पुराने टायर का बिजनेस, (Tyre recycling Business), टायर स्क्रैप बिज़नेस कैसे शुरू करें?

पुराने टायर का बिजनेस कैसे शुरू करें?

Purane tyre ka Business: आज के समय आप हमारी एक बात से बिना शर्त सहमत हो सकते हैं कि इस समय हमारे देश में वाहनों की भरमार हो गई है। शहर हो या गांव हर घर में कोई ना कोई वाहन जरूर मिल जाएगा। कई घरों में तो हर आदमी पर एक वाहन होता है। ऐसे में जब वो वाहन सड़क पर चलते होंगे तो उनको हर कुछ महीनों बाद नए टायर की जरूरत भी पड़ती ही होगी। और जब वो नए टायर लगवाते होंगे तो अपना पुराना टायर भी निकलवा देते होंगे।

इन्‍हीं पुराने टायरों से आज के समय का एक बहुत बड़ा बिजनेस बन चुका है। जिसे हम पुराने टायर का बिजनेस कहते हैं। यह फायदे के साथ एक ऐसा बिजनेस है, जो कि बेहद कम लागत से शुरू किया जा सकता है। आइए आपको आज हम अपने इस लेख में टायर स्क्रैप बिज़नेस (Tyre recycling Business) कैसे शुरू करें इस बारे में जानकारी देते हैं।

टायर स्क्रैप बिज़नेस क्‍या होता है?

टायर स्क्रैप बिज़नेस (Tyre recycling Business) कैसे शुरू करें इस बारे में हम आपको जानकारी दें इससे पहले आइए आपको बताते हैं कि पुराने टायर का बिजनेस होता क्‍या है। दरअसल यह एक ऐसा बिजनेस है जो कि पूरी तरह से पुराने टायरों पर आधारित होता है। इसके अंदर आपको बाजार से पुराने टायर इकठ्ठे करके उन्हें दोबारा उपयोग के काबिल बनाना होता है। यदि आप उनको दोबारा से टायर नहीं बनाना चाहते हैं, तो आप उनका प्रयोग किसी दूसरी चीज में भी कर सकते हैं।

टायर स्क्रैप बिज़नेस

पुराने टायर का बिजनेस के प्रकार

  • सबसे पहले आप पुराने टायरों की दुकान खोल सकते हो। इसके अंदर आप पुराने टायर को खरीदकर दोबारा से बेच सकते हो। जैसे कि आपने गाड़ी का पिछला टायर खरीदा तो वो लोग अगले पहिए में प्रयोग कर सकते हैं। आपने हाइवे पर चलने वाली गाड़ी का टायर खरीदा तो उसे गांव देहात की गाड़ी में प्रयोग किया जा सकता है।
  • इसके अलावा आप टायर रबर पाउडर बनाकर उसे बेच सकते हैं। इसका प्रयोग जूते, टायर बनाने की कंपनी, तेल निर्माण उधोग आद‍ि में खूब किया जाता है।
  • टायरों से आज के समय में फर्नीचर भी बनाया जाने लगा है। जिसे आप इंटरनेट पर देख सकते हैं। आप इस काम को भी आसानी से शुरू कर सकते हैं।
  • अंत में आप एक टायर को गलाकर उससे निकलने वाली सभी चीजों को अलग करके। बाजार में बेच सकते हैं। इससे आपकी अच्‍छी आमदनी होती है।

शुरूआत कैसे करें?

पैसा: पुराने टायर का बिजनेस शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको जरूरत होगी कि आपके पास पैसा हो। बिना पैसे के आप सिर्फ योजनाएं मात्र बना सकते हो। इसलिए सबसे पहले आप अपने पास कम से कम 15 से 20 लाख रूपए तक की व्‍यवस्‍‍था कर लीजिए।

यदि आपके पास उसी समय पैसा नहीं है तो आप बैंक से लोन भी ले सकते हैं। ये लोन आपको बैंक में बेहद कम ब्‍याज पर आसानी से द‍े दिया जाएगा। खास बात ये है कि आज के समय सरकार की कई योजनाएं भी चल रही हैं। जिनके अंदर आपको लोन बिना ब्‍याज के भी दे दिया जाता है।

जमीन: पैसा जोड़ने के बाद आपको पुराने टायर का बिजनेस करने के लिए जमीन देखनी होगी। जमीन हमेशा शहर से बाहर हो और वहां आवागमन के लिए पूरी तरह से अच्‍छी व्‍यवस्‍था हो। इसके अलावा आपको वहां बिजली की समस्‍या भी ना हो। इसके लिए सबसे बेहतर होगा कि यदि आपके आसपास Industrial area हो तो आप वहां जमीन किराए पर ले लीजिए या खरीद लीजिए। वहां आपको बिजली, पानी और आवागमन की सुविधा भी आसानी से मिल जाएगी।

लाइसेंस: अंत में आपको अपना काम शुरू करने के लिए लाइसेंस भी चाहिए होगा। ताकि आपको आगे चलकर किसी तरह की कानूनी अड़चन का सामना ना करना पडे। इसके लिए आप किसी वकील या कारोबारी आदमी से मिल सकते हैं। जो कि आपको अच्‍छे से जानकारी दे देगा कि आपको किस तरह का लाइसेंस चाहिए होगा। साथ ही उसे बनवाने की प्रक्रिया क्‍या होगी। आमतौर पर इसके अंदर MSME Registration, फैक्‍टरी लाइसेंस, प्रदूषण प्रमाण पत्र, बिजनेस रजिस्‍ट्रेशन, GST पंजीकरण, लेबर लाइसेंस, NOC आद‍ि ही जरूरत पड़ती है।

मशीनों की खरीद: सारा काम हो जाने के बाद आपको मशीनों की खरीद करनी होगी। इसमें आपको सबसे पहले ये देखना होगा कि आप पुराने टायर का बिजनेस किस तरह का करना चाहते हैं। जैसे कि आप पुराने टायरों को गला कर उसमें से निकलने वाले तमाम पदार्थ को उपयोग में लेना चाहते हैं। या पुराने टायरों को दोबारा नए जैसा बनाकर बेचने का‍ बिजनेस करना चाहते हैं। ये दोनों की बिजनेस एकदम अच्‍छे हैं। आप किसी भी तरह से पुराने टायर का बिजनेस कर सकते हैं।

जब आप तय कर लें कि आपको किस तरह का बिजनेस करना है तो उससे जुड़ी मशीन भी खरीद लें। मशीनें आपको बाजार में आसानी से मिल जाएंगी। बस ध्‍यान ये रखें कि इन मशीनों की कीमत लाखों में होगी। इसलिए काम का निर्धारण करने से पहले उसकी लागत अवश्‍य देख लें।

ट्रक: पुराने टायर का बिजनेस करने के लिए आपको ट्रक की भी जरूरत पड़ेगी। क्‍योंकि इसकी मदद से आप पुराने टायर को आसानी से अपने गोदाम तक ला सकते हो। साथ ही इससे आपका खर्चा भी बचेगा। और आप कितनी भी दूर से पुराने टायर मंगवा सकते हो।

यदि आपका बजट कम है तो आप नया ट्रक लेने की बजाय कोई छोटा और पुराना ट्रक भी ले सकते हो। जो कि सही तरह से चल रहा हो। इससे आपका काम भी हो जाएगा और पैसा भी बच जाएगा।

लोगों की नियुक्ति: जब आप हर तरह से संतुष्‍ट हो जाते हैं कि अब आपका काम शुरू होने वाला है तो आपको चाहिए कि आप कुछ लोगों की नियुक्ति कर लें। लोगों को रखने के दौरान आप इस बात का ध्‍यान रखें कि एक तो सभी लोग मेहनती हों। साथ ही पुराने टायर का बिजनेस किस तरह से किया जा सकता है इस बात की पहले से जानकारी हो। जिसमें यदि उनके पास काम का अनुभव हो तो सबसे बेहतर होगा।

जैसे ही आप सभी लोगों की नियुक्ति कर लेते हैं। तो एक दिन उनके साथ बैठक कीजिए। इसके बाद उन्‍हें अपने प्‍लान के बारे में बताइए। ताकि वो लोग भी समझ सकें कि आपका मकसद क्‍या है। बस फिर सभी लोगों की जिम्‍मेदारी तय कर दीजिए। इसके बाद सभी लोग अपने अपने काम में लग जाइए।

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पुराने टायर कहां से खरीदें?

पुराने टायर का बिजनेस करने में सबसे ज्‍यदा योगदान आपके पास आने वाले पुराने टायरों का होगा। इसलिए आपको ऐसे लोगों से संपर्क करना होगा जो कि पुराने टायर बेचने का काम करते हैं। इसमें आपको किसी टायर की बड़ी दुकान या टायर बेचने और बदलने वाला काम करने वाले लोग। इसके अलावा बहुत से लोग हैं जो कि सिर्फ पुराने टायर ही खरीदने और बेचने का काम करते हैं। आप वहां से एक साथ बहुत सारे टायर खरीद सकते हैं।

इन लोगों से संपर्क कर आप दाम तय कीजिए। इसके बाद आप लगातार आपको जितने भी टायर की जरूरत दिखाई देती है आप उसी हिसाब से खरीदते जाइए। कोशिश कीजिए कि कुछ लोग चुन लीजिए। जो कि सही टायर देने का काम करते हों। इसके बाद आप उनसे लगातार टायर खरीदते जाइए। इससे फायदा ये होगा कि आपको बार बार टायर और उसके रेट के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।

लाभ कितना होगा?

पुराने टायर का बिजनेस करने से पहले आपके जहन में भी ये सवाल जरूर आया होगा कि इस काम में लाभ कितना होगा। इसका जवाब ये है कि आप यदि पुराने टायर का बिजनेस करते हैं तो आपको शुरूआती समय में लगभग 40 प्रतिशत का लाभ होगा। लेकिन जैसे जैसे आपका अनुभव बढ़ता जाएगा। इसके बाद आपका लाभ प्रतिशत भी बढ़ता जाएगा। जो कि कभी कभी 70 प्रतिशत तक भी चला जाता है। लेकिन लाभ कमाने के पीछे आपको दिमाग और रणनीति भी बेहद महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसलिए ये ना सोचें कि हमेशा आपको भी सबसे ज्‍यादा लाभ होगा।

कुछ ध्‍यान रखने योग्य बातें

  • पुराने टायर का बिजनेस एक महंगा बिजनेस है। इसलिए इस काम को केवल तभी शुरू करें। जब आपको लगे कि आपके पास पैसा है। कम पैसों में कभी पुराने टायर का बिजनेस करने की संभावना ना बनाएं।
  • इस काम में आपको एक टीम लीडर (Team leader) की भूमिका भी अदा करनी होती है। इसलिए आपके अंदर ये क्षमता होनी चाहिए कि आप उस टीम का नेतृत्‍व कर सकें। अन्‍यथा आपकी टीम कभी अच्‍छा रिजल्‍ट नहीं दे पाएगी।
  • कोशिश कीजिए कि आप पुराने टायर का बिजनेस शुरू करने से पहले कुछ महीने किसी पुराने टायर का बिजनेस करने वाले आदमी के साथ रहकर काम सीख लें। ताकि जब आप इस काम को शुरू करें तो आपको काम की थोड़ी बहुत समझ पैदा हो चुकी हो।
  • पुराने टायर का बिजनेस एक मेहनत का काम है। इसलिए एक बॉस (Boss) के तौर पर यदि आप बंद कैबिन में बैठकर केवल कागजों में काम करना पसंद करते हैं। तो पुराने टायर का बिजनेस आपके लिए नहीं है।
  • इस काम में जरूरी नहीं है कि आपको तुरंत फायदा मिलना शुरू हो जाए। इसलिए कोशिश करें कि यदि आपको कुछ समय तक नुकसान भी हो तो भी आप परेशान ना हों।
  • किसी भी काम में फीडबैक (feedback) सबसे जरूरी होता है। इसलिए समय समय पर लोगों का फीडबैक लेते रहें। ताकि आप अपने काम में सुधार कर सकें।
  • यदि आप टायरों को ठीक करके उन्‍हें दोबारा से बाजार में बेचना चाहते, हैं तो इसके लिए सबसे जरूरी है कि आप अंत में टायरों का निरीक्षण अच्‍छे से अवश्‍य कर लें। क्‍योंकि आपकी एक गलती से सड़क पर कोई भी हादसा हो सकता है। जिससे ना जाने कितने लोगों की जान आफत में आ सकती है।

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Conclusion

आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि पुराने टायर का बिजनेस कैसे होता है। पुराने टायर का बिजनेस किस तरह से शुरू कर सकते हैं। इसके अदंर कितनी लागत आएगी। यदि आपको हमारा ये लेख पसंद आया है तो इसे आप अपने दोस्‍तों के साथ भी अवश्‍य शेयर करें। साथ ही कमेंट बॉक्‍स में अपनी राय भी जरूर साझा करें।

नमस्कार दोस्तों, मैं रवि "आल इन हिन्दी" का Founder हूँ. मैं एक Economics Graduate हूँ। कहते है ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता कुछ इसी सोच के साथ मै अपना सारा ज्ञान "आल इन हिन्दी" द्वारा आपके साथ बाँट रहा हूँ। और कोशिश कर रहा हूँ कि आपको भी इससे सही और सटीक ज्ञान प्राप्त हो सकें।

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