एजेंट आपके ऊपर दबाव बनाते हैं, पर आप लोन देने को तैयार नहीं होते हैं।

इसके बाद बैंक कहता है‍ कि आपके पास फिलहाल कितना पैसा है तो आप कहते हैं कि आपके पास केवल 5 लाख रूपए हैं। तो बैंक कहता है कि आप 10 लाख का जुगाड़ कर लीजिए और हमारा मूलधन लौटा दीजिए। हम आपसे कोई ब्‍याज नहीं लेंगे। लेकिन आप कहते हैं कि फिलहाल 5 लाख ही संभव हैं। तो बैंक कहता है कि आप 5 लाख दीजिए और लोन सेटलमेंट कर लीजिए। यदि आप वो 5 लाख चुका देते हैं तो समझ जाइए कि यही लोन सेटलमेंट है। इसे देने के बाद आपका लोन पूरी तरह से माफ हो जाता है।

लोन सेटलमेंट करने के फायदे?

  • लोन सेटलमेंट करने बाद आपको अपने पुराने लोन से पूरी तरह से निजात मिल जाती है।
  • लोन सेटलमेंट करने के बाद आपका सिबिल स्‍कोर भी काफी हद तक सही होने लगता है। जो कि आगे के लिए सही होता है।
  • लोन सेटलमेंट के अंदर आपको बहुत ही कम पैसा चुकाना होता है। जो कि आपके लिए सीधे तौर पर बजत का सौदा होता है।
  • लोन सेटलमेंट के बाद आपको आगे कानूनी कार्रवाई या जेल आदि का खतरा एकदम खत्‍म हो जाता है। जो काफी सही चीज है।
  • लोन सेटलमेंट करने के बाद आप भविष्‍य में कभी दोबारा भी लोन ले सकते हैं। जो कि बहुत सही चीज है।

बैंक लोन सेटलमेंट कब करता है?

लोन सेटलमेंट कैसे करें में इस बात को समझना बेहद जरूरी है कि आपको पता हो कि लोन सेटलमेंट कब किया जाता है। तो आइए अब हम आपको कुछ उन कारणों के बारे में जानकारी दे दें कि लोन सेटलमेंट कब करना पड़ता है।

जब बैंक परेशान हो जाता है

लोन सेटलमेंट कैसे करें में बैंक आपको लोन सेटलमेंट का ऑफर केवल तभी देता है जब बैंक आपसे बिल्‍कुल पूरी तरह से परेशान हो जाता है। उसकी हर कोशिश के बाद भी आप लोन चुकाने को तैयार नहीं होते हैं। ऐसे में बैंक आपको ऑफर देता है कि आप चाहें तो लोन सेटलमेंट कर लें।

इससे बैंक को भी कुछ फायदा हो जाएगा और आपको बार बार लोन के लिए परेशान नहीं किया जाएगा। इसके बाद आपको कई तरह के ऑफर दिए जाते हैं। आप जिस ऑफर पर राजी हो जाते हैं आपको उसी ऑफर के साथ लोन सेटलमेंट कर दिया जाता है। ऊपर हमने आपको इस बात को उदाहरण के माध्‍यम से भी समझाया है।

जब आप दिवालिया हो जाते हैं

लोन सेटलमेंट के लिए बैंक अपको तब भी ऑफर देता है जब आप दिवालिया हो जाते हैं। मान लीजिए आपने किसी बैंक से बिजनेस करने के लिए 10 लाख का लोन लिया, लेकिन आगे चलकर आपकी कंपनी पूरी तरह से बंद हो गई। अब आप चाह कर भी उसे नहीं चुका सकते हैं।

ऐसे में जब बैंक को पूरी बात समझ आ जाती है तो बैंक खुद से लोन सेटमेंट का ऑफर कर देता है। क्‍योंकि उसे पता होता है कि जब इस इंसान का बिजनेस की चौपट हो गया तो लोन चुकाने का सवाल ही नहीं उठता है। ऐसे में अपना पैसा निकालने के लिए बैंक की लोन सेटलमेंट के तौर पर आखिरी कोशिश होती है।

जब आप किसी बीमारी से ग्रस्‍त हो जाते हैं

इसके अलावा मान लीजिए आपने जब लोन लिया था तो आप ठीक थे। लेकिन उसके बाद आप किसी बीमारी ग्रस्‍त हो गए। ऐसे में बैंक की तरफ से जब उनके एजेंट आते हैं तो आप उन्‍हें सारी जानकारी दे देते हैं। इसके बाद वो समझ जाते हैं कि अब आप उनका लोन नहीं चुका सकते हैं। चाहे फिर आपको जेल में ही क्‍यों ना डाल दिया जाए।

इसके बाद बैंक जितनी जल्‍दी हो सकता है आपको लोन सेटलमेंट का ऑफर देता है। ताकि उसका बचा हुआ कुछ पैसा निकल सके। इससे बैंक को भी फायदा हो जाता है, साथ ही आपको ये फायदा हो जाता है कि आपको लोन के झंझट से फुर्सत मिल जाती है।

जब आप लोन ना चुकाने की जिद्द पकड़ लेते हैं

इसके अलावा लोन सेटलमेंट का एक और तरीका होता है कि जब आपके पास सबकुछ होता है, पर आप तय कर लेते हैं कि मैं इस लोन को नहीं चुकाने वाला। बैंक आपको हर तरह से लोन चुकाने के लिए कहकर परेशान हो चुका होता है।

तो बैंक ऐसे में सोचता है कि क्‍यों ना इस इंसान को एक बार लोन सेटलमेंट का ऑफर दिया जाए। ऐसे में संभव है कि आप लोन सेटलमेंट का ऑफर देखकर खुश हो जाएं और बैंक को कुछ पैसा चुका दें। इससे बैंक को फायदा हो जाता है कि उसका एक लोन निकल जाता है। साथ ही आप जैसे जिद्दी इंसान से उसे फुर्सत मिल जाती है।

जब बैंक कानूनी झंझट में नहीं फंसना चाहता है

यदि आपने बैंक से कोई छोटा मोटा लोन लिया हुआ है तो बैंक आपको कई बार जल्‍दी ही लोन सेटलमेंट का ऑफर दे द‍ेता है। ऐसा इसलिए क्‍योंकि बैंक को पता होता है कि यदि इस इंसान के खिलाफ कोर्ट में गए तो वहां कई साल केस चलेगा फिर जाकर कहीं फैसला होगा।

ऐसे में बैंक चाहता है कि लोन सेटलमेंट करके जो पैसा मिलता है उसे प्राप्‍त कर लिया जाए। ताकि कोर्ट जाने से बचा जा सके। क्‍योंकि बैंक को पता होता है कि कोर्ट के अंदर उसका भी काफी सारा पैसा खर्च होने वाला है। जिससे समय और पैसा खराब ही होगा। इसलिए समझदारी लोन सेटलमेंट करने में ही है।

जब बैंक के पास लोन के बदले कुछ गिरवी नहीं होता है

इसके अलावा लोन सेटलमेंट करने की एक और वजह ये है कि जब बैंक के पास कुछ गिरवी नहीं रखा होता है तो बैंक लोन सेटलमेंट करने के लिए मजबूर हो जाता है। क्‍योंकि उसके पास अंतिम रास्‍ता ही यही बचता है। लेकिन यदि बैंक के पास लोन के बदले कुछ जमीन या अन्‍य चीज गिरवी रखी होती है। तो बैंक किसी भी सूरत में लोन सेटलमेंट करने को राजी नहीं होता है।

क्‍योंकि उसे पता होता है कि यदि आप उसका लोन 10 साल भी नहीं चुकाएंगे तो एक दिन वो आपकी गिरवी रखी चीज को बेचकर लोन की भरपाई कर लेगा। ऐसे में उसे चिंता करने की कोई भी जरूरत नहीं होती है। बस वो सही समय का इंतजार कर रहा होता है।

बैंक लोन सेटलमेंट कब नहीं करता है?

  • जब आपने बैंक में लोन के बदले कुछ चीज गिरवी रखी होती है।
  • जब आपके पास पैसा होते हुए भी लोन ना चुकाने की जिद्द पकड़कर बैठे होते हैं।
  • जब आप अपनी तरफ से बैंक को किसी तरह का जवाब ही नहीं देते हैं।
  • जब आपको लोन अमाउंट बड़ा होता है। तब बैंक कानून की मदद लेता है।

लोन सेटलमेंट खुद से कैसे करें?

यदि आपने अभी किसी बैंक से लोन लिया है और आप सोच रहे हैं कि आप खुद से लोन सेटलमेंट कैसे करें तो हम आपको बता दें कि खुद से लोन सेटलमेंट करना लगभग असंभव है। क्‍योंकि यह बैंक को तय करना होता है कि वो अब लोन चुकाने के लिए आपके ऊपर और दबाव बनाएगा या खुद से सेटलमेंट करना चाहेगा।

आपके हाथ में केवल इतना होता है कि आपके जब बैंक से लोन सेटलमेंट के लिए ऑफर आए तो उसमें रियायत ले सकते हैं। साथ ही सही ऑफर होने पर आप लोन सेटलमेंट की बात को आगे बढ़ा सकते हैं। लेकिन आप खुद से लोन सेटलमेंट नहीं कर सकते हैं।

लोन सेटलमेंट से सिबिल स्‍कोर पर क्‍या प्रभाव पड़ता है?

यदि अब आप समझ गए हैं कि लोन सेटलमेंट कैसे करें तो आप सोच रहे होंगे कि लोन सेटलमेंट करने से सिबिल स्‍कोर पर कोई प्रभाव पड़ता है तो हम आपको बता दें कि लोन सेटलमेंट करने से आपका सिबिल स्‍कोर खराब हो जाता है।

हालांकि, आपका सिबिल स्‍कोर तब भी खराब ही रहता है जब आप लोन नहीं चुकाते हैं। इसलिए आपके लिए लोन सेटलमेंट करना और लोन ना चुकाना दोनों एक जैसी ही बात होगी। इसलिए बेहतर होगा कि आप लोन सेटलमेंट कर लें।

सिबिल स्‍कोर खराब होने से क्‍या होता है?

यदि आपको अभी तक नहीं पता है कि सिबिल स्‍कोर खराब होने पर क्‍या होता है तो हम आपको बता दें कि इसाक सबसे ज्‍यादा प्रभाव तब पड़ता है जब आप लोन लेने जाते हैं। क्‍योंकि किसी भी तरह का लोन लेने से पहले आपको अपना सिबिल स्‍कोर बताना सबसे जरूरी होता है।

ऐसे में यदि आपका सिबिल स्‍कोर खराब हो जाता है तो आपको कहीं से भी बिना कुछ गिरवी रखे लोन नहीं मिलेगा, साथ ही यदि लोन दिया भी जाएगा तो आपको उसके ऊपर ज्‍यादा ब्‍याज देना होगा। हालांकि, सिबिल स्‍कोर खराब होने का और कहीं किसी तरह का प्रभाव देखने को नहीं मिलता है।

लोन सेटलमेंट कब नहीं करना चाहिए?

लोन सेटलमेंट आपको तब नहीं करना चाहिए जब आपसे बैंक लोन और उसका ब्‍याज समेत जोड़कर पैसा बताए। क्‍योंकि इसके अंदर आपको कुल मिलाकर उतना ही पैसा देना होता है। साथ ही यदि आपसे बैंक कहे कि लोन सेटलमेंट करने के बाद भी हम आपकी फाइल पूरी तरह से बंद नहीं करेंगे तो आपको लोन सेटलमेंट बिल्‍कुल भी नहीं करना चाहिए। क्‍योंक‍ि इससे आपको नुकसान ही होगा।

लोन सेटलमेंट के बाद क्‍या करें?

लोन सेटलमेंट करने के बाद आपका सबसे पहला काम ये होता है कि आप अपना सिबिल स्‍कोर सही करें। इसके लिए यदि आपका कोई दूसरा लोन बकाया है तो उसका हिसाब किताब सही रखें। साथ ही यदि आपके पास कोई क्रेडिट कार्ड है तो उसका लेन देने सही रखें।

इसके अलावा आप बैंक से नियमित तौर पर लेन देन करते रहें। इससे आपका सिबिल स्‍कोर सही होता है। हालांकि, यदि एक दिन का काम नहीं है। इसलिए आपको कम से कम 2 से 3 साल तक धैर्य रखना होगा। उसके बाद आप देखेंगे कि आपका सिबिल स्‍कोर एकदम सही हो गया है।

क्‍या लोन सेटलमेंट के बाद दोबारा से लोन मिल सकता है?

इसका एक लाइन में जवाब है ‘नहीं’ लेकिन काफी जगह आपको बताया जाता है कि यदि आप लोन सेटलमेंट कर लेते हैं तो भी आपको आसानी से आगे लोन मिल जाएगा। तो हम आपको बता दें कि कोई भी बैंक जब आपका पुराना रिकार्ड देखेगा तो उसमें दिखाई देगा कि आपने फलां से लोन सेटलमेंट करने की नौबत ला दी थी।

ऐसे में वो ये बिल्‍कुल भी जोखिम नहीं लेना चाहेगा कि आपको लोन देकर फिर से सेटलमेंट करने की नौबत लाई जाए। हालांकि, कुछ मामलों में आपको लंबे समय के बाद दोबारा से लोन मिल सकता है। लेकिन सामान्‍य मामलों में ऐसा बिल्‍कुल भी संभव नहीं है। जैसे कि अब आपकी सरकारी नौकरी लग गई है तो हालात एकदम बदल चुके होंगे।

क्‍या वाकई लोन सेटलमेंट करना फायदे का सौदा है?

हॉ, यदि आप वाकई लोन चुकाने में सक्षम नहीं हैं तो आप लोन सेटलमेंट कर सकते हें। लेकिन यदि आप लोन चुका सकते हैं तो आप लोन ही चुकाने का रास्‍ता चुनें। क्‍योंकि सेटलमेंट से आपकी बैंक की नजर में छवि खराब हो जाती है।

इसलिए यदि आपके पास लोन सेटलमेंट का ऑफर आता है तो आप उसे मना बिल्‍कुल भी ना करें। साथ ही कोशिश करें कि आप कम से कम पैसों में लोन सेटलमेंट करें। क्‍योंकि लोन आप जितने कम पैसों में सेटलमेंट करेंगे उसमें आपका ही फायदा होगा।

लोन सेटलमेंट करते समय जरूरी बातें

  • लोन सेटलमेंट करने से पहले आप इस बात को अच्‍छे से समझ लें कि आपके पास ये ऑफर बैंक की तरफ से ही आया है ना।
  • लोन सेटलमेंट के ऑफर का कभी कोई तय समय नहीं होता है। इसलिए किसी को ये 2 साल में भी आ सकता है और किसी को 20 साल बाद भी नहीं आता है।
  • लोन सेटलमेंट करने में कभी भी जल्‍दबाजी ना करें। क्‍योंकि आप धैर्य रखेंगे तो आपको बहुत कम पैसे चुकाने होंगे।
  • लोन सेटलमेंट करने से पहले आप बैंक से बात कर लें कि अब आपकी फाइल पूरी तरह से बंद हो जाएगी ना। ऐसा ना हो कि बाद में फिर से आपको परेशान किया जाए।
  • लोन सेटलमेंट करने के बाद आप बैंक की तरफ से पक्‍की रसीद आद‍ि अवश्‍य ले लें। ता‍कि आपके पास सबूत रहे कि आपका लोन सेटलमेंट हो चुका है।
  • कभी भी चोरी से लोन सेटलमेंट ना करें। यह पूरी तरह से बैंक की कानूनी प्रक्रिया है। इसलिए आपको घबराने की जरूरत बिल्‍कुल नहीं है।
  • यदि आपके पास लोन सेटलमेंट का ऑफर नहीं आया है तो कभी भी बैंक में जाकर ये ना कहें कि आपको लोन सेटलमेंट करना है।

FAQ

लोन सेटलमेंट कैसे करें?

लोन सेटलमेंट करना एक कानूनी प्रक्रिया है। इसका ऑफर जब आपको बैंक दे तो आप निसंकोच होकर फायदा उठाएं।

क्‍या लोन सेटलमेंट करना सही है?

हॉ, लोन सेटलमेंट करना एक सही और कानूनी प्रक्रिया है। इसे करने के बाद आपके ऊपर लोन का कोई दबाव नहीं रह जाता है।

लोन सेटलमेंट करने से सिबिल स्‍कोर पर क्‍या प्रभाव पडेगा?

लोन सेटलमेंट करने से आपका सिबिल स्‍कोर जैसा पहले होता है लगभग वैसा ही रहता है। क्‍योंकि लोन ना चुकाने पर वह पहले से खराब होता है।

लोन सेटलमेंट का ऑफर कितने साल बाद आता है?

लोन सेटलमेंट के ऑफर का कोई तय समय नहीं है। किसी को ये 2 साल बाद ही आ सकता है और किसी को 20 साल बाद भी नहीं आता है।

लोन सेटलमेंट का ऑफर किन्‍हें नहीं आता है?

उन लोगों को लोन सेटलमेंट का ऑफर कभी नहीं आता है जिन्‍होंने लोन के बदले कुछ गिरवी रखा है। साथ ही जो लोग पैसा होने के बाद भी लोन नहीं चुकाना चाहते हैं।

लोन सेटलमेंट का ऑफर किनके पास सबसे पहले आता है?

लोन सेटलमेंट का ऑफर उन लोगों के पास सबसे पहले आता है जो लोग मजबूरी के चलते लोन नहीं चुका पाते हैं। लेकिन लोन की राशि यदि कम कर दी जाए तो झट से चुका सकते हैं।

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Conclusion

आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि लोन सेटलमेंट कैसे करें। इसे समझने के बाद आप समझ गए होंगे कि आपके हाथ में केवल बैंक की तरफ से आने वाले लोन सेटलमेंट के ऑफर का इंतजार करना ही होता है। इसलिए यदि आपके पास ऐसा कोई ऑफर आता है तो आप पूरी तरह से सोच समझकर निर्णय लें और लोन का सेटलमेंट कर लें।

Disclaimer

लोन सेटलमेंट के इस लेख के माध्‍यम से हम आपको लोन ना चुकाने का सुझाव कतई नहीं दे रहे हैं। हमारा मकसद केवल लोन सेटलमेंट के बारे में पूरी तरह से लोगों को जागरूक करना है। साथ ही सुझाव देंगे कि आप लोन सेटलमेंट की नौबत कभी ना आने दें।

उम्र में युवा और तजुर्बे में वरिष्ठ रोहित यादव हरियाणा के रहने वाले हैं। पत्रकारिता में डिग्री रखने के साथ इन्होंने अपनी सेवाएं कई मीडिया संस्थानों को दी हैं। फिलहाल ये पिछले लंबे समय से अपनी सेवाएं 'All in Hindi' को दे रहे हैं।

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