मोमबत्ती कैसे बनती है? | मोमबत्ती बनाने की सामग्री की सूची

Mombatti kaise banti Hai: मोमबत्‍ती को आपने अपने घर और जन्‍मदिन के अवसर पर अनेकों बार जलाया होगा। लेकिन क्‍या कभी आपके जहन में ये सवाल आया है कि आखिर मोमबत्‍ती को कैसे बनाया जाता है। छोटी सी मोमबत्‍ती कैसे इतने लंबे समय तक जल सकती है। साथ ही मोमबत्‍ती को इतना डिजाइनदार और खुशबू वाला कैसे बनाया जाता होगा।

तो अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्‍योंकि आज अपने इस लेख में हम आपको मोमबत्ती कैसे बनती है, मोमबत्ती बनाने की सामग्री की सूची से जुड़ी पूरी जानकारी देंगे। जिसके बाद आप इसे समझकर चाहें तो अपना बिजनेस भी शुरू कर सकते हैं।

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मोमबत्‍ती क्‍या होती है?

मोमबत्ती कैसे बनती है इससे जुड़ी हम आपको जानकारी दें पर इससे पहले आइए एक बार हम आपको जानकारी दें कि मोमबत्‍ती किसे कहते हैं। क्‍योंकि कई बार दूसरी जलने वाली चीजों को भी हम मोमबत्‍ती ही समझ लेते हैं। तो हम आपको बता दें कि मोमबत्‍ती केवल वही होती है। जिसके चारो तरफ मोम लगा हो और बीच में एक धागा हो।

हालांकि, इसका आकार कोई भी हो सकता है। यदि ये सब चीजें हैं तो आप समझ सकते हैं कि जो चीज चल रही है वो मोमबत्‍ती ही है। साथ ही उसे बनाने का तरीका भी वही अपनाया गया होगा जो कि हम आपको इस आर्टिकल में बताने वाले हैं।

मोमबत्‍ती की कहां कहां मांग रहती है?

कई लोगों को लगता है कि आज लाइटों के जमाने में मोमबत्‍ती की मांग कम हो गई है। तो आइए आपको एक बार हम जानकारी दे दें कि मोमबत्‍ती की मांग कहां कहां रहती है। जिससे आप इसके बिजनेस को आसानी से समझ सकते हैं।

  • मोमबत्‍ती की सबसे ज्‍यादा मांग दीवाली, जन्‍मदिन, नए साल और चर्च में त्‍यौहार के समय होती है। इस समय इनकी मांग कई गुना बढ़ जाती है।
  • मोमबत्‍ती की मांग जन्‍मदिन के अवसर पर जो पार्टी होती है। उसके अंदर बड़ी मात्रा में रहती है।
  • आज के नए चलन में कैंडल लाइट डिनर (Candle Light Dinner) में भी मोमबत्‍ती की मांग रहती है। जो कि होटलों में होता है।
  • जिन घरों में इन्‍वर्टर नहीं होता है। वहां पर लाइट जाने के बाद मोमबत्‍ती का ही प्रयोग किया जाता है। हालांकि, अब ऐसे घरों की संख्‍या बहुत कम रह गई है।

मोमबत्ती कैसे बनती है

मोमबत्ती बनाने की सामग्री की सूची

  • कोई खाली जगह या आपका घर का कोई खाली हिस्‍सा।
  • मोम जो कि मोमबत्‍ती के चारो तरफ लगा होता है।
  • मोम के बीच में जलने वाला धागा।
  • मोम को पिघलाने के लिए गैस चूल्‍हा और बर्तन।
  • यदि रंगीन और खुशबूदार मोमबत्‍ती बनाना चाहते हैं तो रंग को महक देने वाली चीजें।
  • मोम को मोमबत्‍ती का आकार देने के लिए सांचा।
  • बनी हुई मोमबत्‍ती को रखने के लिए आपके पास एक सुरक्षित जगह।
  • बाजार में बेचने के लिए बाजार की सही जानकारी।

मोमबत्ती बनाने में जरूरी चीजें?

आइए अब हम आपको एक एक करके मोमबत्‍ती को बनाने की पूरी प्रक्रिया में लगने वाली चीजे की जानकारी साथ साझा करते हैं। यदि आप इस पूरी प्रक्रिया को समझ लेते हैं तो आसानी से अपने घर या किसी अन्‍य खाली जगह पर मोमबत्‍ती बना सकते हैं।

जग‍ह का चुनाव करें

मोमबत्ती कैसे बनती है इसे जानने से पहले आपको अपने लिए एक जगह का चुनाव अवश्‍य रूप से करना होगा। क्‍योंकि यह काम काफी खतरनाक होता है। इसलिए आप या तो कोई ऐसी जगह चुनें जहां कोई फालतू का आदमी आता जाता ना हो।

अन्‍यथा जगह ना होने पर आप अपने घर की छत का चुनाव कर लें। लेकिन ध्‍यान इस बात का रखें कि छत का चुनाव करें तो छत पर आने जाने के लिए एक दरवाजा अवश्‍य लगा हो। ताकि आपके काम के बीच में वहां कोई अनजान बच्‍चा ना आ जाए। क्‍योंकि गरम मोम की शरीर पर एक बूंद भी बेहद खतरनाक हो सकती है।

बाजार से मोम खरीदें

मोमबत्ती कैसे बनती है में आपको सबसे पहले बाजार से मोम खरीदना होगा। जो कि ठोस आकार का होता है। इसे आप किलो के भाव में खरीद सकते हैं। सामान्‍यत: यह आपको 75 से 80 रूपए किलो आराम से मिल जाएगा। जबकि एक किलो मोम में आप छोटे आकार की 100 मोमबत्‍ती बना सकते हैं।

इसलिए शुरूआत में आप अपनी जरूरत के हिसाब से मोम खरीद लें। हालांकि, यदि आपको अपने आसपास मोम नहीं मिलता है तो आप इसे ऑनलाइन भी आसानी से मंगा सकते हैं। वहां से आप शुरू में कुछ मात्रा में ही मोम मंगा लें। हालांकि, हम एक और बात बता दें कि मोम खराब नहीं होता है।

मोम के बीच में लगने वाला धागा खरीदें

इसके बाद आपको मोम के बीच में लगने वाला धागा खरीदना होगा। जो कि आपको सामान्यत: मोम के साथ ही खरीद लेना होगा। लेकिन यदि आपको ये नहीं मिलता है तो आप इसे भी ऑनलाइन ही आराम से खरीद सकते हैं। यह काफी सस्‍ता होता है। साथ ही आकार में मोटा पतला भी होता है।

गैस चूल्हा और बर्तन खरीदें

इसके बाद आपको मोम को पिघलाने के लिए गैस चूल्‍हा और सिलेंडर के साथ कुछ बर्तन भी खरीदने होंगे। बर्तन में आप एक केतली अवश्‍य खरीदें। क्‍योंकि केतली की मदद से आप पिघले हुए मोम को सांचे के अंदर आराम से डाल सकते हैं।

इसके अलावा मोम को पिघलाने के लिए एक बड़ा बर्तन भी जरूर खरीद लें। ताकि आप उस पतीले में डालकर एक साथ काफी मात्रा में मोम को‍ पिघला सकें। जो कि मोमबत्‍ती बनाने के काम में सबसे अहम होता है। ध्‍यान इस बात का रखें कि कभी भी घर के बर्तन इस काम में प्रयोग ना करें।

मोमबत्‍ती बनाने का सांचा खरीदें

मोमबत्‍ती बनाने का सांचा भी काफी अहम होता है। ये छोटा और बड़ा दोनों आकार होता है। साथ ही ये हाथ से चलाने वाला और खुद से चलने वाला दोनों प्रकार का होता है। लेकिन जो ऑटोमैटिक होता है। वो काफी महंगा होता है। इसलिए आप शुरूआत में हाथ से चलने वाला सांचा ही खरीदें। साथ ही जिसमें एक बार में कम मोमबत्‍ती बनें उसे ही खरीदें।

सांचा आप अपने हिसाब से अलग अलग भी खरीद सकते हैं। क्‍योंकि सांचे के हिसाब से आपकी मोमबत्‍ती छोटी और बड़ी बनती है। साथ ही उसका डिजाइन भी उसी तरह से बनता है। इसलिए सांचा खरीदते समय आप ये अवश्‍य देख लें कि उसके अंदर किस तरह की मोमबत्‍ती बनेगी।

जरूरत होने पर लाइसेंस लें

इसके बाद यदि आप अपनी बनाई मोमबत्‍ती को बाजार में किसी खास ब्रांड (Brand) के नाम से बेचना चाहते हैं तो आपको उसके लिए एक लाइसेंस भी लेना होगा। जिसे हम लोग ‘गुमास्‍ता’ के नाम से जानते हैं। साथ ही आप इसे MSME के अंदर पंजीकृत भी करवा सकते हैं। जिससे आपको सरकारी मदद भी आसानी से मिल सकती है। इसके अलावा यदि आप किसी बड़े डीलर को मोमबत्‍ती बेचना चाहते हैं तो आपके पास GST Number भी होना बेहद जरूरी है। ताकि आपको टैक्‍स में समस्‍या ना आए।

मोमबत्ती कैसे बनती है?

अब आप समझ गए होंगे कि मोमबत्‍ती को बनाने के लिए किन किन सामानों की जरूरत होती है। साथ ही उनका महत्‍व क्‍या होता है और उन्‍हें किस तरह से खरीदा जा सकता है। इसके बाद आइए अब हम आपको मोमबत्‍ती को बनाने की पूरी प्रक्रिया की जानकारी आपके साथ साझा करते हैं।

मोम को पिघला लें

मोमबत्ती कैसे बनती है में आपका सबसे पहला काम होगा कि आप उसे पिघला लें। पिघलाने के लिए जरूरी है कि आप मोम को छोटे छोटे टुकड़ों में तोड़ लें। इसके बाद आप उसे पतीले में चढ़ा दें और गैस जला दें। इसके बाद जब तक आपका सारा मोम पिघल ना जाए तब तक उसे गरम करते रहें।

लेकिन यहां एक और बात का ध्‍यान रखिए कि मोम आग भी पकड़ लेता है। इसलिए मोम को जितना जरूरी हो उतना ही गरम करें। क्‍योंकि एक एक बार मोम में आग लग गई तो उसे बुझाना काफी कठिन हो जाएगा। ध्‍यान इस बात का रखें कि मोम को पिघलाते समय आप जो बर्तन प्रयोग करें वह पूरी तरह से बंद ना हो। आप उसके अंदर देख सकें कि मोम कितना पिघल गया है।

मोम के अंदर रंग और खुशबू मिला दें

इसके बाद आप मोम के पिघलने के दौरान ही उसके अंदर रंग और खुशबू जरूरत के अनुसार मिला दें। इससे आपकी मोमबत्‍ती रंगीन हो जाएगी और उसके जलने पर खुशबू भी आने लगेगी। हालांकि, यदि आप रंगीन मोमबत्‍ती नहीं बनाना चाहते हैं तो इसकी कोई जरूरत नहीं होगी। लेकिन ध्‍यान इस बात का रखें कि ज्‍यादातर मोमबत्‍ती रंगीन वाली ही बिकती है।

मोम को केतली में डाल लें

इसके बाद आप किसी बर्तन की मदद से मोम को छोटी केतली में डाल लें। क्‍योंकि केतली की मदद से जब आप सांचे में मोम डालेंगे तो इसकी संभावना बहुत कम रहती है कि मोम आपके शरीर पर गिर सके। इसलिए पिघले हुए मोम को कभी भी साीधा बड़े बर्तन की मदद से सांचे में कभी ना डालें। इससे आपके शरीर को कोई बड़ा नुकसान हो सकता है।

मोम को सांचे में डालें

इसके बाद मोमबत्ती कैसे बनती है में आपको सारा पिघला हुआ मोम सांचे में डालना होगा। लेकिन ध्‍यान रखें कि उससे पहले आपने सांचे के अंदर ‘धागे’ भी अवश्‍य डाल दिए हों। जिसके लिए सांचे के अंदर ही जगह दी गई होती है।

अब आप एक एक करके सभी सांचे भर दें। साथ ही यदि कुछ मोम सांचे से बाहर भी आ जाता है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है। इसका आप दोबारा से प्रयोग कर सकते हैं। लेकिन यह काम बड़ी ही सावधानी से करें। क्‍योंकि मोम की यदि एक बूंद भी शरीर पर गिर गई तो उस हिस्‍से को जला सकती है।

सांचे को बंद कर दें

मोम को डालने के बाद आप सांचे को बंदर कर दें। इसे आप 30 मिनट तक बंद छोड़ देंगे तो आपका सारा मोम दोबारा से ठोस आकार में आकर मोमबत्‍ती बन चुका होगा। इसके बाद आप सांचे को दोबारा से खोल लें। खोलने के बाद आप हाथ से छूकर देख सकते हैं कि आपका सारा मोम सही टाइट हो चुका है या नहीं। यदि आपको अभी ये टाइट ना लगे तो उसे ऐसे ही छोड़ दें।

सांचे को खाली कर लें

इसके बाद यदि आपको लगता है सारा मोम अब ठंडा हो गया है तो आपको सांचे को खाली कर लेना होगा। लेकिन उससे पहले किसी धारदार चाकू से सांचे के बाहर जो मोम आ गया है उसे हटा लेना होगा। ताकि आपका ये मोम भी बर्बाद ना जाए और मोमबत्‍ती सही आकार में दिखाई दे। इन सभी मोमबत्तियों को निकाल कर आप एक जगह रख लें।

मोमबत्‍ती की पैकिंग कर लें

यदि आप अपनी मोमबत्‍ती को एक ब्रांड के तौर पर बेचना चाहते हैं तो आप अब मोमबत्‍ती को डिब्‍बे में पैक कर लें। ताकि वो सीधा बाजार में बिक सके। जिसके लिए आप 5 से 10 मोमबत्‍ती के पैकेट बना सकते हैं। लेकिन यदि आप बाजार में खुली बेचना चाहते हैं तो इसकी कोई जरूरत नहीं है। बस आप सभी मोमबत्तियों को इस तरह से जचा दें कि वो लाने ले जाने में टूटें ना।

मोमबत्‍ती को बाजार में बेच दें

इसके बाद आप रोजाना जितनी भी मोबत्‍ती बनाते हैं उसे बाजार में बेच सकते हैं। जिससे आपकी कमाई होगी। बाजार में बेचने के अलावा भी आप अपनी मोमबत्‍ती को कई अन्‍य तरीकों से आसानी से बेच सकते हैं। आइए उन सभी तरीकों को आसान भाषा में आपको समझाते हैं।

  • अपनी बनाई मोमबत्‍ती को बेचने का सबसे पहला तरीका है आप अपने आसपास किसी बाजार में एक ठेले की मदद से बेचना शुरू कर दें। इससे सारा मुनाफा आपको ही होगा।
  • इसके अलावा आप बाजार में दुकानदारों से भी संपर्क कर सकते हैं। वो आपकी मोमबत्‍ती जरूरत के मुताबिक खरीद सकते हैं।
  • आप अपने आसपास होटलों में जहां ‘कैंडल लाइट डिनर’ होता है। वहां से संपर्क कर के आसानी से बेच सकते हैं। हालांकि, यहां बहुत कम मात्रा में ही जरूरत होती है।
  • अपने शहर की बैकरी की दुकानों में जाकर बेच सकते हैं। क्‍योंकि वहां से लोग जन्‍मदिन के लिए केक खरीदते हैं और साथ में मोमबत्‍ती भी खरीदते हैं।
  • दीवाली, नए साल और चर्च के दिनों में आप अपने शहर में स्‍टॉल लगवा सकते हैं। इससे आपकी अच्‍छी बिक्री हो जाएगी।

मोमबत्‍ती के बिजनेस में कुल लागत?

मोमबत्ती कैसे बनती है इस बारे में आप अब पूरी तरह से समझ गए होंगे। अब आपके जहन में ये सवाल आ रहा होगा कि आखिर इस बिजनेस का कुल खर्च कितना आता है। तो हम आपको बता दें कि मोमबत्‍ती के बिजनेस में कुल खर्च इस बात पर निर्भर करता है कि आप इस काम को कितने बड़े स्तर पर करना चाहते हैं।

यदि सबसे ज्‍यादा खर्च की बात करें तो इसमें आपका सबसे ज्‍यादा खर्च सांचा खरीदने में आता है। इसके बाद बर्तन और गैस चूल्‍हा खरीदने में आता है। फिर भी इस बिजनेस को शुरू करने में आपके पास कम से कम 1 लाख रूपए तो शुरूआत में अवश्‍य होने चाहिए।

मोमबत्‍ती के बिजनेस में मुनाफा?

अब यदि हम मोमबत्‍ती के बिजनेस में मुनाफे की बात करें तो इसके अंदर यदि आप एक किलो मोम खरीदते हैं तो उसमें कुल 100 के आसपास मोमबत्‍ती बना सकते हैं। इसके बाद आप अपने हिसाब से दाम तय कर सकते हैं और बाजार में बेच सकते हैं। लेकिन आज के समय में कम से कम दाम पर ही यदि आप छोटी मोमबत्‍ती बेचेंगे तो भी 7 से 10 रूपए में अवश्‍य बिकेगी। इस तरह से आप मुनाफे का आकलन कर सकते हैं।

कुछ जरूरी बातें

  • दीवाली, नए साल, चर्च और अन्‍य ऐेसे मौकों पर आप पहले से मोमबत्‍ती का स्‍टॉक रखें। इस समय मोमबत्‍ती की मांग कई गुना बढ़ जाती है।
  • जब आप मोम को गरम करें तो गैस की आंच बहुत तेज ना रखें। इससे मोम के अंदर आग लग सकती है।
  • कोशिश करें कि आप किसी डीलर की बजाय खुद से बैकरी और होटलों में मोमबत्‍ती बेच दें। इससे डायरेक्‍ट आपकी कमाई होगी।
  • मोमबत्‍ती को बनाने का काम आप जिस जगह पर करें वहाँ पर आग बुझाने का सिलेंडर और कुछ बाल्‍टी मिट्टी भी अवश्‍य रखें। क्‍योंकि मोमबत्‍ती की आग को पानी से नहीं बुझाया जा सकता है।
  • मोमबत्‍ती को बेचने के लिए लाने ले जाने के लिए अपने पास एक वाहन जरूर रखें। जिसके ऊपर लोड करके आप बाजार में बेच सकें।
  • कोशिश करें कि आप कच्‍चा माल खरीदने के लिए एक डीलर बना लें। इसके बाद लगातार उससे ही माल खरीदते रहें।
  • मोम को गरम करते समय और सांचें में डालते समय कभी भी बीड़ी, सिगरेट या लाइटर आदि ना जलाएं। इससे आग लगने का खतरा रहता है।
  • यदि आपको कभी अपने काम का विस्‍तार करना हो तो आप बैंक से MSME के अंतर्गत मुद्रा लोन भी ले सकते हैं। यह लोन केवल नाममात्र ब्‍याज पर भी आपको आसानी से मिल सकता है।

FAQ

मोमबत्ती कैसे बनती है?

मोमबत्‍ती बनाने के‍ लिए मोम को पिघलाकर सांचे में डालना होता है। जिसके बाद उसका आकार एक मोमबत्‍ती के जैसा हो जाता है।

मोमबत्‍ती बनाने का बिजनेस कहां चल सकता है?

मोमबत्‍ती बनाने का बिजनेस शहर या गांव में कहीं भी चल सकता है। लेकिन शहर में आपकी मोमबत्‍ती आसानी से बिक सकती है।

मोमबत्‍ती का बिजनेस शुरू करने में कितनी लागत आती है?

मोमबत्‍ती का बिजनेस शुरू करने में आपकी कम से कम एक लाख रूपए लागत आएगी। इसके अलावा आप चाहें तो और ज्‍यादा पैसे लगाकर और बड़े स्‍तर पर भी इसे शुरू कर सकते हैं।

मोमबत्‍ती के बिजनेस में मुनाफा कितना होगा?

मोमबत्‍ती के बिजनेस में आप आप एक रूपए में 1 मोमबत्‍ती आसानी से बना सकते हैं। इसके बाद आप उसे जितने महंगे दाम पर बेचते हैं। आपका उतना ही ज्‍यादा मुनाफा होगा।

मोमबत्‍ती के बिजनेस का लाइसेंस कैसे लें?

मोमबत्‍ती को यदि आप किसी ब्रांड (Brand) के नाम से बेचना चाहते हैं तभी उसका लाइसेंस लेना होगा। इसके लिए आपको गुमास्‍ता के साथ MSME की वेबसाइट पर पंजीकरण करना होगा।

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Conclusion

आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि मोमबत्ती कैसे बनती है और मोमबत्ती बनाने की सामग्री की सूची क्‍या है। इसके बाद आप जब चाहें अपने घर से या किसी खाली प्‍लाट से मोमबत्‍ती का काम शुरू कर सकते हैं। हालांकि, मोमबत्‍ती का बिजनेस आपसे थोड़ी मेहतन भी मांगता है और इसके अंदर थोड़ा जोखिम भी होता है। इसलिए आराम का काम तलाश रहे लोग इसे ना ही करें तो ही अच्‍छा रहेगा। लेकिन यदि आप मेहतन कर सकते हैं तो यह एक सदाबहार और खूब मुनाफा देने वाला बिजनेस हो सकता है।

उम्र में युवा और तजुर्बे में वरिष्ठ रोहित यादव हरियाणा के रहने वाले हैं। पत्रकारिता में डिग्री रखने के साथ इन्होंने अपनी सेवाएं कई मीडिया संस्थानों को दी हैं। फिलहाल ये पिछले लंबे समय से अपनी सेवाएं 'All in Hindi' को दे रहे हैं।

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