फिल्म राइटर कैसे बने? | फिल्म की कहानी लिखने का तरीका

Film writer kaise bane: फिल्‍में देखने का शौक हम सभी को होता है। लेकिन हम में से ही कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्‍हें फिल्‍मों की कहानी लिखने का शौक होता है। उनके पास ये हुनर होता है कि अगर उन्‍हें कलम दे दी जाए तो वो एक नई फिल्‍म की कहानी लिख सकते हैं। इसलिए वो हमेशा खुद को आगे चलकर एक फिल्‍म लेखक के तौर पर देखना चाहते हैं।

ऐसे में अगर आप भी एक फिल्म लेखक बनना चाहते हैं तो हमारी इस पोस्‍ट को अंत तक पढि़ए। अपनी इस पोस्‍ट में हम आपको जानकारी देंगे कि फिल्म राइटर कैसे बने। इसके लिए क्‍या योग्यता चाहिए। साथ ही फिल्म की कहानी लिखने का तरीका क्‍या होता है।

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फिल्‍म राइटर क्‍या होता है?

फिल्म राइटर कैसे बनें इसके बारे में हम आपको जानकारी दें इससे पहले आइए एक बार हम आपको जानकारी देते हैं कि फिल्‍म राइटर क्‍या होता है। क्‍योंकि कभी भी कोई भी लेखक खुद को फिल्‍म लेखक नहीं कह सकता है। क्‍योंकि फिल्‍म लिखने का एक तरीका होता है। जबकि दूसरी चीजें लिखने का तरीका उससे काफी अलग होता है।

इसलिए एक फिल्‍म राइटर उसे ही कहा जा सकता है, जो कि अपने दिमाग में तरह तरह की कहानियां ना सिर्फ बना लेता हो। बाल्कि जब बात उसे लिखने भी आती हो। जिससे उस कहानी को एक फिल्‍म का रूप दिया जा सके। जो लोग सही मायने में ये काम कर सकते हों उन्‍हें ही हम लोग फिल्‍म राइटर कह सकते हैं।

फिल्म की कहानी लिखने का तरीका

फिल्‍म राइटर बनने के फायदे

  • फिल्‍म राइटर बनने का सबसे पहला फायदा ये होता है कि आप अपने आसपास एक हीरो की तरह उभर कर सामने आ जाते हैं। क्‍योंकि लोग फिल्‍म के राइटर को बड़े ही सम्‍मान के साथ देखते हैं।
  • आज के समय में जिस तरह से लोग टीवी और इंटरनेट में हर समय मनोरंजन की तलाश करते हैं, उससे एक फिल्‍म राइटर को आने वाले समय में एक खुला आकाश मिल सकता है।
  • अगर आपकी कहानी वाकई गजब की है तो आपको बिना कहीं आए गए बड़े बड़े लोग आपकी कहानी को लाखों रूपए में खरीदना चाहेंगे।
  • एक फिल्‍म राइटर बनने के लिए डिग्री से ज्‍यादा कला की जरूरत होती है। इसलिए पढ़ने लिखने में कमजोर छात्र भी एक बेहतरीन फिल्‍म राइटर बनने की क्षमता रखते हैं।
  • एक फिल्‍म राइटर के लिए कभी दफ्तर या 9 से 5 की नौकरी नहीं होती है। वो इस काम को अपने घर में बैठकर भी जब जी चाहे तब कर सकता है। या यूं कहें कि वो काम में ही अपना आनंद तलाश लेता है।

फिल्‍म राइटर और ‘राइटर’ में अंतर

फिल्म की कहानी लिखने का तरीका समझने से पहले आपको ये समझना बेहद जरूरी है कि एक फिल्‍म के लेखक और दूसरे लेखक में क्‍या अंतर है। इसे आप इस तरह से समझ सकते हैं कि किसी लेखक ने लिख दिया कि ‘राजू एक ईमानदार लड़का है’ इसे हर लेखक आसानी से लिख सकता है।

लेकिन एक फिल्‍म लेखक इसे इस तरह से ना दिखाकर एक कहानी बनाएगा कि ‘राजू एक होटल में खाना खा रहा था, तभी उसके बगल में दो और लोग आकर और बैठ जाते हैं। वो लोग वहां से चाय पीते हैं और उठकर चले जाते हैं। तभी राजू देखता है कि वो लोग अपना पर्स अपनी मेज पर ही भूलकर चले गए हैं। इसके बाद राजू उनकी पर्स से उनका मोबाइल नंबर निकालता है और उन्‍हें वापिस बुलाकर उनका पर्स लौटाता है। जिसके बाद तो पूरे शहर में राजू एक हीरो बन जाता है’

इस कहानी से आप समझ सकते हैं कि एक फिल्‍म लेखक ने कैसे दर्शकों के मन में ये बात बैठाई की राजू एक ईमानदार लड़का है। जबकि दूसरे लेखक ने तो बिना किसी रस के इस लाइन को बता दिया था।

फिल्म राइटर कैसे बनें?

आइए अब हम आपको जानकारी देते हैं कि फिल्‍म राइटर कैसे बनें। इसके लिए हम आपको फिल्‍म राइटर बनने के लिए योग्यता, कोर्स और फिल्म की कहानी लिखने का तरीका विस्‍तार से बताएंगे। इसलिए आप हर बात का आगे ध्‍यान से पढ़ें। ताकि आगे चलकर आप एक अच्‍छे फिल्‍म लेखक बन सकें। बस ध्‍यान ये रखें कि कभी भी फिल्‍म राइटर बनने के लिए कोर्स जरूरी नहीं होता है।

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फिल्‍म राइटर बनने की योग्यता

यदि हम फिल्म राइटर बनने की योग्यता की बात करें तो यह कोई खास नहीं है। क्‍योंकि कभी भी कोई पढ़ लिखकर फिल्‍म राइटर नहीं बन सकता है। जिसके अंदर ये कला होगी उसे किसी तरह की डिग्री की जरूरत नहीं होती है।

लेकिन आपकी लेखन शैली में निखार लाने के लिए कुछ संस्‍थान फिल्‍म लेखक बनने का कोर्स करवाते हैं। जिसके लिए कम से कम 12 वीं पास होना बेहद जरूरी है। वहां से पढ़कर आप फिल्‍म की कहानी को लिखने का तरीका और अच्‍छे से समझ सकते हैं। साथ ही फिल्‍म की कहानी लिखते समय कौन कौन से नियम कायदे ध्‍यान में रखने होते हैं ये समझ सकते हैं। लेकिन ऐसा बिल्‍कुल भी नहीं है कि बिना डिग्री के कोई फिल्‍म लेखक बन ही नहीं सकता है।

फिल्‍म राइटर का कोर्स कहां से करें?

आज के समय में आपको अनेकों संस्‍थान ऐसे देखने को मिल जाएंगे। जहां फिल्‍म राइटर का कोर्स करवाया जाता है। ये संस्‍थान सरकारी और प्राइवेट दोनों हो सकते हैं। आप जिसके अंदर चाहे दाखिला ले सकते हैं। इसके बाद आप वहां जिस जिस तरह से कोर्स पूरा करेंगे। वैसे वैसे फिल्‍म राइटर के प्रति आपकी समझ और ज्‍यादा गहरी होती जाएगी। क्‍योंकि पहले तो आप एक कहानी ही लिख सकते थे। लेकिन जब आप एक फिल्‍म राइटर का कोर्स कर लेते हैं, तो सही मायने में आप एक प्रोफैशलन राइटर की भूमिका में आ जाते हैं। आगे हम आपको कुछ मशहूर संस्‍थानों की लिस्‍ट देने जा रहे हैं। आप उन्‍हें देख सकते हैं।

प्रमुख फिल्‍म संस्‍थान

  • फ़िल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे
  • व्हिस्टलिंग वुड्स इंटरनेशनल, मुम्बई
  • रामोजी फ़िल्म एंड टीवी इंस्टीट्यूट, हैदराबाद
  • ISOMES इंस्टीट्यूट, नोएडा
  • एशियन एकेडमी ऑफ फ़िल्म एंड टेलीविजन, नोएडा
  • CRAFT फ़िल्म इंस्टीट्यूट, नोएडा
  • दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्‍ली
  • दिल्ली फ़िल्म इंस्टीट्यूट, दिल्‍ली
  • सत्यजीत रे फ़िल्म & टेलिविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, कलकत्ता
  • डिजिटल मीडिया इंस्टिट्यूट, मुम्बई
  • इंस्टिट्यूट ऑफ क्रिएटिव एक्ससिलेन्स, मुम्बई
  • अनुपम खेर एक्टिंग इंस्टीट्यूट, मुंबई
  • माखन लाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी, भोपाल

मास कम्‍युनिकेशन करवाने वाले प्रमुख संस्‍थान

  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन, नई दिल्ली
  • देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर
  • दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्‍ली
  • जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
  • अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, अलीगढ़
  • क्षत्रपति शाहूजी महाराज यूनिवर्सिटी, कानपुर
  • एमिटी स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन, नई दिल्ली।
  • सिम्बोसिस यूनिवर्सिटी
  • इलाहाबाद यूनिवर्सिटी, इलाहाबाद
  • MS यूनिवर्सिटी, बड़ौदा
  • RK फ़िल्म एंड मीडिया एकेडमी, दिल्ली
  • इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
  • MJP रुहेलखंड यूनिवर्सिटी, बरेली
  • ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा (बिहार)

फिल्‍म राइटर के कोर्स की फीस?

यदि हम फिल्‍म राइटर कैसे बनें में आपको कोर्स की फीस की जानकारी दें तो सामान्‍यत: यह फीस काफी ज्‍यादा होती है। क्‍योंकि फिल्‍म मेकिंग से जुड़े कोर्स करवाने वाले लोग काफी ज्‍यादा पैसा लेते हैं। इसलिए अगर आप कोई भी फिल्‍म राइटर का कोर्स करते हैं तो इसके लिए आपको हर साल लगभग 1 लाख रूपए फीस चुकानी होगी।

इसके अलावा यदि आप प्राइवेट संस्‍थान चुनते हैं तो आपको और ज्‍यादा फीस चुकानी होगी। इसलिए बेहतर होगा कि आप सरकारी संस्‍थान को ही प्राथमिकता दें। ताकि आपको कम से कम फीस चुकानी पड़े। इसके अलावा आपको एक और जानकारी दे दें कि फिल्‍म राइटर का कोर्स करवाने वाले ज्‍यादातर संस्‍थान दिल्‍ली या मुंबई में हैं। जिससे आपका खर्चा और बढ़ जाता है।

फिल्‍म राइटर के प्रमुख कोर्स

  • सर्टिफिकेट कोर्स इन स्क्रीन प्ले राइटिंग
  • डिप्लोमा इन स्क्रिप्ट एंड स्क्रीन प्ले राइटिंग
  • डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन
  • बैचलर डिग्री इन स्‍क्रिप्‍ट राइटिंग
  • बैचलर इन मास कम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म
  • मास्टर इन मास कम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म
  • बैचलर ऑफ फाइन आर्ट
  • मास्टर इन फाइन आर्ट

फिल्‍म राइटर कोर्स की अवधि

यदि हम फिल्‍म राइटर बनने के कोर्स की अवधि की बात करें तो यह इस बात पर निर्भर करती है कि आप कौन सा कोर्स कर रहे हैं। क्‍योंकि फिल्‍म राइटर से जुड़े डिप्‍लोमा कोर्स और डिग्री भी आते हैं। इसलिए उनकी समय सीमा 6 महीने से लेकर 3 साल तक ही होती है।

इसलिए हम आपसे कहना चाहेंगे कि कोर्स में दाखिला लेने से पहले ये देख लें कि आप उसके लिए कितना समय दे सकते हैं। क्‍योंकि फिल्‍म राइटर के काम में डिग्री से ज्‍यादा महत्‍व आपका अनुभव रखता है। इसलिए बेहतर होगा आप डिप्‍लोमा करके कहीं काम का अनुभव लेना शुरू कर दें। ज्‍यादा बड़ी डिग्री लेने में आपका समय और पैसा दोनों खराब होंगे।

फिल्म राइटिंग में रोजगार की संभावनाएं

यदि हम एक फिल्‍म राइटर के लिए रोजगार की संभावनाओं की बात करें तो यह आज के समय में काफी ज्‍यादा बढ़ गई हैं। क्‍योंकि आज हर कोई मनोरंजन चाहता है। इसलिए कलाकार हमेशा नई नई कहानी लोगों के सामने पेश करना चाहते हैं। जिससे फिल्‍म राइटर का काम और महत्‍व काफी ज्‍यादा बढ़ गया है।

इसलिए आप चाहें तो डिजिटल मीडिया में आ सकते हैं। छोटे पर्दे पर आ सकते हैं, बड़े पदें पर आ सकते हैं। बस आपके अंदर फिल्‍म की कहानी को लिखने का हुनर होना चाहिए। क्‍योंकि बनावटी फिल्‍म राइटर को कोई काम नहीं देना चाहता है।

फिल्‍म राइटर की शुरूआती सैलरी?

यदि हम एक फिल्‍म राइटर की शुरूआती सैलरी की बात करें तो यह सही मायने में कोई खास नहीं होती है। क्‍योंकि जब तक आपके काम का हुनर किसी बड़े कलाकार तक नहीं पहुंच जाएगा। तब तक आपको सारी मेहतन केवल खुद को साबित करने में ही लगानी होगी। ठीक उसी तरह से जैसे हीरे की पहचान केवल जोहरी ही कर सकता है।

लेकिन अगर आप एक बार खुद को साबित कर देते हैं तो आपके पास काम की कभी कोई कमी नहीं रहेगी। फिर चाहे आप किसी भी शहर या गांव में रहते हों। कलाकार आपको तलाशते हुए हर जगह पहुंच जाएंगे। क्‍योंकि कहानी फिल्‍म की जान होती है।

लेकिन यदि हम एक फिल्‍म लेखक की शुरूआती सैलरी की बात करें तो बहुत कम ऐसे मौके होते हैं जहां सैलरी के ऊपर फिल्‍म राइटर को रखा जाता है। एक फिल्‍म लेखक का आमतौर पर कमीशन होता है। जैसे कि आपने कोई वीडियों बनाने के लिए कहानी लिखने का काम किया तो आपकी कमाई उसकी लागत में जो भी पैसा लगेगा उसका 3 से 5 प्रतिशत होगा। इसके अलावा ऐसा भी संभव है कि आपको उस वीडियो या फिल्‍म से जो भी आमदनी प्राप्‍त हो उसका 3 से 5 प्रतिशत कमीशन दिया जाए।

अपनी कहानी का पंजीकरण अवश्‍य करवाएं

जब आपको लगता है कि सही मायने में आप अब ऐसी कहानी लिख सकते हैं जो अब बाजार में बिकने लगी है तो आपको चाहिए कि आप ‘फिल्‍म राइटरर्स एसोसिएशन’ के अंदर अपनी कहानी का रजिस्‍ट्रेशन करवाएं। जो कि एक तरह से आपको आपकी कहानी का कॉपीराइट प्रदान करने का काम करता है।

अगर आप अपनी कोई भी कहानी इसके अंदर पंजीकृत करवा लेते हैं तो आपकी कहानी बिना आपकी इजाजत के कोई प्रयोग नहीं कर सकता है। यदि ऐसा करता है तो आप उसके ऊपर केस भी कर सकते हैं। हालांकि, यदि आपकी कहानी कोई आपसे खरीद लेता है तो ये कहानी उसकी हो जाती है।

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फिल्म की कहानी लिखने का तरीका

आइए अब हम आपको फिल्म की कहानी लिखने का तरीका बताते हैं। क्‍योंकि कोर्स से जरूरी ये है कि आप खुद की एक फिल्म की कहानी लिखें और लोगों के सामने पेश करें। अगर लोग उसे पसंद करते हैं तो लोगों के प्‍यार के आगे आपकी डिग्रियां छोटी पड़ जाएंगी।

ज्‍यादा से ज्‍यादा फिल्‍में देखें

फिल्म राइटर कैसे बनें इसे जानने के लिए आपको सबसे पहले ज्‍यादा से ज्‍यादा फिल्‍में देखनी चाहिए। इसमें भी खास तौर पर आपको ये ध्‍यान देना चाहिए कि कैसे समय के साथ फिल्‍मों की कहानी बदलती जा रही है। पहले जहां बेहद आम सी फिल्‍में आती थी, तो वहीं आज फिल्‍मों में अश्‍लीलता की भरमार हो गई है।

इन फिल्‍मों को देखकर आपको तय करना होगा कि आप किस तरह की फिल्‍म लिख सकते हैं। जैसे कि साधारण फिल्‍म, डरावनी फिल्‍म, भूतिया फिल्‍म या मार काट वाली फिल्‍म। क्‍योंकि हर किसी को केवल कुछ चीजें ही लिखना पसंद होता है। इसलिए आप फिल्‍म को देखते हुए महसूस करें कि आपके दिल को किस तरह के फिल्‍म की कहानी ज्‍यादा छू जाती है।

खूब सारी किताबें पढ़ें

जब आप फिल्‍में देखकर ये समझ जाते हैं कि आप सही मायने में किस तरह के फिल्‍म लेखक बन सकते हैं तो आपको चाहिए कि आप ज्‍यादा से ज्‍यादा किताबें पढ़ें। इससे आप फिल्म की कहानी लिखने का तरीका तो समझेंगे ही साथ ही आपका शब्‍दकोश भी बढ़ता चला जाएगा। जिससे आप एक अच्‍छी कहानी लिख सकेंगे।

किताबों में आप उन किताबों को भी अवश्‍य शामिल करें जो कि किसी फिल्‍म लेखक ने ही लिखी हों। इनकी लिखी किताबें आपको बाजार में आसानी से मिल जाएगी। आप इनको खरीदकर इनके जीवन को अच्‍छे से समझ सकते हैं। इससे आपको खुद को एक फिल्‍म के लेखक के तौर पर खड़ा करने में काफी मदद मिलेगी। जो कि सबसे जरूरी है।

नए लेखकों की जीवनी देखें

फिल्म की कहानी लिखने का तरीका समझने के लिए आपको चाहिए कि आज के समय जो भी नए नए लेखक आ रहे हैं। उनके जीवन की कहानी को आप इंटरनेट से देखें या पढ़ें। इसके लिए आपको उनके तमाम साक्षात्‍कार मिल जाएंगे। आप वहां से उनके बारे में जान सकते हैं कि कैसे उन्‍होंने अपनी शुरूआत की थी और कैसे आज वो इस मुकाम पर पहुंचे हैं। उनके जीवन के संघर्ष से आपको काफी प्रेरणा मिलेगी। साथ ही आप खुद को कैसे और ज्‍यादा बेहतर बना सकते हैं, इसका पता भी चलेगा।

इसके अलावा यदि आप किसी फिल्‍म लेखक को जानते हों तो उससे समय लेकर मिल भी सकते हैं। वो आपको काफी चीजें ऐसी बता देगा जो कि आपको आगे चलकर काफी मदद करेगी। क्‍योंकि इंसान वही बेहतर होता है जो दूसरों की गलतियों से सीख सके।

खुद से फिल्म की कहानी लिखना शुरू करें

जब आप सही मायने में समझ जाते हैं कि फिल्म की कहानी लिखने का तरीका क्‍या है। तो आपको चाहिए कि आप महीने में कुछ दिन बैठकर खुद से फिल्‍म की कहानी लिखें। इसे आप लैपटॉप पर या खाली कापी में भी लिख सकते हैं। इसमें आप जरूरी नहीं है कि आप पूरे तीन घंटे की कहानी लिखें। आपको अगर लगता है कि आपके पास केवल 5 मिनट की कहानी है तो आप उसे भी लिख सकते हैं।

इसके बाद आप लोगों को दिखाएं और उनके विचार जानने की कोशिश करें। अगर वो आपकी कहानी में कुछ कमी बताते हैं तो आप उसे समझने की कोशिश करें। क्‍योंकि आपका दर्शक ही सबसे बेहतर तरीके से आपका आकलन कर सकता है। इसलिए दर्शक की बात को कभी हल्‍के में ना लें।

कहानी प्रतियोगिता में भाग लें

आज के समय में कई सारी कहानी प्रतियोगिता होती हैं। ये आपके आसपास भी हो सकती हैं और अखबार या टीवी आदि पर भी हो सकती हैं। आप उनमें भाग लेकर अपनी कहानीं बताएं। संभव है कि आपको वहां से मंच भी मिले और पैसे भी दिए जाएं। कुछ नहीं तो इससे आपका परिचय दूसरे फिल्‍म लेखकों से तो होगा ही।

फिल्‍म राइटर के लिए रोजगार की संभावनाएं

फिल्‍म राइटर के लिए आज फिल्‍मों के अलावा भी कई सारी संभावनाएं हैं। फिल्‍म तो एक फिल्‍म राइटर के लिए सबसे अंतिम और सबसे ऊपर का पायदान होता है। जहां हर कोई जाना चाहता है। इसके अलावा भी उसके लिए अनेकों संभावनाएं होती हैं। आइए उनके ऊपर एक नजर डालते हैं।

सोशल मीडिया के लिए कहानी लिख सकते हैं

एक फिल्‍म राइटर के लिए सबसे पहले सोशल मीडिया के रूप में संभावना निकलकर आती है। क्‍योंकि यह हर किसी राइटर की पहुंच में है। इसके लिए यदि आपके पास किसी तरह की कोई कहानी है तो आप उसे अपने सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते हैं।

अपने कुछ दोस्‍तों के साथ मिलकर उस कहानी पर एक छोटा सा वीडियो बना सकते हैं। इसमें आप समाज से जुड़ी या मनोरंजन के लिए कुछ भी लोगों को दिखा सकते हैं। अगर लोगों को आपकी कहानी पसंद आई तो आप सोशल मीडिया पर रातों रात हीरो बन सकते हैं। इसके बाद आप अपना चैनल भी शुरू कर सकते हैं।

नाटक मंचन के लिए नाटक लिख सकते हैं

बहुत से लोग छोटे छोटे समारोह आदि में नुक्‍कड़ या अन्‍य तरीके के नाटक करते हैं। उनका ज्‍यादातर समय मकसद लोगों को जागरूक करना और समाज को बेहतर बनाना होता है। यदि आपके पास उनके लिए कोई कहानी है। तो आप उनको बता सकते हैं। वो लोग आपकी कहानी को देखेंगे इसके बाद अगर उन्‍हें पसंद आती है तो आपकी कहानी के ऊपर अपना नाटक तैयार कर देंगे। यहां आपको मौके भी आसानी से मिल जाएंगे और आपकी कहानी का भुगतान भी मिलने लगेगा। हालांकि, यह बेहद छोटा मंच होता है।

रेडियो के लिए कहानी लिख सकते हैं

एक कहानी लेखक के तौर पर आप चाहें तो रेडियो के लिए भी कहानी लिख सकते हैं। इसके अंदर आपको ऐसी कहानी लिखनी होगी। जिसे बोलकर सुनाया जा सकता हो और लोग भी बिना देखे उसकी भावना को समझ सकते हों। विविध भारती पर हवा महल कार्यक्रम कुछ इसी तरह का होता है।

इसके लिए आपको अपनी कहानी को लेकर रेडियो स्‍टेशन में जो भी मुख्‍य रूप में होते हैं उनसे संपर्क करना होगा। यदि उन्‍हें कहानी पसंद आती है तो आप एक दिन देखेंगे कि आपकी कहानी रेडियो के माध्‍यम से पूरा देश सुन रहा होगा और अंत में आपका नाम बताया जाएगा। इसके बाद तो वो लोग अगली कहानी के लिए आपसे खुद ही संपर्क कर लेंगे।

You Tube चैनल के लिए कहानी लिख सकते हैं

इसके बाद जब आपको लगता है कि आप सही मायने में अब अच्‍छी कहानियां लिख पा रहे हैं तो आपको चाहिए कि अब आप यूट्यूब पर चल रहे छोटे यूट्यूब चैनलों से संपर्क करें। इस दौरान आपको चाहिए कि आप उनको अपनी कहानी दिखाएं। यदि उनको आपकी कहानी पसंद आती है तो आप उनसे आगे बात कर सकते हैं। इसके लिए वो आपको कितना पैसा देंगे। साथ ही क्‍या आपको अपने वीडियो में आपका नाम भी दिखाएंगे।

अगर आप शुरूआत में ही टीवी सीरियल और फिल्‍मों के लिए कहानी लिखना चाहते हैं तो ये गलती ना करें। यहां काफी अनुभवी लोग होते हैं। इसलिए यहाँ तक पहुंचने के लिए आपको उससे पहले कई साल तक अकेले संघर्ष करना होगा।

फिल्‍मकारों को कहानी का सारांश भेज सकते हैं

अगर आपके पास किसी फिल्‍म के लिए कोई कहानी है तो आप उसे बड़े फिल्‍मकारों को भेज सकते हैं। इसके बाद उनकी टीम आपकी कहानी को देखेगी और यदि उन्‍हें आपकी कहानी पसंद आती है तो आपसे संपर्क करेगी। बस ध्‍यान ये रखें कि आप कभी किसी भी इंसान को पूरी कहानी ना भेजें। इस तरह से यदि आपको एक बार भी कोई बड़ा फिल्‍मकार बुला लेता है। तो आप सीधा फिल्‍म इंडस्‍ट्री में धूम मचा सकते हैं।

टीवी सीरियल के लिए कहानी लिख सकते हैं

इसके बाद एक फिल्‍म के कहानी लेखक के लिए टीवी सीरियल का नाम आता है। वो चाहे तो किसी टीवी सीरियल के लिए कहानी लिख सकता है। इसमें खास तौर पर वो टीवी सीरियल शामिल होते हैं जो कि बेहद कम लोकप्रिय होते हैं और छोटे चैनलों पर आते हैं।

अगर आप यहां अपनी कहानी लिखते हैं तो आप देखेंगे कि यहां से ही आपको आने वाले समय में बड़ी टीवी सीरियल वाले लोग भी बुलाने लगेंगे। हालांकि, बड़े टीवी सीरियल की कहानी लिखना अपने आप में काफी कठिन काम होता है। क्‍योंकि वहां बेहद ही शानदार लोगों का चुनाव किया जाता है।

फिल्‍म की कहानी लिख सकते हैं

सबसे अंत में जब आपको लगता है कि आपने अब एक फिल्‍म लेखक ही सारी सीमाएं तोड़ दी हैं तो आप फिल्‍म में जा सकते हैं। क्‍योंकि फिल्‍म में कहानी का सबसे अहम किरदार होता है। इसलिए एक फिल्‍म की कहानी तभी ली जाती है। जब वो सही मायने में कमाल कर सकती हो।

इसलिए खुद को शुरूआती दिनों में फिल्‍म की तरफ ना ले जाएं। बेहतर होगा कि आप पहले खुद के अंदर निखार लाएं। लगातार छोटे छोटे संस्‍थानों में काम का अनुभव लें। ताकि जब आप फिल्‍म की कहानी लिखने बैठें तो आपको कभी निराश ना होना पड़े।

ध्‍यान रखने योग्य बातें

  • फिल्म राइटर कैसे बनें में सबसे अहम ये बात है कि आप एक फिल्‍म लेखक कभी दूसरों की देखा देखी नहीं बन सकते हैं। यदि आपके मन से आवाज आ रही हो तभी आप एक फिल्‍म लेखक बनें।
  • जब भी आप फिल्‍म की कहानी लिखने बैठें तो इस बात का हमेशा ध्‍यान रखें कि आपका दर्शक वर्ग कौन है। हमेशा शब्‍दों का चयन अपने दर्शकों को ध्‍यान में रखकर ही करें।
  • एक फिल्‍म लेखक के तौर पर आप कभी केवल कहानी बेचने की कोशिश ना करें। हमेशा कोशिश करें कि आपकी कहानी हिट हो। इसके बाद तो आपको कहानी का मुंह मांगा पैसा मिलेगा।
  • अपनी कहानी को बेचने के लिए जरूरी है कि आपके संपर्क ज्‍यादा से ज्‍यादा ऐसे लोगों से हों जो कि फिल्‍म, टीवी आदि में काम करते हैं। क्‍योंकि वो आपकी कहानी को कलाकार तक पहुंचा सकते हैं।
  • जबतक आप एक फिल्‍म राइटर के तौर पर एक मुकाम नहीं पा लेते हैं। तब तक आप कोशिश करें कि साथ साथ कोई और काम भी करते रहें। क्‍योंकि लिखकर पैसा कमाना काफी कठिन होता है। खासतौर पर जबतक आपके पास अनुभव ना आ जाए।
  • एक फिल्‍म लेखक के तौर पर आप केवल काम मिलने पर ही कभी ना लिखें। आपको चाहिए कि आप जब भी खाली हों हमेशा अपनी कल्‍पना से कुछ ना कुछ लिखते रहें।
  • कभी भी फिल्म लेखक बनने की जिद् ना करें। आपको अगर वहां काम नहीं मिलता है, तो लेखन से जुड़े दूसरे काम भी कर सकते हैं।

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FAQ

फिल्म राइटर कैसे बनें?

फिल्‍म लेखक आप डिग्री के साथ अपनी कला के दम से बन सकते हैं। क्‍योंकि लेखक के प्रमाण के लिए डिग्री की आवश्‍यकता नहीं होती है।

फिल्‍म राइटर बनने का कोर्स कहां से करें?

फिल्‍म राइटर के‍ लिए डिग्री और डिप्‍लोमा दोनों तरह के कोर्स आते हैं। आप ये कोर्स किसी भी सरकारी और प्राइवेट संस्‍थान से कर सकते हैं।

फिल्‍म राइटर के तौर पर कहां काम मिल सकता है?

एक फिल्‍म राइटर के तौर पर आपको यूट्यूब वीडियो, रेडियो नाटक, हिंदी कहानियों, टीवी सीरियल और फिल्‍मों में काम मिल सकता है।

फिल्‍म राइटर को कितनी सैलरी मिलती है?

फिल्‍म राइटर को आमतौर पर सैलरी की बजाय लागत या आमदनी का 3 से 5 प्रतिशत हिस्‍सा कमीशन के रूप में दिया जाता है। आपकी कहानी जितनी ज्‍यादा लोग पसंद करेंगे आपकी कमाई भी उतनी ही ज्‍यादा होगी।

फिल्‍म लेखक बनने के लिए सबसे जरूरी बात?

आप जब भी कहानी लिखें तो अपने दर्शक, सूचना का माध्‍यम, कहानी की भाषा आदि का हमेशा ध्‍यान रखें। इसके अलावा अपनी कहानी में तथ्‍य और कल्‍पना का मिश्रण डालकर उसे मनोरंजक बनाने की कोशिश करें। कभी भी जल्‍दी लोकप्रिय होने के लिए अश्‍लीलता का प्रयोग ना करें।

Conclusion

आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि फिल्म राइटर कैसे बनें। इसे जानने के बाद आप किसी भी स्‍तर पर अपने आपको एक फिल्‍म राइटर के तौर पर शुरू कर सकते हैं। बस ध्‍यान इस बात का रखें कि कभी केवल फिल्‍मों में जाने की ही धुन सवार ना करें। क्‍योंक‍ि फिल्‍में तो बेहद कम बनती हैं। इसलिए आप फिल्‍मों के अलावा दूसरे विकल्‍प पर भी पूरा ध्‍यान दें। यदि आपका फिल्म राइटर कैसे बनें से जुड़ा अभी भी कोई सवाल है तो हमें नीचे कमेंट करें। हम आपके सवाल का जवाब अवश्‍य देंगे।

नमस्कार दोस्तों, मैं रवि "आल इन हिन्दी" का Founder हूँ. मैं एक Economics Graduate हूँ। कहते है ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता कुछ इसी सोच के साथ मै अपना सारा ज्ञान "आल इन हिन्दी" द्वारा आपके साथ बाँट रहा हूँ। और कोशिश कर रहा हूँ कि आपको भी इससे सही और सटीक ज्ञान प्राप्त हो सकें।

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