राधा की शादी किससे हुई और कब हुई थी?

Radha ji ki shadi kisse hui thi: राधा और कृष्‍ण को प्रेम का दूसरा रूप माना जाता है। क्‍योंकि हर तरफ उनके प्‍यार और प्रेम के किस्‍से सुने जाते रहे हैं। लेकिन इतिहास के कई जानकार लोग इस सवाल पर प्रश्‍नचिन्‍ह भी उठाते हें कि राधा की शादी किससे हुई थी और कब हुई थी।

यदि आपके जहन में भी ये सवाल आ रहा है कि राधा की शादी किससे हुई थी तो हमारे इस लेख को अंत तक पढि़ए। अपने इस लेख में कई कथाओं के माध्‍यम से प्रकाश डालने की कोशिश करेंगे कि राधा की शादी किससे हुई थी।

राधा और कृष्‍ण कौन थे?

राधा की शादी किससे हुई थी इसके बारे में जानकारी दें उससे पहले आइए एक बार हम आपको जानकारी दें कि राधा और कृष्‍ण कौन थे। क्‍योंकि जब तक आप राधा और कृष्‍ण के बारे में अच्‍छे से नहीं समझ पाएंगे। तब तक आप यकीन नहीं करेंगे कि राधा की शादी किससे हुई थी।

भगवान कृष्ण वासुदेव और देवकी के आठवें पुत्र थे। वह प्यार, नटखटपन और शरारत के प्रतीक थे । भगवान कृष्ण अपने मामा कंस को मारने के लिए पैदा हुए थे, जो क्रूर राक्षस था जिसने बहुत सारे राजाओं को मार डाला था और उन्हें अपने राज्य में कैद कर लिया था। इसके अलावा भागवत पुराण में यह पढ़ा गया कि राधा जी का जन्म पृथ्वी से हुआ था, मतलब वह पृथ्वी मां से प्रकट हुई थी। यह भी कहा जाता है कि राधा की मां किर्ती (सगी मां नही थी) के गर्भ में हवा भर हुई, जो शरीर के बाहर आने के बाद राधा में परिवर्तित हो गयी थी और यह भगवान की लीला मानी जाती है।

राधा की शादी किससे हुई

राधा की शादी किससे हुई थी?

आइए अब हम आपको कई कथाओं के माध्‍यम से जानकारी देते हैं कि राधा की शादी किससे हुई थी। क्‍यों‍कि आज भी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि राधा की शादी किससे हुई थी। हर कथा अपने आप में एक अलग कहानी बयां करती है।

पहली कथा के मुताबिक…

यदि हम पहली कथा के मुताबिक बात करें कि राधा की शादी किससे हुई थी तो उसके अंदर बताया गया है कि कृष्‍ण के पिता हर रोज शाम को गायों को चराने जंगल में ले जाया करते थे। लेकिन एक दिन क्‍या हुआ कि कृष्‍ण के पिता को नींद लग गई। क्‍योंकि वो बहुत थक गए थे और जब उनकी नींद खुली तो उन्‍होंने देखा कि रात हो गई है। हर तरफ अंधेरा ही अंधेरा छाया हुआ है।

लेकिन दूर से एक रोशनी नजर आ रही है। जो कि एक लड़की की है। दरअसल, वो राधा ही थी। वो जैसे ही कृष्‍ण के पिता के पास आई तो उन्‍होंने उसे पहचान लिया। इसके बाद कृष्‍ण के पिता ने उसे कहा कि आप मेरे बेटे को घर ले जाकर छोड़ दो। मैं पीछे से गायें लेकर घर आ रहा हूं।

इसके बाद जब राधा कृष्‍ण को गोद में लेकर घर ले जा रही थी तो बीच रास्‍ते में उसने प्‍यार से कृष्‍ण का गाल चूम लिया। जो कि आमतौर पर लड़कियों की आदत होती है। बस तभी कृष्‍ण जी उसकी गोद से गायब हो गए और थोड़ी देर बाद एक बड़े आकार में प्रकट हुए। तभी वहां पर ब्रहा जी भी प्रकट हो गए और साथ ही ललिता और विशाखा भी मौजूद रहे।

उसी समय ब्रहा जी ने मंत्र पढ़े और पूरे विधि विधान से राधा और कृष्‍ण का विवाह करवाया। ये विवाह इतनी जल्‍दी संपन्‍न हुआ कि किसी को पता भी नहीं चला। विवाह के बाद वापिस सभी लोग गायब हो गए और कृष्‍ण अपने छोटे आकार में आ गए। ताकि किसी को इस बारे में जानकारी ना हो। इस तरह से पहली कथा के अनुसार माना जाता है कि कृष्‍ण के साथ राधा का विवाह हुआ था। हालांकि, इस कथा की किसी और तथ्‍य से पुष्टि नहीं होती है।

दूसरी कथा के अनुसार…

दूसरी कथा के अनुसार माना जाता है कि राधा का विवाह कृष्‍ण की बजाय अभिमन्‍यु से हुआ था। इस कथा में बताया गया है कि जावत गांव के अंदर अभिमन्‍यु रहता था। जो कि बेहद ही शर्मिला और काम में व्‍यस्‍त रहने वाला इंसान था। यही वजह थी कि वो कभी राधा रानी के पास तक नहीं गया। क्‍योंकि उसे बहुत शर्म आती थी।

इस कथा की पुष्टि इसलिए भी होती है क्‍योंकि उस गांव में आज भी राधा और कृष्‍ण का मंदिर बना है। जिसके अंदर ब्रहा जी इन दोनों को आर्शीवाद देने की मुद्रा में खड़े हैं। जिससे इस कहानी को बल मिलता है।

तीसरी कथा के अनुसार…

तीसरी कथा के अनुसार राधा रानी का विवाह कृष्‍ण के साथ हुआ था। इसमें कहा जाता है कि अक्‍सर नंद बाबा बाल गोपाल को भंडीर गांव में घूमाने ले जाते थे। लेकिन एक दिन क्‍या हुआ कि जब वो जा रहे थे तो अचानक तेज रौशनी पड़ने लगी। रौशनी इतनी तेज थी कि वो अपनी आंखें तक नहीं खोल पा रहे थे।

फिर अचानक महसूस हुआ कि ये रौशनी किसी दिव्‍य शाक्ति की है। जो कि राधा रानी ही थी। बताया जाता है कि जैसे ही इसके बाद राधा रानी उनके सामने प्रकट हुई तो कृष्‍ण भगवान ने बड़ा रूप धारण कर लिया। साथ ही उसी समय ब्रहा जी भी प्रकट हो गए। फिर ब्रहा जी ने ललिता और विशाखा के सामने उनका विवाह संपन्‍न करवाया।

इसके बाद जैसे ही विवाह संपन्‍न हुआ तो दोबारा से वातावरण पहले के जैसा हो गया। साथ ही सभी लोग दोबारा से अंर्तध्‍यान हो गए। ये पूरा घटनाक्रम इतनी जल्‍दी हुआ कि किसी को पता भी नहीं चला आर कृष्‍ण और राधा का विवाह भी हो गया।

राधा और कृष्‍ण को विवाहित क्‍यों माना जाता है?

राधा की शादी किससे हुई थी इसके अंदर राधा और कृष्‍ण की कहानी को सबसे ज्‍यादा बल मिलता है। इसके कई कारण हैं। आइए उनकी जानकारी भी आपसे साझा करते हैं।

  • क्‍योंकि आज के समय में हर मंदिर में राधा और कृष्‍ण की मूर्ति एक साथ लगी हुई है।
  • क्‍योंकि राधा और कृष्‍ण के प्‍यार के किस्‍से हर जगह प्रचलित हैं।
  • क्‍योंकि जितने भी धर्म शास्‍त्री हैं वो सभी राधा और कृष्‍ण का विवाह ही बताते हैं।
  • क्‍योंकि कई सारे त्‍यौहारों और धार्मिक कामों में राधा का विवाह कृष्‍ण के साथ ही करवाया जाता है।
  • समाज में अभी तक जितने भी लोगों के मुंह से बात सुनने को मिली है उसमें बताया गया है कि राधा का विवाह कृष्‍ण के साथ ही हुआ था।

FAQ

राधा की शादी किससे हुई थी?

वैसे राधा की शादी के कई किस्‍से प्रचलित हैं। लेकिन मान्‍यता है कि राधा की शादी कृष्‍ण से ही हुई थी।

क्‍या राधा की शादी कृष्‍ण से हुई थी?

यह कहना काफी कठिन है। लेकिन जिस तरह से देखा जाता है कि आज के समय में हर मंदिर में राधा और कृष्‍ण की मूर्ति लगी होती है। उससे स्‍पष्‍ट है कि राधा और कृष्‍ण का विवाह अवश्‍य हुआ होगा।

राधा और कृष्‍ण की शादी किसने करवाई थी?

यदि हम राधा और कृष्‍ण की शादी को करवाने की बात करें तो हर कथा के अंदर यह पता चलता है कि राधा की शादी कृष्‍ण के साथ ब्रहा जी ने ही करवाई थी।

राधा और कृष्‍ण की शादी किस उम्र में हुई थी?

कृष्‍ण की शादी राधा के साथ बाल गोपाल की उम्र में ही हो गई थी। लेकिन शादी के दौरान दिव्‍य चमत्‍कार के कारण कृष्‍ण ने बड़ा रूप धारण कर लिया था और शादी के बाद दोबारा से वो उसी रूप में आ गए थे।

क्‍या ये कथाएं सत्‍य हैं?

नहीं, ये कथाएं केवल धार्मिक और सामाजिक मान्‍यताओं पर आधारित हैं। इनके सत्‍य या असत्‍य होने की कोई जानकारी अभी तक प्राप्‍त नहीं हुई है।

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Conclusion

आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि राधा की शादी किससे हुई थी। साथ ही ये शादी कब हुई थी। क्‍योंकि यह धर्म और आस्‍था की बात है। साथ ही उस समय कोई तकनीक भी नहीं थी, जिससे यह कहा जा सके कि यही बात पूरी तरह से सत्‍य है। इसलिए राधा की शादी किससे हुई इसमें आधी हकीकत है और आधा फसाना है। अब ये हम आपके ऊपर छोड़ देते हैं‍ कि आप क्‍या सच मानें।

Disclaimer

ये सभी कथाएं केवल धार्मिक मान्‍यताओं और आस्‍थाओं पर आधारित हैं। All in Hindi इनकी किसी भी तरह से पुष्टि नहीं करता है, ना ही इनके सत्‍य होने का दावा करता है।

उम्र में युवा और तजुर्बे में वरिष्ठ रोहित यादव हरियाणा के रहने वाले हैं। पत्रकारिता में डिग्री रखने के साथ इन्होंने अपनी सेवाएं कई मीडिया संस्थानों को दी हैं। फिलहाल ये पिछले लंबे समय से अपनी सेवाएं 'All in Hindi' को दे रहे हैं।

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